Love Stories In Hindi। Love Story In Hindi
Love story:
हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सब आदमी आप सब के लिए एक बहुत ही अच्छी कहानी Love Stories in Hindi। Love story in hindi। Love story लेकर आया हूं जिसे पढ़कर आपको बहुत ही ज्यादा मजा आएगा यह कहानी आपको कैसी लगी आप मुझे कमेंट करके जरूर बताएं पर यह कहानी का दूसरा भाग है कहानी को पढ़ने से पहले आप इसके पहले वाला भाग अवश्य पढ़ ले।।
कहानी का पहला भाग यहां से पढ़े: Click here
Love Stories in Hindi। Love story in hindi
Love story Hindi
ये कहानी का दूसरा भाग है काहनी को समझने के लिए पहला भाग अवश्य पढ़े तो शुरू करते है
अब आगे.......
आशु अंदर जाता है पलक उनको कहती है बैठिए
आशु सामने वाली कुर्सी पर बैठ जाता है इंटरव्यू शुरू होता है।
पलक- हा तो मिस्टर आपकी क्वालिफिकेशन क्या है।
आशु- जी हमने M.B.A. कर रखा है ।
मुस्कुराते हुए:
पलक- ओह अच्छा है।आप रहने वाले कहा के हो?
आशु - राजस्थान
पलक- आपको ये नोकरी तो मिल सकती है पर मुझे जूठे लोग नापसंद है ।जो अपना काम सही तरीके से नहीं करते है।
आशु- जी मैडम हम आपको शिकायत को कोई मौका नहीं देंगे हम अपना काम ईमानदारी से ही करते है ।
पलक- ओक कल ये रहा आपका ज्वाइनिंग लेटर आप कल से नोकरी पर आ सकते हो।
आशु- आपका बहुत बहुत शुक्रिया मुझे इस नौकरी की बहुत जरूरत थी ।
पलक- आप इस शहर में नए लगते हो ।
आशु- जी हा हम पहली बार आए है।
पलक - कहा रहोगे कोई ठिकाना है ।
आशु- पता नहीं अभी तो पर कोई घर देख रहे है अपने लिए
पलक- ओक आप जा सकते हो कल से टाइम पर आ जाना मुझे लेट लतीफ लोग बिल्कुल पसंद नहीं है।
आशु- जी मैडम
आशु गेट से बाहर जाता है......
और वो बहुत खुश था क्युकी उसको जॉब मिल चुकी थी
पर अब सबसे बड़ी प्रॉबलम ये थी कि वो रहेगा कहा पर
वो बाहर जाता हुआ यही सोच रहा था ?
तभी अचानक पीछे से आवाज आती है रुकिए आपको पलक मेम ने बुलाया है ।
तभी आशू वापस मुड़ता हुआ सोचता है कि क्यों बुलाया होगा अंदर जाता है ।
पलक - सुनो मिस्टर आप यहां पर नए हो और ये मुंबई है
यह आसानी से घर नहीं मिलता और वो भी आज के आज तो बिल्कुल नहीं ।
आशु- तो फिर हम क्या करे।
पलक- अगर आपको कोई परेशानी ना हो तो आप कुछ दिनों के लिए हमारे बंगले में रह सकते हो जब आपको फ्लैट मिल जाए आप जा सकते हो ।
आशु- जी मेम आपका बहुत बहुत धनयवाद् हमको कोई परेशानी नहीं ।
पलक - तो फिर ठीक है वैसे भी अब घर जाने का टाइम हो रहा है आप वेट करो बाहर हम आते है ।
आशु - जी मेम
पलक- अपने सेक्रेटरी से.....
हम घर जा रहे है कल की मीटिंग का टाइम हमें बता देना ।
पलक बाहर की तरफ जाते हुए कहा आशु उनका वैट कर रहा था ।
पलक - ड्राइवर गाड़ी निकालो
ड्राइवर - ओक मेम
पलक आशु को आवाज देती है मिस्टर आइए
आशु - गाड़ी की तरफ बढ़ते हुए और वो जाकर पलक के लिए गाड़ी का दरवाजा खोलता है दोनों अंदर बेठेत है।
और ड्राइवर गाड़ी स्टार्ट करता है और गाड़ी में सोंग चल रहा था ।
चांद सा रोशन चहेरा जुल्फो का रंग सुनहरा केसे देखू तेरी आंखो आखो पर चश्म का पहरा तारीफ करूं क्या उसकी जिसने तुम्हे बनाया .......
तभी ड्राइवर गाड़ी को मोड़ता है और ब्रेक लगता है पलक बाहर देखती है ओह घर आ गया ।
गाड़ी रुकती है ।आशु भी बाहर आता है और देखता है एक बड़ा सा घर जिसके गेट पर 2 गार्ड खड़े हुए है ।
वो अंदर जाते है तो साइड में गार्डन और दो स्विमिंग फूल
घर अच्छा था ।
तभी वो अंदर जाते हैं और एक आवाज आती है मेम साहब आपको बड़ी मालकिन बूला रही है ।
बड़ी मालकिन - पलक की मा दुर्गा देवी चौधरी
पलक की अपनी मा से बिल्कुल नहीं बनती थी क्युकी
उनकी सोच अंलग अलग थी पर मा तो अपनी बेटी से बहुत प्यार करती थी और बेटी भी मा से बहुत प्यार करती थी पलक की पिता नहीं थे ।
पलक - ओक ठीक है मा से कहिए हम अभी आते है ।
तभी एक आवाज आती है कोई जरूरत नहीं हम खुद अा गए
दुर्गा देवी - ये तुम्हारे साथ कोन है
पलक - जी ये हमारे ऑफिस के मैनेजर है आज ही जॉब पर रखा है ।
दुर्गा देवी - ठीक है पर इसे यहां लेकर क्यों आती हो
पलक - जी ये अभी यहां नए है तो हमने सोचा कि कुछ दिन यही रह लेंगे ।
दुर्गा देवी - ओक ठीक है आप खाना खा लीजिए और इनको इनका कमरा दिखा दीजिए।
पलक - ठीक है मां।
चलिए आपको आपका रूम दिखा देते है
आशु - जी चलिए ।
उपर सीढ़ियां चढ़ते हुए ।दोनों साथ साथ तभी पलक का पैर फिसल जाता है और वो गिरने वाली होती है कि आशु उनका हाथ पकड़ लेता है और बोलता है संभल कर चलिए आप अभी गिर जाती चोट लग जाती और वो उनको प्यार से डांटता है ।
पलक - ठीक है गलती हो जाती है उसमे इतना डाट क्यू रहे हो ।
आशु- सॉरी मेम
पलक- कोई बात नहीं अब चलिए और वो ऊपर की ओर जाते है आशु ये रहा आपका रूम ।
आप भी थक गए होंगे अब आराम कीजिए वैसे आपका नाम बड़ा अच्छा है आशु
ओके गुड नाईट सुबह मिलते है टाइम पर आ जाना कल आफिस में बहुत काम है
आशु - जी मेम गुड नाईट हम टाइम पर आ जाएंगे
पलक - आप हमें हमारे नाम से बुला सकते है हमें अच्छा लगेगा ।
आशु - ओक पलक
पलक - हस्ते हुए अच्छा है बड़ी जल्दी आदत हो गई आपको ।
तभी पलक को काल आता है
और वो बात करती है और वो परेशान हों जाती है कि अब क्या होगा ............।
continue.........
✍🏻Divesh
2. Love Stories in Hindi
मोहब्बत का सफर
(पार्ट 3)
अब आगे......
पलक को कॉल आता है कॉल ऑफिस से था।
असिस्टेंट- मेम कल की जो मीटिंग थी जिसमे आपके साथ जो c.a जाने वाले थे उनकी माताजी का एक्सीडेंट हो गया तो वो नहीं जा पाएंगे।
पलक- ओह ज्यादा चोट तो नहीं आयी ना उनको
असिस्टेंट- अभी उन्होंने कुछ बताया नहीं मेम अस्पताल पहुंचकर कॉल करेंगे।
पलक - वो सब तो ठीक है पर आज की मीटिंग इंपॉर्टेंट थी अब कोन जाएगा मेरे साथ ?
पलक यही सोचती है ।
आशु- क्या हुआ पलक आप बहुत परेशान लग रहे हो
पलक आशू को सारी बात बताती है।
तो इसमें परेशान होने वाली बात क्या है में चलता हूं ना
मुझे सब आता है आपने हमारा टैलेंट अभी देखा ही कहा है
पलक- ओह अच्छा ऐसी बात है क्या पर ध्यान रखना आशू
कोई गलती नहीं होनी चाहिएं।
आशु- आप टेंशन ना लो आप आराम से सो जाओ कोई गलती नहीं होगी मै सब संभाल लूंगा ।
पलक - ठीक है सुबह मिलते है गुड नाईट।
आशु - गुड नाईट ।
सुबह होती है सूरज निकलता है चारों ओर उजाला सुबह को माहौल होता ही बड़ा अच्छा है
आशु उठता है ।और मॉर्निंग वॉक के लिए जाता है ज़िम करना और सुबह जल्दी उठ का वॉक पर जाना ये उसकी आदत थी ।
वो उठा और फ्रेश होकर बाहर गया वॉक के लिए
क्या देखता है पलक भी वहां थी दोनों देखते है
और एक साथ बोलते है आप भी
और पलक को हसी आ जाती है
दोनों साथ में वॉक करते है और फिर घर आ जाते है
पलक आशू को बोलती है तुम रेडी होकर नीचे आ जाओ
नाश्ता तैयार है फिर निकलते है
आशु - ओक
आशु उपर जाता है जल्दी से नहा धोकर तैयार हो जाता है
और नीचे आता है । और पलक का इंतज़ार करता हूं लड़कियो को रेडी होने में अब टाइम तो लगता है ना
तभी पलक आती है ।
ब्लैक जीन्स और ब्लू टॉप मै वो बेहद खूबसूरत लग रही थी
पलक आती है और बोलती है ।क्या देख रहे हो ।
आशु - परी देख रहा हूं
पलक - ओह अच्छा जी वैसे तुम भी आज गजब हैंडसम लग रहे हो
पलक - ओह ठीक है ये सब छोड़ो याद है ना आशू आज मीटिंग है ।
आशु- अरे कहा ना आप टेंशन ना लो मै हूं ना
पलक हंसते हुए ओक ठीक है अब चले
आशू - हा चलिए ।
दोनों घर से बाहर जाते है ड्राइवर गाड़ी लेकर आता है और दरवाजा खोलता है दोनों अन्दर बैठते है ।
पलक- मीटिंग में बाद पार्टी भी है
आशु- ओह फिर तो मजा आयेगा डांस होगा
पलक - तुम्हे बड़ा मजा आ रहा है डफर कहीं के
आशु- हा और नहीं तो क्या ।
पलक - तुम्हारी फैमिली में कोन कोन है ।
आशु- पापा , ममी , बहन और मै ।
पलक - क्या करते है आपके पापा
आशु - कितनी दूर और है ।
पलक - बस आने वाला है
ड्राइवर- मेम साहब ऑफिस आ गया
दोनों गाड़ी से बाहर उतरते ही और अन्दर जाते है
पलक आशु को कहती है चलो तुम्हे कुछ लोगो से मिलवाती हूं ।
तभी ....
hyy पलक
ओह मिस्टर बत्रा hyy
पलक आशु को बोलती है ये मिस्टर बत्रा है शहर के सबसे बड़े बिजनेसमैन और आज की पार्टी इनकी तरफ से ही है
आशु - हेल्लो सर ।
बत्रा - hyy अच्छे लग रहे हो ।
आशु - tq सर
तभी आवाज आती है मेम मीटिंग का टाइम हो रहा है
पलक - ओह हा ,आशु सब संभाल लेना ये डील हमें ही करनी है।
आशु- पलक आप टेंशन ना को देखो हम क्या करते है
हस्ते हुए
तभी सब अंदर जाते है और मीटिंग स्टार्ट होती है ।
आशु बोलना शुरू करता है और सब उसको ध्यान से सुनते है
हमारी कम्पनी आपको इस डील में सबसे ज्यादा प्रॉफिट देगी
हम बोलते नहीं करके दिखाते है ।हम आपको शिकायत को मौका नहीं देंगे आपको काम टाइम से पहले कर देंगे और बहुत से बाते होती है....
सब आशू की बात से इतना इंप्रेस हो जाते है कि वो कॉन्ट्रैक्ट उनको मिल जाता है ।
पलक बहुत खुश थी सब उनको कांग्रेचुलेशन बोल रहे थे
और आशू की तारीफ भी हो रही थी ।
तभी एक आदमी जाकर आशू का कॉलर पकड़ लेता है ये था यहां का एक बिनेसमैन सिद्धार्थ सिंह जो पलक इंडस्ट्री से बहुत जलता था वो चाहता था कि ये को कॉन्ट्रैक्ट उसको मिले लेकिन ऐसा नहीं हुआ और वो आशु की वजह से
आशु - कॉलर छोड़ रहा है ये तेरा हाथ तोड़ दू मै फिर मत कहना बताया नहीं
तभी सिक्योरिटी आ जाती है और उनको अलग कर देती है
सिद्धार्थ- देख लूंगा साले ज्यादा उड़ रहा है ना।
आशु- अभी देख ले क्युकी दुबारा इसी हरकत करेगा तो जिंदा नहीं बचेगा
पलक - आशु रहने दो चलो अब ।
बत्रा- हा आशु चलो मूड खराब मत करो पता है ना आज पार्टी है
आशु - हा चलिए।
पलक , बत्रा , आशु तीनों गाड़ी मै बैठते है और पार्टी के लिए निकलते है ।
वाह पहुंचने पर सब उनको बधाई दे रहे थे ।
बत्रा- आशू चलो में तुम्हे अपनी बेटी से मिलवाता हूं।
आशु - क्यों नहीं सर जरूर
नेहल बेटी इधर आओ तभी एक लड़की आती है
इनसे मिलो ये है आशू
पलक इंडस्ट्री के मैनेजर आज की डील इनकी वजह से ही हुई है
नेहल आशू को देखती है शैतानी आखे क्यूट शक्ल
हैंडसम बंदा अच्छी हाइट और एक कमाल की पर्सालिटी
नेहल- हाथ मिलाते हुए पापा ने सब बताया आपके बारे में आपसे मिलकर खुशी हुई
आशु- जी हमे भी आपसे मिलकर खुशी हुई ।
तभी सब आ जाते है और पार्टी स्टार्ट होती है ।
पलक - बड़ा लड़कियों से चिपक रहे हो
आशु- हस्ते हुए अरे ऐसी बात नहीं है बस हम दोस्ती कर रहे थे
तभी पार्टी स्टार्ट हो जाती है और सोंग चलने लगता है
सभी डांस कर रहे थे और तभी नेहल आशु के पास आती है
नेहल - अब हम चलते है पापा बुला रहे है अब तो मिलना होता रहेगा।
आशु - जी
आशु पलक के पास आता है चले पलक
पलक - क्यु तुम तो नेहल के साथ जाओ ना मेरे साथ क्यु आ रहे हो
आशु - हस्ते हुएअरे यार तुम भी ना चलो अब गुस्सा छोड़ो और चलते है
दोनों गाड़ी में बैठते है और घर की तरफ चलते है
गाड़ी में सोंग चल रहा था
और पलक को सोंग सुनते सुनते नीद आ जाती है और वो
आशु के कंधे पर सर रखकर सो जाती है ।
नीद आशु को भी आ रही थी लेकिन पलक जाग ना जाए इसलिए वो नहीं सोता है सोंग चलता रहता है और गाड़ी घर की तरफ बढ़ती है..............
To be continued..
पढ़े: short love story in hindi (प्रेम कहानी)
3. Love story hindi
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 4 )
अब आगे...........
पलक को नीद आ गई थी और वो आशु के कंधे के ऊपर सर रखकर सो गई थी और गाना चल रहा था।
तभी ड्राइवर बोलता है सर घर आ गया ।
आशु- हा तुम गाड़ी अंदर लो मै पलक को अभी जगाकर लेकर आता हूं।
ड्राइवर- ओक सर।
आशु- प्यार से पलक को जगाता है
पलक उठ जाईए घर आ गया है ।
पलक - अरे अभी सोने दो ना अभी सुबह कहा हुई है।
आशु- पलक आप घर पर नहीं हो उठ जाओ
पलक- आंखे खोलती है ओह हम आ गए घर तुमने मुझे जगाया क्यू नही ।
आशु- अरे इतनी देर से जगा ही तो रहा था।पहले तो इतना खाना खा लिया और फिर कुंभकरण की तरह सो गई
पलक- ओह अच्छा पर तुम्हे नीद नहीं आयी तुम नहीं सोए ।
आशु- अरे अब ये सब छोड़ो घर चलते है ।
पलक - (मन में सोचती हुई) मुझे पता है तुम नहीं सोए हो
पलक हा हा चलो ।
तभी दोनों घर पर जाते है ।
नौकर- मेम साहब आपको बड़ी मालकिन बुला रही है
पलक - ओक हम आते है ।
पलक सीढ़ियों से उपर जाती है
मां आपने हमें बुलाया ।
दुर्गा देवी - जी हा कहा थी आप रात भर ।
पलक - मां हमने आपको बताया था ना कि आज एक डील फाइनल करनी है और उसके बाद पार्टी भी थी ।और आपको पता है वो कॉन्ट्रैक्ट हमें आशु की वजह से मिल गया ।
दुर्गा देवी - हा ठीक है पर इन छोटे लोगों को कम मुंह लगाया करो वरना सर पर चढ जाते है फिर ।
पलक - मां आप हमेशा हमें गलत समजते हो छोटा कोई नहीं होता सब इंसान होते है
दुर्गा देवी - तुम्हे कोई नहीं समझा सकता जो मर्जी करो
गुस्से में बाहर चली जाती है ।
पलक भी गुस्से में नीचे आ जाती है
आशु - क्या हुआ पलक ।
पलक - पता नहीं मां हमें समझती क्यू नही है ।
आशु- देखो पलक मां हमेशा अपने बच्चो की खुशी चाहती है
वो तुमसे बहुत प्यार करती है बस उन्हें जताना नहीं आता है
पलक - मुझे तो नहीं लगता है पर ऐसा ।
आशु- कोई बात नहीं तुम्हें भी पता लग जाएगा
पलक- ओके ठीक है कल ऑफिस जाना है रेडी रहना ।
आशु - ओक हम टाइम पर आ जाएंगे ।
दोनों अपने अपने रूम मै चले जाते है ।
अगली सुबह.....
आशु रोज की तरह उठता है वॉक पर जाता है फिर जिम जाकर घर लौट रहा होता है की रास्ते मै पलक भी मिल जाती है ।
आशु- गुड मॉर्निंग पलक
पलक - गुड मॉर्निंग
दोनों साथ में घर आ जाते है
तुम जल्दी रेडी होकर नीचे आ जाओ फिर ऑफिस के लिए निकलते है
आशु - हा ठीक है ।
कुछ देर बाद ........
आशु नीचे आता है डाइनिंग टेबल पर सब नाश्ता कर रहे थे वो भी नाश्ता करने बैठ जाता है सब नाश्ता ख़तम करते है
पलक - चले जनाब
आशु- जी मोहतरमा चलिए
दोनों गाड़ी मै बैठते है और ऑफिस पहुंचते है
आज ड्राइवर नहीं था तो आशु गाड़ी चला रहा था
पलक तुम चलो मैं अभी गाड़ी पार्क करके आता हूं
पलक - ओक ठीक है ।
आशु गाड़ी को पार्क करता है और गाड़ी से नीचे उतरता है तभी उसकी नेहल दिखाई देती है
नेहल - hyy हैंडसम।
आशु - ओह hyy केसी हो ।
नेहल - मै ठीक है तुम बताओ
आशु - बस ठीक है वैसे तुम आज यहां केस।
नेहल - बस पापा का ऑफिस का कुछ काम था ।
आशु - ओह अच्छा वैसे you looking so preety
नेहल - ओह ऐसा है क्या तो फिर शादी कर लो
आशु - मजाक अच्छा कर लेती हो मै कहा तुम कहा
मेरे से शादी करके बड़ा पछताओगी मै बड़ा खराब बंदा हूं
नेहल - अरे तुम तो बहुत अच्छे हो यार ।
आशु - अच्छा पर कुछ लोगो को मै बहुत बुरा लगता है
नेहल - कोन है एक जिन्हें तुम बुरे लगते हो
आशु - चलो छोड़ो ये सब तुम्हे कुछ काम था मेरे सै
नेहल - अरे नहीं कुछ नहीं बस ऐसे ही मन किया तो मिलने आ गई वैसे तुम्हे पता है कल क्या है
आशु - क्या है
नेहल - अरे कल पलक का बर्थडे है ।
आशु - ओह सच मै ग्रेट तो फिर कल उसके लिए सरप्राइज प्लान करता हूं ।
नेहल - अच्छी बात है तुम एक बात बताओ तुम पलक को प्यार करते हो क्या ।
आशु - अरे क्या बात करती हो मेरी जिंदगी में प्यार जेसे शब्द है ही नहीं ।
नेहल - सब ऐसा बोलते है कोई कितना भी पत्थर दिल हो प्यार सबको होता है ।
तुम अब झूठ मत बोलो बोल दो कल अच्छा मौका है
आशु - पर यार वो क्या बोलेगी ।
नेहल - तुम ये सब मत सोचो कल उसे कहीं ले जाओ और अच्छा सा सरप्राइज प्लान करो
आशु - ओक ठिक है tq यार।
नेहल - इसमें tq क्या यार वो बड़ी खुशनसीब होगी कि तेरे जैसा प्यार करने वाला मिलेगा उसको ओक मै अब चलती हूं
तुम कल का प्लान करो ।
आशु - ठीक है ।
गाड़ी को पार्क करके अंदर जाता है । पलक के केबिन में
पलक - क्या बात है आज बड़े खुश लग रहे हो।
आशु - अरे नहीं ऐसी कोई बात नहीं है।
ओके मै एक मीटिंग में जा रही हूं तुम यहां संभाल लेना
आशु - अरे तुम टेंशन ना लो में सब संभाल सकता हूं
तुम्हे भी और को भी
पलक - डफर ओक मै अब चलती हूं ।
आशु - हा ठीक है
आशु - ( सोचते हुए ) कल क्या करू
दिमाग की बत्ती जली
चलो कल एक पक्का वाला ऐसा सरप्राइज देता हूं बृथडे
पर की हमेशा याद रखेगी
To be continued.........
अगला भाग जल्दी ही
✍🏻Divesh
4. Love story in hindi
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 5 )
अब आगे.....
आशु सोच रहा था कि पलक को क्या सरप्राइज दू ।और उसको अचानक एक आइडिया आता है ।और वो उसकी तैयारी में लग जाता है किसी को बिना बताए
शाम होने को आती है । और सबके जाने का टाइम होता है
पलक भी मीटिंग ख़त्म करके आने मै होती है आशु तब तक सारी तैयारी कर लेता है । और पलक भी आ जाती है ।
पलक - और डफर केसा रहा आज का दिन सब ठीक है ना
सब काम हो गया मै तो बहुत थक गई हूं यार।
आशु- हा हा सब वर्क पूरा हो गया ओके तुम थक गई हो तो घर चलते है अब ।
पलक - हा ओके चलो ।
आशु - हा तुम आओ मै गाड़ी निकालता हूं ।
पलक - तुम क्यों ?
आशु - वो ड्राइवर को छुट्टी पर भेज दिया मैने
पलक बहुत थक चुकी थी इसलिए वो ज्यादा सवाल नहीं करती है ।ओक ठीक है चलो
दोनों गाड़ी मै बैठते है और घर की तरफ निकलते है
घर पहुंचते ही ....
पलक - काका मेरा खाना कमरे मै ही बिजवा देना आप ।
ओके आशु गुड नाईट मै चलती हूं तुम भी सो जाओ सुबह टाइम पर आ जाना ।
आशु - ओक डियर ।
आशु भी ऊपर जाता है और सोचता है कि कल पलक को सरप्राइज के लिए कैसे लेकर जाऊंगा कोई दिक्कत तो नहीं होगी ना क्या कहूंगा केसे कहूंगा ।
फिर सोचता है देखते है कल क्या होता है और सो जाता है ।
अगली सुबह .......
डेली का रूटीन उठना और जिम जाना और मॉर्निंग वॉक से वापस घर आ जाता है लेकिन पलक उसको आज नहीं दिखाई देती है
वो घर जाता है और फ्रेश होकर नीचे आ जाता है पलक भी नीचे आ जाती है
पलक - आओ नाश्ता रेडी है ।नाश्ता करो फिर निकलते है ।
आशु - हा ठीक है
दोनों नाश्ता करते है और ऑफिस के लिए निकलते है आज भी ड्राइव आशु ही कर रहा था ।
दोनों ऑफिस पहुंचते है
पलक सेक्रेटरी सै .....
आज कोई मीटिंग तो नहीं है ना ।
सेक्रेटरी - नहीं मेम आज कोई मीटिंग नहीं है ।
आशु ने सारी मीटिंग कैंसल कर दी थी ।
पलक - ओक ठीक है ।
आशु - आज तो मीटिंग है उसे याद नहीं है मुझे पता है ओके
अपन को 5 बजे निकलना है ।
पलक - क्या तुम्हे केस पता ।
आशु - मुझे कॉल आया था तुम रेडी रहना ओक
पलक - ओक ठीक है ।
आशु अपने केबिन में जाता है और 5 बजने का इंतज़ार करता है ।आखिर वो टाइम भी आ ही जाता है ।
5 बज रहे थे वो बाहर आता है और पलक को बोलता है चले कहीं हम देर ना हो जाए ।
पलक - ओक चलो ।
तुम गाड़ी निकालो मै आती हूं ।
आशु - यार गाड़ी तो नहीं है वो आज तुम्हारी वाली गाड़ी सर्विस पर गई है हो जो दूसरी गाड़ी है उसमे कुछ प्रॉबलम है ऐसा करते है मेरी बाइक पर चलते है ।,
पलक - ऐसे केस यार ?
आशु - छोड़ो ना चलो यार देर हो जाएगी ।
पलक - ओक चलो ।
आशु बाइक निकालता है और पलक बैठती है और शाम का समय ठंडा मौसम और और हवाएं जो गुजर रही थी उन दोनों के बीच से और दोनों निकाल पड़ते है ।
पहाड़ी इलाके की ओर हवाएं और तेज हो रही और बाइक
भी तेज चल रही थी ।
पलक - हम मीटिंग मै जा रहे है या लॉन्ग ड्राइव पर।
आशु - हा लॉन्ग ड्राइव पर जा रहे है सरप्राइज है ।
पलक - क्या सरप्राइज है ।
अरे यार मत पूछो ना कुछ ही देर में पता लग जाएगा ।
पलक - हा वैसे यार मौसम कितना अच्छा है यह पर और मुझे बाइक पर जाना तो बहुत पसंद है ।
तभी ब्रेक लगते है और पलक सीधे आशु को कसकर पकड़ लेती है वो पहली बार का अहसास ।
क्या कर रहे हो यार धीरे चलाओ ना मुझे बहुत डर लग रहा है
आशु - इसमें डरना क्या यार ।,,,बूम बूम बूम बूम
और दोनों साथ में हस्ते है पलक ने अभी भी आशु को पकड़े हुए था और वो सुंदर पहाड़िया जहा पर सिर्फ शाम और सुहाना मौसम और पक्षियों की आवाज़ उस मौसम को और भी मजेदार बना रही थी ।
और वो मजिल के करीब पहुंचने ही वाले थे जहां पर आगे कुछ नहीं था पहड़िया खत्म और वहां से पूरा शहर इतना खूबसूरत दिख रहा था कि पूछो ही मत ।
पलक गाड़ी क्यों रोक दी अरे सरप्राइज है ना यार आशु पलक की आंखे बंद करता है और बोलता है अब चलो
आशु पलक को उपर ले जाता है जहां पर सरप्राइज उसका वैट कर रहा था
पलक - अरे डफर अब खोलू आंखे यार ।
आशु - हा और वो उसकी आखो पर से अपने हाथ हटा लेता है ।
सामने का नजारा .....
शाम को मौसम मैं हल्की लाइट और मीठी ख़ुशबू और सामने एक टेबल जिस पर केक रखा हुआ था और उस पर लिखा हुआ था
happy birthday my love
और आशु पलक को जोर से बोलता है happy birthday palak happy birthday
पलक ये सब देखती है और उसको को यकीन ही नहीं होता है कि ये सब उसने किया है उसके लिए ।
वो सब सोच ही रही थी ।
आशु उसको प्रपोज कर देता है
I love you palak,, really really love you so much
पलक को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि वो क्या बोले सब अचानक हुआ था ।
आशु उसके सामने बाहें फैलाकर मोहब्बत का इजहार कर रहा था और पलक उसकी बाहों में जाकर समा जाती है
हा डफर i love you too!
और दोनों गले लग जाते है और प्यार का एहसास की अलग था दोनों ने एक दूसरे को कसकर गले लगाए हुए था ।
सोंग चल रहा था और हवा उपर से शाम ओर एक सुहाना मौसम ,,आशु चलो अब केक कट करते है ,,और दोनों केक काटते है और सोंग चल रहा था!
हमे तुमसे कितनी मोहब्बत पूछो ना सनम .....
और ये रात दोनों के जीवन की यादगार रात थी ।और सोंग चलता रहता है और दोनों एक दूसरे की बाहों में .............
Love to be continued
पढ़े: true love story in hindi (प्रेम कहानी)
6. Love story hindi
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 6 )
अब आगे.........
मोहब्बत की इस यादगार रात का सवेरा हो चुका था। दोनों एक दूसरे की बाहों में सो रहे थे और सूरज की पहली किरण उनके चहरे पर ऐसे पड़ रही थी मानो उनको जगा रही हो ।
पलक की नीद खुलती है पलक आशु को उठाती है उठो सवेरा हो गया आलसी घर नहीं चलना क्या तुमको
थोड़ी देर और सोने दो ना यार ।ये घर नहीं है तुम्हारा उठो उठो और फिर आशु उठता है ।
ओह सुबह हो गई ।
पलक - हा जनाब चले अब
आशु - हा चलो ।
और वो दोनों बाइक पर बैठते हैं और चल देते है रास्ते मै एक चाय की दुकान दिखती है और सुबह हल्की ठंड और चाय की चुस्की की प्याली मिल जाए तो क्या बात होती है ।
आशु बाइक को वहीं रोकता है और दोनों चाय पीने लग जाते है मौसम भी अच्छा था पहाड़ों पर चाय की चुस्कियां दोनों लेते है और एक दूसरे को प्यार से देख रहे थे
दोनों चाय खत्म करते है और वहां से चल पड़ते है घर की तरफ दोनों घर पहुंचते है
क्युकी घर पर कोई नहीं था पलक की मां भी बाहर गई हुई थी तो कोई कुछ नहीं पूछता है ।
पलक - आशु तुम फ्रेश होकर नीचे आ जाओ फिर नाश्ता करके ऑफिस निकालना है हमें ।
आशु - हा ठीक है तुम भी रेडी रहना बहुत टाइम लगाती हो तुम
पलक - हा डफर अब जाओ ।
आशु उपर जाता है और फटाफट तेयार होकर नीचे आ जाता है पलक अभी भी नहीं आयी थी और वो उसका वेट कर रहा था ।तभी पलक आ जाती है
आशु - मैने तो कहा था तुम ही लेट करती हो हमेशा देख लो और मुझे बोलती हो फिर ।
पलक - हा बाबा सोरी अब नाश्ता करे निकालना भी है हमें
आशु - हा ।
दोनों नाश्ता खत्म करके ऑफिस के लिए निकलते है
ड्राइवर बाहर ही वैट कर रहा था ।
तभी आशु बोलता है पलक तुम चलो मैं बाइक से आ जाऊंगा मुझे कुछ काम है
में जल्दी ही पहुंच जाऊंगा ओक यार बाय
पलक - कुछ सोचती है फिर बोलती है हा बाय ओक पर आ जाना है ।
आशु - हा
पलक ऑफिस के लिए निकलती है गाड़ी आधे रास्ते में ही जाकर रुक जाती है ।
पलक - क्या हुआ काका गाड़ी क्यों रोकी आपने ।
ड्राइवर - मेम साहब आगे रास्ता बंद है ।
पलक - पर ये रास्ता तो हमेशा खुला ही रहता है ओके आप बाहर जाकर देखो क्या हुआ है ।
ड्राइवर बाहर जाकर देखता है वो गाड़ी से दूर जाता है और उसके सर पर जोर का डंडा पड़ता है और वो वहीं बेहोश जब वो कुछ देर तक नहीं आता तो पलक भी बाहर जाती है कि हुआ क्या है उसको देखने के लिए वो बाहर जाती है और
इधर उधर देखती है तभी उसे ड्राइवर दिखता है जो वह बेहोश पड़ा हुआ था वो उसके पास जाती है और उसको उठाने की कोशिश करती है ।
तभी उसको पीछे से किसी की आने की आहट सुनाई देती है और वो पीछे मुड़ती है तभी कोई आचनक उसके मुंह पर रुमाल रख देता है और वो वहीं पर बेहोश हो जाती है ।
वो लोग ड्राइवर को वहीं पर छोड़कर पलक को उठा ले जाते है पलक तो बेहोश थी तो उसको कुछ पता नहीं था कि वो लोग कोन हैं और उसको कहा ले जा रहे है ।
वो एक शहर से बाहर एक सुनसान सड़क के किनारे चल रहे थे और एक पुराने खंडर के बाहर आकर वो गाड़ी रुकती है ।
वो पलक को उपर ले जाते है ।
और तभी नीचे एक ओर गाड़ी आकर रुकती है जिसमें से एक आदमी उतरता है और हो जल्दी से उपर की तरफ जाता है तभी एक आदमी जो उपर था वो बोलता है बॉस आ गए ।
यश - सालम बॉस ।
बॉस - काम हो गया कोई पेरशानी तो नहीं आती ना किसी के देखा तो नहीं ना ।
यश - नहीं बॉस कोई प्रॉबलम नहीं हुई हम लड़की को उठा लाए है ।
बॉस - गुड इसके लिए तुमको अच्छा ईनाम दिया जाएगा बहुत अच्छा काम किया तुमने दिल खुश कर दिया ।
अच्छा होश में आने में कितना टाइम लगेगा ।
यश - बस बॉस कभी भी होश आ सकता है ।
उधर आशु अपना काम ख़त्म करके ऑफिस पहुंचता है वो सोचता है कि पलक तो ऑफिस पहुंच गई होगी ।
लेकिन वो वहा जाता है और पलक के केबिन में पहुंचता है तो सेक्रेटरी उसे बताती है कि मेम तो अभी ऑफिस आयी ही नहीं है ।
आशु को और टेंशन हो जाती है वो पलक को कॉल करता है
लेकिन फोन भी नहीं लग रहा था
तभी ड्राइवर ऑफिस में आता है भागा हुआ और सीधा आशु के पास जाता है आशु उसको देखते ही पलक कहा है वो नहीं
आयी क्या तुम्हारे साथ बोलो वो कहा है
ड्राइवर - सर हम ऑफिस आ ही रहे थे तब ही किसी ने मेरे सर डंडा मारा और मै बेहोश हो गया और जब होश आया तो मेम साहब वाहा नहीं थी और वो सारी बात आशू को बता देता है ।
आशु - अरे यार अगर मै आज उसके साथ होता तो आज कुछ भी ऐसा नहीं होता।
उधर पलक को होश आ जाती है और वो देखती है कि वो एक सुनसान इलाके में है जहां पर आसपास कुछ नहीं है सिर्फ एक तेल की फैक्ट्री है ।
और वो अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करती है ।
तभी एक आदमी बॉस लड़की को होश आ गया
अच्छा और वो तुरंत वहां जाता है पलक उसको देखती है तुम
अच्छा तुमने किया ये सब तुमसे यही उम्मीद थी ।
पर अब तुम बचोगे नहीं कुछ करने के लिए ............
पढ़े: love story in hindi ( प्रेम कहानी)
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 7 )
अब आगे ........
तुमसे यही उम्मीद थी तुमने किया ये सब आशु तुम्हे छोड़ेगा नहीं अरे वो यहां पहुंचेगा जब ना यह कोई नहीं पहुंच सकता है अब तुम मरने के लिए तैयार हो जाओ ।
देखो सिदार्थ ( ये वही सिद्धार्थ है जिसको कॉन्ट्रेक्ट ना मिलने पर इसने पलक को जान से मारने की धमकी दी थी )।
अभी भी वक्त है है मुझे जाने दो ।
सिद्धार्थ - अरे ऐसे केसे वो बड़ा तीस मार खान बन रहा था ना अब देखता हूं केसे बचाता है वो तुझे ।
इसको अच्छे से बांध कर रखो भागनी नहीं चाहिए ये इसका क्या करना है मै बताऊंगा तुम्हे ।
उधर आशु परेशान था कि पलक को केसे ढूंढा जाए ।
पलक की मा जो किसी काम से बाहर गई हुई थी वो भी आ जाती है
वो घर आती है और देखती है कि सब परेशान है वो आशु से पूछती है कि तुम आज ऑफिस नहीं गए क्या और पलक कहा है आशु कुछ जवाब नहीं देता है ड्राइवर भी वही था और वो उससे पूछती है वो उन्हें सारी बात बता देता है !
ये सब कैसे हुआ तुम कहा थे तुम क्यूं नहीं थे उसके साथ मेरी बच्ची पता नहीं कहा होगी अकेली अगर उसको कुछ हुआ ना तो में तुम्हे छोडूंगी नहीं आशु उनको गले लगाकर कहता है मेम आप चिंता मत करो पलक को कुछ नहीं होगा में उसे कुछ नहीं होने दूंगा में उसे वापस घर ले आऊंगा ।
आशु उनको शात करता है और कहता है में जा रहा हूं अगर कोई कॉल आए या फिर कुछ भी पता चले तो आप मुझे
इनफॉर्म कर देना ।
आशु ये सब बोलकर घर से बाइक लेकर निकल जाता है ।
वो ये सोच रहा था कि पता कैसे लगाया जाए कि पलक कहा है और वो उसी जगह पर पहुंचता है जो जगह उसे ड्राइवर ने बताई थी जहां से गुंडे उसे उठाकर ले गए थे !
वो वहा पहुंचकर देखता है कि कुछ तो सुराग मिल ही जाएगा जिससे कि पता चल सके कि पलक कहा है ।
और वो ढूंढने लग जाता यहां वहां लोगो से भी पूछताछ करता है ! पर कुछ पता नहीं चलता है और वो वहीं बैठ जाता है उसे अपने आप पर गुस्सा भी आ रहा था कि उसने उसे अकेले क्यू जाने दिया !
तभी वहां पर रिंग की आवाज सुनाई देती है जो कि पलक के फोन की रिंगटोन थी जिस पर कॉल आ रहा था
वो फोन ढूंढता है और फोन उसे मिल जाता है उस पर ऑफिस से कॉल आ रहा था !
पर फोन तो मिल गया पर वो पलक का पता कैसे लगाएं उसे अभी भी कुछ पता नहीं चल रहा था ।
तभी उसे याद आया कि उसने पलक को एक घड़ी गिफ्ट की थी जिसमें जीपीएस था और वो पलक के फोन से कनेक्टेड था पलक को फोन तो मिल ही गया था ।
ये सबसे अच्छी बात हुई !
वो फोन को खोलता है और जीपीएस ट्रैकिंग ऑन करता है
और बाइक स्टार्ट करता है और निकल जाता है वह वहां पर
पहुंच जाता है जहां पर वो खंडर था!
पलक को वहीं कुर्शी पर बांध रखा था और सामने खिड़की भी थी वहां से वो आशु को देख लेती है पर आशु उसे नहीं देख पाता है ।
इतने में ही सिद्धार्थ वहां आ जाता है और वो पलक को कहता है अब तो तू मरने के लिए तैयार हो जा
खोल तो इसको और जैसे ही वो पलक के हाथ खोलते है
वो सिद्धार्थ को धक्का देकर भाग जाती है लेकिन वहां आगे से कुछ और गुंडे उसको घेर लेते है !
भाग कहा तक भागेगी जानेमन आना तो मेरे पास ही है तुम बच नहीं सकती हो कोई नहीं आने वाला यह तुम्हे बचाने तुम्हारा वो आशु भी नहीं बड़ा प्यार है उससे तुम्हे देखता हूं वो कैसे आता है यह और अगर गलती से आ गया तो जिंदा नहीं बचेगा वो समझी पकड़ लो इसे वापस !
Love Stories In Hindi। Love Story In Hindi
और सिद्धार्थ पलक को जोर से पकड़ लेता है उसको बहुत दर्द हो रहा था!
इतने में वहां आशु आ जाता है !
साले कुत्ते तेरी हिम्मत कैसे हुई पलक की हाथ लगाने की मैने तुझे कहा था अगर दुबारा इसी हरकत की तो जिंदा नहीं बचेगा में तुझे आज छोडूंगा नहीं
अरे आ गया तू अच्छा है दोनों को साथ ही मार दूंगा और वो कहता है पकड़ लों इसे भी जैसे ही वो उसे पकड़ते है वो उनको धक्का देता है एक सीधा नीचे जाकर गिरता है और लड़ाई शुरू हो जाती है ।
सिद्धार्थ ने पलक का हाथ अब भी पकड़ रखा था।
तभी सिद्धार्थ गन निकाल लेता है और पलक के सिर पर लगा देता है और बोलता है रुक जा वरना इसको मार दूंगा मैं ।
देख अभी भी बोल रहा हूं छोड़ दे पलक को जिंदा बच जाएगा ।अच्छा तू क्या कर लेगा मेरा आज तो दोनों मरोगे तुम और वो गोली चलाने वाला होता है तभी आशु के हाथ में एक लोहे के रोड थी जिसको वो फ़ेक कर उसके पैरो में मारता है और वो वहीं गिर जाता है !
पलक भाग कर आशु के गले लग जाती है अच्छा हुआ तुम आ गए तुम कहा थे अब तक ।
अरे अरे यार मेरे होते हुए तुम्हे कभी कुछ हो सकता है अब रोना बंद करो जब तक में हूं तुम्हे कोई हाथ नहीं नहीं लगा सकता है !
नीचे पुलिस भी आ चुकी थी लेकिन अभी भी सिद्धार्थ जिंदा ही था पलक और आशु एक दूसरे के गले लगे हुए थे तभी सिद्धार्थ उठता है और गोली चला देता है गोली पलक को लगने वाली थी लेकिन आशु सामने आ जाता है और उसको गोली लग जाती है !
गोली लगते ही आशु नीचे गिर जाता है और खून से पलक के हाथ सन जाते है वो आशु को गोद में लिए बैठी थी
और वो रोने लग जाती है ।
तभी पुलिस भी आ जाती है और वो सिद्धार्थ को तो पकड़ लेती है
पढ़े: Heart touching love stories ( प्रेम कहानी)
7. Love Stories in Hindi
मोहब्बत का सफर
(पार्ट 8)
अब आगे .....
आशु को गोली लगी थी और वो नीचे गिर गया था पलक
उसका सर गोदी में लेकर बैठे हुई थी। और वो रो रही रही तभी वह पुलिस आ जाती है और वो सिद्धार्थ को पकड़ लेती है तभी पलक की मा और बाकी घर वाले भी आ जाते है जैसे ही पलक की मा आती है। पलक मा से लिपटकर रोने लगती है। देखो ना मा इसे क्या हो गया डफर उठ ही नहीं रहा है।
अब मार खाएगा ये देख लेना। मां पलक को संभालती है और बोलती है उसे कुछ नहीं होगा तुम टेंशन मत करो तभी एम्बुलेंस आ जाती है और आशु को हॉस्पिटल ले जाते है पलक और मा बाकी के घर वाले सब हॉस्पिटल जाते है।
आशु को तुरंत इमरजेंसी वार्ड में रखा जाता है।और उसका इलाज शुरू किया जाता है। पलक अभी भी रो रही थी और वो अपने आप को दोष दे रही थी कि ये सब उसकी वजह से हुआ है। तभी वहां पर अचानक 2 गाड़ी आकर रुकती है ।
उसमे से एक व्यक्ति जो दिखने में अच्छे जेंटलमैन कि तरह थे और एक लेडी और एक लड़की उतरती है वो सब वाहा हॉस्पिटल में आ जाते है। और वो सीधा डॉक्टर के पास जाकर बोलते है हमारे बेटे को कुछ भी नहीं होना चाहिए तभी पलक को और उसके घर वालों को पता चलता है कि ये आशु के घर वाले है। आशु की मा पलक में पास आती है और बोलती है बेटा तुम चिंता मत करो भगवान सब ठीक करेंगे। पलक बोलती है ये सब मेरी वजह से हुआ है।नहीं बेटा इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है अगर वो तुम्हे नहीं बचाता तो ये उसकी गलती होती क्युकी हमारे संस्कार यही है कि लड़की के रक्षा करनी चाहिए।
पलक बोलती है पर आशु ने तो बताया था कि उनके गांव से सिर्फ थोड़ी से जमीन है पर आप तो इतने रॉयल हो। हा बेटा आशु के दादाजी गांव के जमींदार थे लेकिन वो शहर आकर अपने दम पर कुछ करना चाहता था इसलिए वो यहां आ गया और शायद इसलिए उसने आप सब को कुछ नहीं बताया होगा तभी जो लड़की वाहा आयी वो बोलती है वो आशु की बड़ी बहन थी। हा भाई को कुछ नहीं होगा आप टेंशन ना लों
तभी डॉक्टर बाहर आता है सभी डॉक्टर के पास भाग कर जाते है डॉक्टर क्या हुआ आशु ठीक तो है ना।
डॉक्टर बोलता है हा आशु ठीक है वो जल्दी ही ठीक हो जाएगा गोली बस छू कर निकाल गई आप उसे यह टाइम
पर ले आए अच्छा हुआ वरना कुछ भी हो सकता था गोली कि जहर के वजह से वो बेहोश हो गया था अभी होश आ जाएगा तभी नर्स बाहर आती है और बोलती है कि पेशेंट को होश आ गया आप उसे मिल सकते हो।
सभी अंदर जाते है आशु सबको देखकर चोक जाता है ममी पापा ,दीदी आप सब यहां और आशु की मा आशु को गले लगा लेती है मा में ठीक हूं आप टेंशन मत लो आपके बेटे को कुछ नहीं होगा। मां से ही मिलेगा बाप से नहीं ओह पापा और दोनों गले लग जाते है। पलक की मा भी आशु गले लगा लेती है अब बेटा बस जल्दी से ठीक हो जाओ।
हा भाई जल्दी से ठीक हो जा फिर तेरी शादी भी करनी है
दीदी आप फिर शुरू हो गई।और सब उस माहोल में भी हसने लग जाते है।
अब सब बाहर चले जाते है सिर्फ पलक वाहा थीं और वो जाकर आशु को गले लगा लेती है डफर पता है तुम्हे मुझे कितनी टेंशन हो गई थी तुम्हारी।
अच्छा और अगर में मर जाता तो ,, खबरादर जो कभी फिर ऐसी बात की दुबारा तो एक थप्पड़ पड़ेगा। हा हा देवी मान ली आपकी बात ,,,, हा माननी ही पड़ेगी और नहीं तो क्या। पर ये बात पापा को केसे पता चली। मुझे क्या पता अब वो तुम ही पूछना ।इतने में वहां नेहल आ जाती है ।अरे हीरो तुम ठीक हो ना। हा यार अब मै ठीक हूं। वैसे तुम्हारे पापा को मैने ही कॉल किया था। अच्छा तभी में सोचू उनको केसे पता चला। वैसे ये सही टाइम है सभी यहां पर है और अब तो आंटी में तुम्हे पसंद करती है तो तुम बता दो सबको की तुम दोनों प्यार करते हो क्यू पलक सही कहा ना।
हा सही है। तुम भी कुछ बोलो में क्या कहूं सही ही है और क्या शादी कर लेंगे।तुम्हे बड़ी जल्दी पड़ी है शादी की
और तीनों हसने लग जाते है।ओक अब बाहर चलना चाहिए तुम आराम करो। अरे यार रुक जाओ ना अकेले तो बोर हो जाऊंगा में ।
देखो सीधा सीधा बोलो ना कि पलक को छोड़ने का मन नहीं कर रहा है तुम्हारा ,,, हा यार ऐसा ही समझ
अरे डफर तुम पहले ठीक हो जाओ ओक में यही बाहर हूं
और वो दोनों बाहर चली जाती है बाहर आशु के घर वाले और पलक के घर वाले बाते कर रहे थे।और सब अच्छा लग रहा था।
तभी पलक नेहल से कहती है यार मा के केस बत्ताऊ में तू कुछ मत बता आशु बात कर लेगा अपने घर वालो से।
तभी डॉक्टर आता है और कहता है कि आप आशु को शाम तक घर के जा सकते है।
पलक की मा आशु के घर वालो को कहती है कि आप भी हमारे घर चलिए और हमे सेवा का मौका दे
हा क्यू नहीं जरूर। पलक की मा को भी आशु के घर वाले पसंद थे
शाम होने को आयी थी और हॉस्पिटल के सारे पेपर्स रेडी हो चुके थे बस अब घर में लिए निकालना ही बाकी था
डॉक्टर बोलता है आप इन्हे घर ले जा सकते हो ।
और सब गाड़ी में बैठते है और घर की तरफ निकल जाते है ।
सब घर पहुंचते है। पलक की मा बोलती है बेटा आशु को रूम में ले जाओ।
और पलक आशु का हाथ अपने कंधे पर रखती है और वो उसे ऊपर रूम में ले जाती है। आह बहुत दर्द हो रहा है यार
अच्छा सच में।
आशु - हा अब गोली लगी है तो दर्द होगा ही नहीं मजा थोडी आयेगा
पलक - हा पता है मुझे अब ज्यादा नाटक मत करो तुम
और दोनों रूम में पहुंच जाते है। ये लो दवाई खा लो और सो जाओ
आशु - मुझे नहीं खानी दवाई यार बहुत कड़वी होती है
पलक - अरे पागल दवाई कड़वी ही होती है दवाई नहीं लोगे तो जल्दी ठीक केसे होवगे। चुपचाप दवाई खा लो वरना एक थप्पड़ पड़ेगा और वो उसे जबरदस्ती दवाई खिला देती है
बिल्कुल बच्चे की तरह ज़िद्दी हो यार अब सो जाओ डफर
ओके में चलती हूं।
Love Stories In Hindi। Love Story In Hindi
आशु - कहा जा रही हो यार यही रुक जाओ ना आज तो।
पलक - बड़ी जल्दी है तुम्हे पहले ठीक हो जाओ समझें,,
ओके गुड नाईट सुबह मिलते है।
और ये बोलकर पलक अपने रूम में सोने चली जाती है और सब भी अपने अपने रूम ने चले जाते है ।
आशु के ममी पापा बात कर रहे थे रूम में की पलक अच्छी लड़की है और अपना आशु भी उसको पसंद करता है लोग भी अच्छे है क्यों ने अपन इनके रिश्ते की बात दुर्गा जी से करे
हा तुम सही कह रही हो मुझे भी यही लगता है। में सुबह उनसे बात कर लूंगा।अभी तुम सो जाओ और वो दोनों भी सो जाते है।
सुबह होती है सब नाश्ते पर मिलते है और आशु की पापा पलक की मा से बात करते है ।
बहनिजी आपकी बेटी हमें बहुत पसंद है और हम चाहते है कि वो हमारी घर की बहू बने आशू को तो आप जानते ही हो और उसको आप देख भी चुके है दोनों बच्चे एक साथ खुश रहेंगे।
पलक की मां - हा क्यू नहीं भाईसाहब आपने तो मेरी दिल की बात कह दी आशु बहुत अच्छा है और अब तो वो मुझे भी पसंद है ये सब बाते हो ही रही थी पलक और आशु वाहा आ जाते है।
गुड मॉर्निंग एवरीवन किसके रिश्ते की बात हो रही पापा
बेटा तुम्हारे रिश्ते की ही बात चल रही है ।
ओह मेरी शादी पर किसके साथ ?
पलक के साथ
और पलक भी वही खड़ी सब बाते सुन रही थी।और वो फिर अन्दर चली जाती है।
और आशु भी कुछ नहीं बोलता है क्युकी सभी घर के मेम्बर वहां पर थे।
ओके पापा जेसा आप सब को ठीक लगे पर वो अंदर से खुश भी था कि चलो उसको कुछ नहीं करना पड़ा और वो फटाफट नाश्ता करके पलक के पास जाने के लिए उठता है
लेकिन वो ये भूल गया था कि उसकी गोली लगी है और वो वापस बैठ जाता है
क्या हुआ भाई भाभी के पास जाना है क्या चलो में लेकर चलती हूं
दीदी आप भी ना मां देखो अभी से इनको।और सब हसने लग जाते है चलो भाई अब क्या शर्माना
और वो आशु को लेकर पलक के रूम में जाती है। ओक भाई में चलती हूं आप करो बाते भाभी से में नहीं कर रही आपको डिस्टर्ब
और वो ये सब बोलकर नीचे चली जाती है। अरे डफर तुमने बताया भी नहीं और पापा मम्मी से बात भी कर ली।
आशु - अरे यार मैने तो कुछ नहीं कहा उन्होंने शायद अपने आप जान लिया कि हम एक दूसरे से प्यार करते है चलो अच्छा ही हुआ सोणिये ,,हा तुम्हे तो बहुत जल्दी है शादी की।
और ये सब बाते चल रही थी तभी नीचे आशु के पापा और पलक की मां बात कर रहे थे।की क्यों ना शादी हमारे यहां हवेली में हो आपको भी अच्छा लगेगा और आप हमारे यहां चलिए सारे रीति रिवाज से वही शादी के प्रोग्राम कर लेगे आपकी क्या राय है।
हा ये अभी अच्छा है और बल्कि इसमें तो और मजा आएगा तो फिर ठीक है हम निकलने की तैयारी करते है आप भी सारा सामान पैक कर लीजिए।
और सब तैयारी में जुट जाते है। पलक को भी ये बात पता चलती है वो भी खुश थी शादी हवेली में होगी और वहां का माहौल भी अलग होगा।
सब तैयारी हो जाती है और वो सामान पैक हो जाता है और वो सब निकल पड़ते है जेसेलमर ( राजस्थान) जहां पर आशु का घर था। रास्ते में बहुत सारी बाते होती है और बहुत कुछ देखते हुए वो जैसलमेर पहुंच जाते है। राजस्थान की बात ही अलग है वहां की बोली और वहां का राजपूती पहनावा
पलक - घर कब आयेगा यार।
आशु - बस आने ही वाला है कुछ दूर और है।
तभी गाडियां रुक जाती है और आशु बोलता है लो आ गया हमारा घर।और सब नीचे उतरते हैं बड़ी से हवेली सामने
जिसके बाहर बड़ा से गेट लगा हुआ था और एक सब अंदर जाते है पास ही गार्डन भी था और घोड़े भी बंधे हुए थे
आशु- पलक तुम्हे पता है मुझे घुड़सवारी का बहुत शौक है
इसलिए ये सारे घोड़े यहां पर है
पलक - ओह अच्छा शोक है।
और सब अंदर जाते है अंदर भी सब एक दम अच्छा था जैसे सब रॉयल हो और वहा पर नोकर आता है।
काका आप इन सब को अपना रूम दिखा दो आप सब थक गए होंगे तो आराम करो फिर शाम को खाने पर मिलते है ।
और सब अपने रूम में चले जाते है।
पलक की मां - जी हा यही सही रहेगा फिर शाम को ही सारी बाते कर लेंगे जैसे तैयारी करनी है और अभी तो सबको इनविटेशन देना भी बाकी है सबको यहा आना पड़ेगा बहुत काम है।
आशु की मां -आप टेंशन ना लो सब हो जाएगा अभी आप आराम कीजिए आप बहुत थक गई होंगी
और सब अपने अपने रूम में चले जाते है
पढ़े: Funny story in hindi (प्रेम कहानी)
9. Love story hindi
मोहब्बत का सफर
(पार्ट 9)
अब आगे........
सब अपने रूम में चले जाते है। आराम करने के लिए और फिर शाम को सब खाने पर मिलते है।और शादी की सारी तैयारी कैसे करनी है इस बात पर डिस्कस करते है।
तभी आशु और पलक वहां आ जाते है। ओह क्या चल रहा है
कुछ नहीं बेटा बस शादी की तैयारियां चल रही है।
और हा तुम अपने सभी दोस्तों को बुला लेना ये तुम्हारे ऊपर है। और पलक तुम भी अपने सभी फ्रेंड्स को इनफॉर्म कर देना। ओके मां मे बोल दूंगी सबको।
और सब शादी की तैयारियों में लग जाते है। तभी नेहल और उसके पापा भी वहां आ जाते है।
ओह हाय अंकल केसे हो।में ठीक हूं बेटा तुम बताओ अब तबीयत कैसी है तुम्हारी में भी एक दम मजा में हूं
नेहल - बड़े खुश लग रहे हो चलो अच्छा है अब में भी आ गई मजा आयेगा।
आशु - हा यार क्यू नहीं मजा तो आयेगा ही सही और अच्छा हुआ तुम आ गई।तभी पलक भी वहां आ जाती हो।
अच्छा हुआ तुम आ गई यार।
तभी पीछे से एक आवाज आती है हा हा हमें तो भूल ही गई पलक पीछे मुड़कर देखती है उसके बचपन की दोस्त निशा दोनों साथ साथ ही पड़ते थे
ओह निशा आ गई तुम यार पर तुम्हे केसे पता चला अरे यार आंटी ने ही कहा था मुझे और तुम्हे बताने को माना किया था
सरप्राइज था और वो दोनों गले मिलती है।
इनसे मिलो ये है आशु ओह हमारे जीजू वैसे यार अच्छा दूल्हा ढूंढा तुमने क्या बात है
आशु - और नहीं तो क्या इसकी किस्मत है ये की में मिल गया इसको वरना आजकल मेरे जैसे लोग मिलते कहा है।
वरना बहुत लड़कियों ने कहा था कि मेरे से शादी कर लो
पलक - अच्छा तो जाओ वहीं पर मेरे पास क्यू आए अभी भी जा सकते हो
आशु - देखो गुस्सा तुम्हारी दोस्त का पर गुस्से में भी बड़ी प्यारी लगती है ये
चलो यार अब चलते है बहुत सारे बाते करनी है हा तुम दोनों जाओ में अभी आता हूं।
और लगभग सब काम पूरा हो चुका था।
गार्ड - साहब बाहर कुछ लोग आए है आपसे मिलना चाहते है
आशु - हा हम अभी आते है।
आशु बाहर जाता है उसके तीनों दोस्त आ चुके थे।
दीपक, दुष्यंत, राज।
अरे कमीनो आ गए तुम। हां तू शादी कर रहा है साले और हमको अब पता चला। भाभी जी से भी नहीं मिलवाया तूने।
अरे हा यार कोई ना अब मिल लेना।
चलो अब अंदर चलते है। हा हा चलो और सब अंदर चले जाते है। चलो तुम्हे पलक से मिलवाता हूं। पलक ये मेरे दोस्त है और ये पलक है। भाभी जी आपको ये कैसे पसंद आ गया।
आपको पता नहीं इसने कितने कांड किए हुए है।
निशा - अरे तुम मेरे जीजू के बारे में कुछ नहीं बोल सकते हो।
राज - अच्छा जी हमारा दोस्त है।वैसे आपकी तारीफ।
आशु - ये पलक की बेस्ट फ्रेंड है।
और तुम यार आते ही शुरू हो गए कुछ तो शर्म कर लिया करो सालो
अरे भाभी जी हम मजाक कर रहे थे
पलक - हा पता है मुझे
आशु - कल संगीत का फंक्शन है तो तुम तैयारी कर लो सब कोनसे सोंग पर डांस करना है।
दीपक - में तो नागिन डांस करूगा अपन दोनों करेंगे
आशु - अबे यहां नागिन डांस करेगा एक सच में नागिन ना जाए और बारात में करना नागिन डांस
दीपक - हा क्यू नहीं पूरा माहौल बना देंगे यार मजा आयेगा हम तो वेट ही खाने का और बारात में नाचने का कर रहे है
आशु - हा अब ज्यादा पंचायती मत कर तुम सब अपने रूम में जाओ कल मिलते है।
और सब अपने रूम में चले जाते है रात भी हो गई थी तो सब गुड नाईट बोलकर सोने चले जाते है।
अगली सुबह.....
सब तैयार होकर नीचे आते है और नीचे सब कुछ इंताज़म हो चुका था। लाइट डेकोरेशन और पूरा घर अच्छा सजा हुआ था
एक दम माहौल था आशु,राज, दीपक, दुष्यंत भी सब नीचे आते है। और सब बात कर रहे थे तभी पलक भी आ जाती है
उसने क्रीम कॉलर का लहंगा पहन रखा था और खुले बालों में वो बला की खूबसूरत लग रही थी। आशु की नजरे उस पर से हट ही नहीं रही थी बस वो उसको देखे जा रहा था।
क्या हुआ भाई कोई बात नहीं थोड़ा और सब्र कर ले बस शादी हो जाने दे
आशु - अबे तुम फिर शुरू हो गए यार
इतने में सब नीचे आ जाते है और संगीत का फंक्शन स्टार्ट हो जाता है। सब फंक्शन में और डांस देखने में बिजी थे।
आशु पलक के पास जाता है। बहुत खूबसूरत लग रही हो
और वो उसके और पास आ जाता है और उसके गले में अपनी बाहें डाल देता है और दोनों एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे। तभी नेहल वाहा आ जाती है अरे यार थोड़ा वेट कर लो सब वाहा तुम्हारी राह देख रहे है और तुम्हारा रोमांस खत्म ही नहीं हो रहा है।
आशु - इसे भी अभी आना था
अब क्या सोच रहे हो चलो अब।
हा हा चलो और वो भी फंक्शन में चले जाते है सब तरफ अच्छा माहौल था आखिर शादी वाला घर था
शाम तक फंक्शन खत्म हो जाता है। और सब
शाम के खाने के लिए डाइनिंग टेबल पर बैठे है।
और बाते हो रही थी चलो आज तो सब अच्छे से हो गया अब कल हल्दी और महंदी कि रस्म बची है।
निशा - हा अंटी सब हो जाएगा आप टेंशन ना लों।
आशु - हा मा आप फिक्र मत करो सब अच्छा होगा।
आशु की मां - अरे बेटा तू नहीं जानता लड़की की मा को अपनी बेटी के चिंता होती ही है।तेरी बहन की शादी होगी तब तुझे पता चलेगा।
हा मम्मी आप सही कह रही हो चलो बाते तो होती रहेगी अं सोने का टाइम हो गया आप सब भी सो जाओ।
और सब एक दूसरे को गुड नाईट बोल देते है और अपने अपने रूम में चले जाते है।
अगली सुबह.....
आशु सुबह ही उठकर नीचे आ जाता है और सीधा पलक के रूम में जा रहा था उससे मिलने।
तभी बेटा कहा जा रहे हो, पलक से मिलने जा रहा हूं
नहीं बेटा आज हल्दी कि रस्म है तो अब तुम पलक से नहीं मिल सकते हो अब तो सीधा कल मंडप में ही देखना।
आशु - अरे पर ऐसा थोड़ी ना ही होता है ये रस्म पता नहीं किसने बना दी।
रोशनी ( आशु की बहन)- अरे भाई ऐसा ही होता है अब आज की ही तो बात है बस आज और वेट कर लो फिर कल से तुम्हारी दुल्हन तुम्हारे पास हम नहीं कर रहे आपको डिस्टर्ब
आशु - हा हा ठीक है जैसा आप लोग कहो।
देखो अभी भी बच्चो जैसी जिद करता है पता नहीं भाभी कैसे
संभालेगी इसको
तभी आशु की मां वहा आ जाती है अरे तुम लोग यहां टाइम पास मत करो हल्दी कि रस्म भी शुरू करनी है
रोशनी - हा मा आप चलो में भाई को लेकर आती हूं
और हल्दी कि रस्म शुरू हो जाती है और दोनों को हल्दी लगाई जाती है।सभी ओरते गीत गाती है।
और नाच गाना स्टार्ट हो जाता है। हल्दी की रस्म भी पूरी हो जाती है। और महंदी कि और बाकी सब रस्में पूरी हो जाती है बस अब कल की तैयारी ही बाकी थी
आशु पलक से मिलना चाहता था पर क्या करे घर वाले उसे
जाने भी नहीं दे रहे थे।
सब अच्छे से निपट जाता है और सब अब कल का वेट कर रहे थे।
अगली सुबह....
सब नीचे आ चुके थे बस आशु ही नहीं आया था
Love Stories In Hindi। Love Story In Hindi
निशा - अरे दूल्हे राजा कहा है अभी तक सो रहे है। क्या
में देखकर आती हूं ।और वो ऊपर जाती है आशु के के रूम में लेकिन वो वहा नहीं था।
वो समझ जाती है और अब वो सीधा पलक के कमरे में जाती है और आशु और पलक दोनों वहीं थे
अरे यार तुम अभी चलो मेरे साथ किसी ने देख लिया तो बहुत डाट पड़ेगी।
आशु - अरे हा आता हूं और निशा आशु को लेकर नीचे आती है।
राज - अरे भाई कहा चला गया था सुबह सुबह।
आशु - कहीं नहीं यार बस यही था वो नीद नहीं खुली।
दीपक - अच्छा है आज सो लिया जी भरकर
दुष्यंत - हा भाई सही कहा अब कहा सोने को मिलेगा बेचारे को
तभी वहां पर आशु की मम्मी आ जाती है अरे अच्छा हुआ तुम सब यहां मिल गए इसको टाइम पर रेडी करके ले आना मुझे और बहुत काम सारे काम है
हा आंटी आप चिंता मत करो इसकी सारी ज़िम्मेदारी हमारे उपर है एक दम दूल्हे राजा को अच्छे से रेडी करके ले आयंगे
शाम का वक्त हो चुका था और अब सब तेयार हो रहे थे
आशु भी रेडी हो चुका था। बस सब आशु का वेट कर रहे थे
तभी दूल्हे राजा भी आ जाते ......
to be continued......
10. love stories in hindi sad
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 10. )
अब आगे.....
सब तैयार हो चुके थे और और बारात आ गई थी।
और सब दूल्हे को देखने के लिए बाहर आ गए।
आशु ने भी क्रीम कलर की शेरवानी पहन रखी थी जिसमे में वो बहुत अच्छा लग रहा था। पलक भी बालकनी से ही उसे देख रही थी।
सब अंदर आ जाते है और शादी की रस्में शुरू हो जाती है
पंडित जी - लड़की को बुलाओ।
रोशनी - हा मै अभी लेकर आती हूं और निशा और वो दोनों साथ में उसे लेने जाती है।
पलक आती है और आशु की नजर सिर्फ उसका ही इंतजार कर रही थी।
लो पलक भी आ गई। और सब उधर देखने लग जाते है
पलक ने ब्लू कलर का लहंगा पहन रखा था और खुले बालों में आज वो एक दम किसी अप्सरा ख तरह दिख रही थी।
दुल्हन के जोड़े में आशु उसे बस देखे जा रहा था सबकी नजरें उस पर थी।
लो पंडित जी लड़की आ गई।
आशु - क्या बात है आज तो एकदम कमाल लग रही हो
किसी की नजर ना लग जाएं तुम्हे
पलक - हा लगता है तुम्हारी नजर ही लग जाएगी
आशु - मेरी नज़रे तो सिर्फ तुम्हारे लिए ही है।
पलक - अच्छा जी ऐसा है क्या
और फिर शादी शुरू हो जाती है। और दोनों सात फेरों के बंधन में जन्म भर के लिए बंध जाते है।
पंडित जी - विवाह संपन्न हुआ आज से आप दोनों पति पत्नी हो। और सब फूल बरसाने लगते है।
शादी अच्छे से ही चुकी थी अब जिस रात को आशु को इंताजर था वो रात आ चुकी थी।
पलक उसका इन्तज़ार कमरे में कर रही थी।
और आशु जाने ही वाला था कि तभी निशा और नेहल उसको रोक लेती है।
बड़ी जल्दी है तुम्हे अंदर जाने की।
पहले हमारा नेक तो देकर जाओ वरना हम नहीं जाने देंगे तुम्हे
आशु - अरे यार जो चाहिए वो बाद में ले लेना अभी जाने दो
तुम्हे पता है पलक को वैट करने की आदत नहीं है
नेहल - ओह दूल्हे राजा को बड़ा ख्याल है अपनी दुल्हन का ओक जाओ जाओ।
और आशु अंदर जाता है।
रूम एकदम अच्छे से सजा हुआ था बेड पर चारो और गुलाब के फूल थे और शेप आकर का दिल बना हुआ था
कमरे में बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी।
कमरे में हल्की सी लाइट और और रोमांटिक सोंग चल रहा था पास की विंडो से चांद दिख रहा था जिसकी रोशनी सीधे
सीधे बेड पर आ रही थी जहां पलक बैठी थी।
पलक आज बहुत खूबसूरत लग रही थी चांद की चांदनी में उसके सामने फिखी थी किसी शायर की अल्फ़ाज़ भी कम पड़ जाए उसकी खूबसूरती को बयां करने के लिए
आशु उसके पास जाता है। और पलक उठकर खिड़की के पास चली जाती है। जहां से चांदनी नुर बरसा रही थी।और आशु उसका हाथ पकड़ लेता है। और दोनों एक दूसरे के गले लग जाते है।
और दोनों एक दूसरे को चूमने लग जाते है। आशु उसे गोद में उठाता है और और वापस बेड पर ले आता है।
लफ्जो की खामोशी उनके प्यार को बयां कर रही थी।
और अब आशु का हाथ उसकी कमर पर था। और अब भी वो एक दूसरे को बाहों में लेकर चूमे जा रहे थे और सिर्फ हम्म हम्म। की आवाज आ रही थी।
और कुछ देर बाद वो वो भी खामोश हो जाती है सिर्फ अब सोंग की आवाज ही सुनाई दे रही थी।
और रात का अंधेरा दोनों एक दूसरे के प्यार मै डूब चके थे और अब लाइट ऑफ हो जाती है और दोनों एक दूसरे की बाहों में होते है।
और अब मोहब्बत की इस रात को सवेरा हो चुका था सुबह पलक आशु को किस करके उठाती है और दोनों एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे।
उठ जाओ डफर ऑफिस नहीं चलना क्या
आशु - और सोने दो ना यार अभी और वो पलक को वापस अपनी ओर खींच लेता है .........
next part will be soon
11. love stories in hindi romantic
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 11 )
अब आगे......
आशु- अरे तुम भूल गई अपन मुंबई में। नहीं है जो आज ऑफिस जाएंगे!
पलक - हा सही कहा! लो छोड़ो अब कोई आ जाएगा!
आशु- अरे हा तो आ जाने दो!
पलक- अच्छा बड़ी मस्ती सूझ रही है तुमको
आशु- हा बच्चा हूं तो अब मस्ती तो करूंगा ही सही ना
तभी निशा आ जाती है! और दरवाजा खटकटाती है!
लो डफर बुलावा आ गया नीचे से छोड़ो अब!
आशु - यार ये तुम्हारी दोस्त ना इसको और कोई काम नहीं है क्या फिर आ गई
पलक - अच्छा चलो अब
आशु - हा चलो चलते हैं!
दोनों नीचे जाते है! वाह सब वापस मुंबई जाने की तैयारी कर रहे थे!
आशु - पर इतनी जल्दी क्यों जा रहे है कुछ दिन और रुकते है ना यहां पर!
दुर्गा देवी - बेटा तुम्हे पता है ऑफिस का कितना काम है और सारा काम तुम्हे ही देखना है तो जाना ही पड़ेगा!
आशु - हा वो भी सही है! पापा मम्मी आप भी चलो ना हमारे साथ!
नहीं बेटा तुम जाओ यहां पर ही बहुत काम है! और ये तो तेरा घर है तू कभी भी आ सकता है! पर आज से वो घर भी तेरा है! इसलिए वहां की सारी प्रोबलेम और सारी जिममेदारियां तेरी भी है और मुझे पता है तू अपनी जिम्मदारियों से कभी पीछे नहीं हटता है!
हा मां सही कहा आपने! तो फिर अब तेयारी करो जल्दी जाने की क्युकी बहुत सारी पैकिंग बाकी है अभी!
और भाई केसा है! चल हम भी अब चलते है! फिर मिलते हैं!
यार तुम सब भी अभी जा रहे हो!
हा यार क्या करे अब शादी तो हो गई है अब तो जाना ही पड़ेगा फिर आयंगे कभी तेरे दूसरे घर मतलब मुंबई
हा यार चलो ठीक है! तुम सबकी बहुत याद आएगी कमीनो
और सारे दोस्त गले लग जाते है!
ओके अब निकलते है हम!
हा ठीक है बाय!
पलक - अरे चलो हमें भी निकलना है अब
आशु - हा सारी तैयारी हो गई क्या!
हा सब हो गया है बस मा का आना बाकी है!लो मा भी आ गई !
चलो अब हम चलते है! और सब गले मिलते है!
मम्मी अब चलता हूं और दोनों मां के पैर छूकर और गले लग जाते है!
हा बेटा ठीक है! सब उनको बाहर तक छोड़ने आते है!
और सब बैठ जाते है हा चलो अब!
और शाम तक सब वापस मुंबई पहुंच जाते है!
निशा- चल यार अब में भी चलती हूं घर निशा मुंबई की ही थी तो उसका घर वहीं पर था!
पलक - हा ठीक है!
सफर बहुत लंबा था और सब थक चुके थे तो खाना खाकर सीधा सोने को चले जाते है!
आशु - कल पलक को सरप्राइज दूंगा?
अगली सुबह....
उठो डफर उठ जाओ अब आज तो चलना है ना ऑफिस
हा पर मुझे नहीं जाना ऑफिस
क्यू नही जाना बाबू
बस ऐसे ही क्युकी हम कई और जाने वाले है!
पलक - पर कहां यार बताओ तो सही?
आशु - नहीं बताऊंगा पहले kissi दो तब बताऊंगा
पलक - अच्छा मत बताओ
आशु- बताता हूं ना यार इसमें क्या गुस्सा हो रही हो और गुस्से में और प्यारी लगती हो सच मै
पलक - हा बताओ अब!
आशु - अरे हम गोवा जा रहे घूमने!
गोवा वाले बीच पे बेबी आखे मीच के
ठंडी ठंडी बीयर पिएंगे दोनों फोटो खीच के
पलक - अच्छा सच मै! पर आज केस हो पाएगा अभी तो कुछ नहीं हुआ है!
आशु - अरे मैने सब कर लिया है बुकिंग भी हो गई सब काम पूरा है बस तुम रेडी हो जाओ फिर चलते है
पलक - पर यार कब किया तुमने ये सब?
आशु - जब हम घर पर थे तभी सब प्लान कर लिया था
और सारी बुकिंग भी कर दी थी
पलक - अच्छा डफर वेरी स्मार्ट
आशु - और हा मां को भी सब बता दिया है तो उन्होंने पैकिंग कर दी होगी बस तुम रेडी हो जाओ! फिर निकलते हैं!
पलक - हा ठीक है तुम चलो मैं आती हूं!
जल्दी आना यार !
हा बाबा ठीक है आती हूं चलो अब!
दुर्गा देवी - बेटा सब हो गया ना!
आशु - हा मां सब हो गया है पर यहां पर?
दुर्गा देवी - तुम यहां की टेंशन मत लो मै हूं यहां पर !
तभी एक आदमी आता है!
सर आपसे कोई मिलने आया है!
हा बेजो उसे!
और वो अकेले मै कुछ बात करते है! और आशु थोड़ी टेंशन में था ?
पलक यार आओ ना! हा आती हूं !
और पलक भी नीचे आ जाती है हा चलो अब!
अरे वाह क्या लग रही हो
हा चले अब ! तुम भी ना मम्मी के सामने ही शुरू हो जाते हो
आशु - हा तो उसमे क्या है
ओके चलो अब अब नहीं हो रही है क्या तुमको देर
आशु - हा चलो!
ड्राइवर गाड़ी निकालो !
चलो अब बैठो या फिर गोद में उठाकर बिठाऊं तुम्हे
पलक - हा ये बाते करवा को लाड़साहब से चलो अब
हा और दोनों निकाल जाते है बाय बोलकर गोवा की तरफ!
उधर सिद्धार्थ का भाई यश भी उन दोनों से बदला लेना चाहता था! और वो सीधा अपने लोगो के पास जाता है!
अरे बॉस आ गए!
कहा है वो दोनो में इस बार तो उन्हें ऐसी मौत दूंगा की दोनों भीख मागेंगे मेरे सामने की छोड़ दो हमें!
बॉस सुना है दोनों ने शादी कर ली है और दोनों आज ही गोवा जा रहे है घूमने के लिए!
ओह रोमांटिक कपल! तुम लोगो को भी गोवा बड़ा पसंद है ना!
हा बॉस बहुत अच्छा है मजा आयागा वाहा पर चले!
हम लोग वहां पर मजे लेने नहीं जा रहे है! तुम सब तेयारी करो और अब उनको मारना नहीं है कुछ ऐसा करूंगा की दोनों जिंदा रहते हुए भी मिल नहीं पाएंगे एक दूसरे से!
बॉस ऐसा क्या करने वाले हो आप
तुम ज्यादा मत सोचो ये सब सोचने का काम मेरा है तुम सब तेयारी करो हमें आज ही निकालना है और पता लगाओ वो कोनसे रास्ते से जा रहे!
जी बॉस सब हो जाएगा आप टेंशन मत लो
पढ़े: Romantic love story in hindi (प्रेम कहानी)
12. love stories in hindi short
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 12 )
इस भाग को समझने के लिए पहले वाला भाग जरूर पढ़े
अब आगे.....
पलक - गाड़ी में चलाऊंगी तुम साइड में बैठो!
आशु - अच्छा फिर तो पहुंच गए सीधा उपर जाएंगे पता है मुझे कैसे चलाती हो तुम गाड़ी
पलक- अच्छा मुझ पर यकीन नहीं तुम्हें
आशु - अरे यार खुद से भी ज्यादा यकीन है तुम पर ओके लो चलाओ तुम्हारे लिए कुछ भी मंजूर है
पलक - हा बाबू
ओके अब चले! हा और पलक गाड़ी स्टार्ट करती है
उधर यश भी अपने लोगो को लेकर उनका पीछा कर रहा था
थोड़ी आगे जाकर यार यहां पर दो रास्ते है तुम्हे पता है कोंस वाले पर जाना है!
आशु - अरे में गूगल मैप पर देखता हूं!
पलक - रहने दो मुझे नहीं यकीन ऑनलाइन पर
आशु - अच्छा तो फिर क्या करे!
तभी वो गाड़ी को साइड में रोकती है और वहां पर खड़े एक आदमी से पूछती है! भैया ये गोवा वाला रास्ता कोनसा है
मेम आप इस वाले रास्ते से जाओ! ओके थैंक्यू भईया!
और वो उसी रास्ते पर चले जाते है!
जो कि वो रास्ता सही नहीं था! वो रास्ता जंगल की तरफ जाता था! और हुआ वहीं जो डर था गाड़ी पंक्चर हो गई
और शाम भी होने वाली थी!
पलक से गाड़ी कंट्रोल नहीं हुई और वो जाकर एक पेड़ से ठुक गई!
वो तो अच्छा हुआ की दोनों को चोट नहीं आयी!
दोनों गाड़ी से बाहर आते हैं!
आशु - मैने कहा था ना पर। नहीं तुम्हें तो भरोसा ही नहीं है मेरे पर में ऑनलाइन पर यकीन नहीं करती हूं! उसने गलत रास्ता बता दिया अब भुगतो
तभी आशु देखता है कि पलक के हाथ से खून निकल रहा था उसको चोट लगी थी क्युकी गाड़ी वो चला रही थी!
अरे यार तुम्हारे तो खून निकल रहा है ! कहा था मुझे चलाने दो तो ये नहीं होता कितनी चोट लगी है!
पलक - अरे कुछ नहीं हुआ यार थोड़ी से चोट लगी है!
आशु - थोड़ी सी है ये ! रुको ! और वो गाड़ी से फर्स्टेड बॉक्स निकाल कर लाता है! और पलक के हाथ में दवाई लगाता है!
सॉरी यार तुम्हे इतना कुछ बोल दिया और वो पलक को जोर से गले लगा लेता है! तुम जानती हो ना कोई तुम्हे कुछ बोले या तुम्हे कुछ हो जाए तो मेरी जान निकाल जाती है!
और तुम बार बार ऐसा काम करती हो! छोटी बच्ची की तरह
तुममें जान बसती है यार मेरी! तुम्हे कुछ हो जाए उससे पहले में मर जाऊं!
पलक - अरे डफर ये क्या बोलते है बार बार मरना वरना!
मेरे होते हुए ऐसा कभी नहीं होगा में हूं हमेशा हूं तुम्हारे साथ और ज्यादा इमोश्नल मत हुआ करो रिश्ते इंसान को कमजोर कर देते है!
आशु- में इमोश्नल हूं इसका मतलब ये नहीं कि मै कमजोर हूं में दिल का अच्छा हुआ शायद इसलिए रोना आ जाता है! और तुम मेरी ताकत हो कमजोरी नहीं!
पलक - हा पर इतना दिल से क्यू सोचते हो ये दुनिया दिलवालो के साथ दिमाग से खेलती है!
आशु- हा बाबू पता है पर एक ही बात सीखी है! की जो भी करो दिल से करो क्युकी दिल झूठ नहीं बोलता है!
किसी के दिल से मै खेलता नहीं और दिमाग से खेलने देता नहीं!
पलक - ओह मेरे जीनियस आशु
चलो ये सब छोड़ो अब शाम तो हो चुकी है और गाड़ी भी सुबह ही ठीक होगी तो आज रात यहीं जंगल में ही रहना पड़ेगा अब तो
तुम्हे डर तो नहीं लग रहा है ना
पलक - में नहीं डरती हूं किसी से भी और तुम हो ना
आशु - हाय हाय मेरी शेरनी बिल्कुल सही कहा तुमने
पर याद रखना जंगल में भूत भी होते है!
पलक - क्यू तुम्हे भूतो से डर लगता है क्या है क्या
आशु- जब तुमसे डर नहीं लगता तो भूतो से क्या डर लगेगा मुझे
पलक - कुछ ज्यादा नहीं बोल रहे हो
आशु - अरे मजाक कर रहा हूं यार और वैसे भी तुमसे डरना पड़ता है
अच्छा ये सब तो ठीक है पर ठंड ज्यादा है! यहां पर और अंधेरा भी होने वाला है! तुम ऐसा करो यही रुको में गाड़ी से लाइटर लेकर आता हूं ! कहीं आग जलाकर बेठगे!
पलक - हा जल्दी आना पर यार बहुत अंधेरा है यहां पर
आशु - हा बाबू बस अभी गया और अभी आया
आशु जाता है और गाड़ी से लाइटर निकाल ही रहा था कि उसे लगता है कि कोई जैसे उन पर नजर रख रहा हो!
उस पहले भी शक था ! पर उसने सोचा ये उसका वहम है!
और वो लाइटर लेता हूं और वापस जाता है!
जब वो वापस गया तो पलक वहां पर नहीं थी! और उसने आवाज दी पलक कहां हो यार और वो उसे इधर उधर देखने लगा लेकिन वो कहीं पर भी दिखाई नहीं दी!
उस लगा कई मेरा शक सही तो नहीं यहां पर कोई है शायद!
पलक उसके साथ मजाक कर रही थी वो वहीं पर थी! ओह डफर डर गए थे ना!
आशु - तुम्हे हसी आ रही है ऐसा मजाक करता कोन है हस लो तुम
पलक - यार इसमें क्या इतना नाराज हो रहे हो !
आशु - यार ऐसा मजाक मत किया करो! और मुझे ऐसा लग रहा है जैसे कोई हमारा पीछा कर रहा हो
पलक - अरे ये तुम्हारा वहम है ऐसा कुछ नहीं है!
आशु - हा शायद तुम सच बोल रही हो मुझे भी ऐसा ही लगता है!
चलो वहां चलते है और आशू वाहा आग जला देता है!
पलक को बहुत ठंड लग रही थी!
आशु - बस लड़कियो से फैशन करवा लो पता है अभी ठंड का मौसम है फिर भी कुछ नहीं लाई पहनने को
पलक - अरे मुझे क्या पता था कि ऐसा हो जाएगा !
आशु - हा ठीक है! ये लो और आशु अपना कोट उसे पहना देता है
पलक - तुम्हे नहीं लगेगी अब ठंड !
आशु- नहीं में पत्थर का बना हुआ है! मुझे ठंड नहीं लगती है
पलक - ज्यादा मस्ती सूझ रही है ना तुमको!
आशु - अच्छा अभी तो मस्ती की ही नहीं पर मैने
ओके तुम रुको मै गाड़ी से शॉल लेकर आता हूं!
और आशु वापस गाड़ी में शॉल लेने जाता है! और वापस आ जाता है!
आशु - तुम भी आ जाओ!
और दोनों एक ही शॉल में एक दूसरे की बाहों में थे! चांदनी रात थी! और ऐसा लग रहा था जैसे चांद भी उन्हें ही देख रहा हो!
उसकी जुल्फो से छनकर के देखो चांदनी नुर बरसा रही है!
वक्त यूहीं ठहर जाए हमदम एक इतनी से बस आरज़ू है!
दोनों ऐसे ही साथ में सो जाते है!
लेकिन एक परछाई उनकी तरफ आ रही थी!
to be continued.........
next part will be soon
13. stories in hindi heart touching
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 13 )
अब आगे....
तभी आशु पीछे देखता है! अरे ये तो खरगोश है
पलक - हा कितना प्यारा है ना!
आशु- हा बिल्कुल तुम्हारी तरह है!
और पलक उस खरगोश को गोदी में उठा लेती है! बहुत प्यारा है हम ले चले!
आशु - तुम्हे ही बड़ी मुश्किल से संभाल रहा हूं इस बेचारे को यही पर रहने दो तुम अब
पलक - ज्यादा मत बोलो
आशु- अरे हा देवी ठीक है सुबह हो गई अब चलना चाहिए! मै गाड़ी को ठीक करता हूं!
पलक - हा चलो!
आशु - क्या सोचा था यार क्या हो गया! गोवा वाले बीच पे और हम यहां जंगल के बीच में है! मेरी किस्मत जब उपर वाला लिख रहा था शायद तब अच्छे मूड में नहीं था!
पलक - हा ज्यादा सोच लेते हो कभी कभी
आशु - अच्छा तुम्हारी चोट ठीक है ना अब दर्द तो नहीं है ना
पलक - हा ठीक है यार तुम अब गाड़ी ठीक करो वरना आज रात भी यही पर रहना ना पड़ जाए
आशु - कोई बात नहीं मजा ही आयेगा यहां भी और क्या है
ये लो बातो बातो में गाड़ी भी ठीक हो गई! आओ बाबू बैठो तुम्हे चांद पर ले चलू उसे उसकी औकात दिखाने!
क्या क्या डायलॉग बना रखे है यार इन लोगो ने मतलब कसम से मजा आ जाता है यार!
पलक - हा यार सही है!
आशु - वैसे तुम चांद नहीं हो क्युकी चांद सिर्फ रात को रोशनी देता है और तुम तो मेरी जान हो!
पलक - मतलब?
आशु- मतलब तुम उस चांद की रोशनी हो जिसके बिना चांद भी अधूरा है बाबू!
पलक - हा ये बाते करवा को लाड़साहब सै
चले अब!
आशु - हा बैठो चलते है!
और आशु गाड़ी स्टार्ट करता है और दोनों निकल पड़ते है!
यार ठंडी बहुत है मौसम भी अच्छा है क्यू ना चाय पी ली जाए!
आशु - हा यार क्यू नहीं में तुम और चाय
रोकता हूं साइड मै ! और पास ही एक ढाबे पर आशु चाय पीने के लिए गाड़ी रोक देता है!
यार ऐसे ढाबे पर अकेले लम्बी सड़के अलग ही मजा है ना!
पलक - हा मजा तो है यार सही कहा! में खुद ऐसी ही लाइफ जीना चाहती हूं अपनी मर्जी से खुल के!
आशु - हा क्यू नहीं यार बिल्कुल सही है!
लो जी साहब जी चाय बन गई!
हा दे दो और वो कुल्हड़ वाली चाय सर्दी में आनंद आ गया कसम सै!
साहब जी आप बहुत खुश लग रहे हो साथ मै भगवान आपको हमेशा खुश रखे!
अरे धन्यवाद भाई जी आपका! चलिए भाई आपको एक बात बताता हूं! मेरी गलती नहीं होती है तब भी में इससे माफी मांग लेता हूं पर ये किसी और की गलती के लिए मुझे सजा देती है!
में समझा नहीं साहब जी?
अजी में नहीं समझा आप क्या समझोगे!
राधे राधे
चलिए भाई जी चलते है आपका बहुत बहुत धन्यवाद इस चाय और प्यार के लिए मिलनगे दुबारा?
चले पलक! हा चलो ये क्या था
आशु - मतलब ?
कुछ नहीं चलो अब!
ओके ठीक है गुस्सा आ रहा है पर मुझे नहीं डरा पाओगी
वैसे गुस्से में क्या लगती हो!
पलक - हा हा पता है मुझे! कितनी दूर और है?
आशु - बस आने वाला है यार थोड़ी दूर और है! तुम्हे पता है ?
पलक - क्या
आशु - जब से मुंबई से चले है एक गाड़ी हमारा पीछा कर रही है!
पलक - अच्छा तुम्हे केसे पता कितना शक करते हो यार ऐसा कुछ नहीं है!
हा ठीक है ये लो आ गया गोवा! गोवा मेरी जाना ऐसा गाना है शायद मुझे पता नहीं पर
और गाड़ी होटल के अंदर जाती है ! तभी वहां पर मैनेजर आता है होटल का! सर आप अभी आए हो हम कल से आपका वेट कर रहे थे!
अरे कुछ मत पूछो मिश्रा जी यार रास्ते में लोचा हो गया था!
चलो छोड़ो अभी तो रूम बताओ आप फ्रेश होना है रात भर जंगल में रहे है मिश्रा जी
वेटर सर और मेम को इनका रूम दिखा दो कुछ भी पेरशानी नहीं होनी चाहिए! ये समझो ये होटल इनका ही है!
वेटर - ओक सर! अाइए सर आप इधर से
आशु- धन्यवाद मिश्रा जी मिलते है आप से कुछ देर बाद थोड़ी बात भी करनी है आपसे!
और दोनों रूम में चले जाते है!
आशु - तुम भी फ्रेश हो जाओ और रेडी हो जाओ! फिर चलते है!
पलक - पर कहां चलना है!
आशु - जहा तुम कहो वही
पलक - अरे बताओ ना यार
आशु - तुम पहले रेडी हो जाओ फिर बताता है!
हा ठीक है!
पलक फ्रेश होकर बाहर आती है! और अपने बालों को सुखा रही थी!
ऐसे क्या देख रहे ही तुम
आशु - बस देख रहा हूं अगर दूसरा दिल भी होता तो तुमको दे देता! ये वाला तो तुम्हारा है ही!
कमाल लग रही हो
और आशु उसके पास जाकर जो जुल्फे उसके चहरे पर आ रही थी उनको हटाता है! वो दोनो इतने पास थे कि एक दूसरे की धड़कने सुन सके! हवा भी पास से गुजरे तो शरमा जाए!
चलो अब बताओ क्या सरप्राइज है?
चलो नीचे है कुछ!
नीचे जाने पर शानदार पार्टी रखी गई थी! दोनों के लिए!
लेडिस & जेंटलमैन आज की खास शाम हमारे खास
मेहमानों के लिए तालियां रुकनी नहीं चाहिए!
तभी दोनों भी आ जाते है!
आशु - डांस करोगी ना स्टेज तोड़ फोड़ देना मतलब एकदम
आग बरसनी चाहिए आग
पलक - रहने दो कुछ लोग जल जाएंगे
आशु - this is for you
और चारो तरफ तालियां बज रही थी!
सब वाह वाह कर रहे थे!
शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया!
पर पलक पहले तो वहीं थी लेकिन अब वो दिख नहीं रही थी! कहा गई होगी और वो उसे इधर उधर देखता है!कई वापस मजाक तो नहीं कर रही है ना मेरे साथ!
तभी एक वेटर एक चिट्ठी लाकर आशु को देता है! किसने दी ये! पता नहीं सर एक आदमी ने कहा आपको देनी है! ओके ठीक है तुम जाओ!
आशु देखता है उसमे लिखा था ....
तुम्हारे पास सिर्फ पांच मिनट है! बचा सकते हो तो बचा लो अपनी पलक को! हाहहाहाहा!
यश जोकर...
to be continued.......
पढ़े: love Stories in Hindi (प्रेम कहानी)
14. A love story in hindi
अब आगे.....
5 मिनट अब कहा ढूंढू इसको कुछ समझ नहीं आ रहा है!
और वो वापस उस वेटर को बुलाता है जिसने उसे ये चिट्ठी दी थी! तुम्हे ये चिट्ठी कहा पर मिली ये बताओ ?
सर जब मै टेरिस पर था तो वहीं दी थी एक आदमी ने?
ओके तुम जाओ ,और आशु तुरंत टेरिस की तरफ भागता है!
लिफ्ट भी बंद है ooh sit yaar
और वो सीढ़ियों से उपर की तरफ जाता है! वहा जाकर पलक को देखता है कहा गई होगी यार ये लड़की! है भगवान
पलक, पलक पलक कहां हो तुम यार और तभी वो देखता है कि पलक को टेरिस पर से बांधकर नीचे की तरफ लटका रखा था!
ओह माय गोड! ये सब कैसे हुआ यार! पागल मुझे उपर लों पहले मेरा हाथ छूट रहा है यार!
हा ये लो मेरा हाथ पकड़ो और ऊपर आ जाओ जल्दी करो
और पलक आशु का हाथ पकड़ लेती है और वो उसे ऊपर खीच लेता है!
तुम ठीक हो ना यार और वो उसे गले लगा लेता है! तुम्हे कुछ हुआ तो नहीं इनको छोडूंगा नहीं मै सालो को तुम यहां कैसे आयी?
मुझे भी नहीं पता मुझे कुछ याद नहीं है बस चक्कर आ गए थे और मै यहां सीधा ये सब कोन कर रहा है पर!
अरे कुछ नहीं हुआ तुम टेंशन मत लो सब ठीक होगा!
आशु ( इसको कुछ भी बताना ठीक नहीं होगा इन सबका तो पता लगाना ही पड़ेगा कोन है और चाहता क्या है गलत पंगा ले रहा साला )
पलक - वहां पर कोई है जो हमारी बात सुन रहा है!
आशु वहा जाकर देखता है यहां तो कोई नहीं है! ये यहां क्या है? ये तो किसी लड़की का इयर रिंग है!
मतलब लड़कियां यहां भी मेरे पीछे आ गई
हर वक्त मजाक तुम जाओ यार में जा रही हूं जो मर्जी है करो
और पलक गुस्से में वहां से चली जाती है!
आशु- ये लड़की कोन हो सकती है जो ये सब कर रही है आखिर मेरे से क्या दुश्मनी होगी इसकी, सवाल बहुत सारे है
और इसके साथ कोन कोन है?
कॉल रिंग करता है!
सर नीचे आपसे कोई मिलने आया है! ओके मै आता हूं अभी
आशु नीचे जाता है! अरे यार दीपक तू यहां कब आया! अरे बस अभी आया हूं और घर पर आंटी से पूछा तो उन्होंने कहा तुम भी यहीं ही!
वो सब तो ठीक है ये साथ में क्या हमारी भाभी जी है क्या शादी भी कर ली बताया भी नहीं!
अरे नहीं यार मेरी gf hai रिया
रिया ये आशु है मेरा जिगरी दोस्त भाई सब कुछ!
हुआ क्या है तू उपर क्यू था और पलक कहां है! कुछ मत पूछ यार क्या क्या हो रहा है यहां पर!
तुम अभी जाओ हम बाद में बात करते है!
अगली सुबह....
सब नीचे स्विमिंग पुल के पास चिल कर रहे थे! पलक तो नारज थी तो वो आशु से बात नहीं कर रही थी और दूर बैठी थी!
यार दीपक मैने सुना है लड़कियों को बहुत जलन होती है
पलक - रिया ये सारे लड़के ऐसे ही होते है ,,बस बाते करवा लो इनसे ,,और मुझे कोई जलन नहीं होती है जो मर्जी करो मुझे क्या है
तो फिर ठीक है दीपक मै तो अब एक गेम खेलूंगा वो देख लड़कियां वहां पुल में वालीबॉल खेल रही है में जा रहा हूं
पलक - हा जाओ जाओ
हा तो ठीक है गर्ल्स जब भी तुम सब हारोगी तू मुझे एक किस करना पड़ेगा तुम्हे मंजूर है तो करे गेम स्टार्ट
और गेम स्टार्ट हो जाता है! और गर्ल्स हार जाती है!
तो अब शर्त याद है ना सबको!
हा क्यू नहीं
और एक लड़की आशु को किस करने आती है वो किस करने वाले ही होती है कि!
नहीं यार रहने दो अभी तुम सब बहुत बार हारने वाली हो तो एक साथ ही देना सब
और पलक ये सब देखकर वहां से चली जाती है!
दीपक- अबे पागल है क्या वो पहले से ही नाराज़ है और एक तू हूं की ये सब कर रहा है!
आशु- अरे मेरे दोस्त इसको जलन कहते है जलन,,और में उसे मना लूंगा!
चल मै अभी जाता हूं तू भी एन्जॉय कर!
और आशु वहां से मैनेजर के पास जाता है!
what the hell Mishra
क्या हुआ सर?
ये सब क्या है कल पलक वहां उपर उसकी जान खतरे में थी किसी ने उसे कुछ पीला दिया था और तुम पूछते हो क्या हुआ ! कैसा स्टाफ है तुम्हारा कुछ याद नहीं इनको!
सुन ले तू ध्यान से अगर पलक को कुछ भी हुआ ना तो मै किसी को छोड़ूंगा नहीं!
सॉरी सर आगे से ऐसा कुछ नहीं होगा
मुझे तेरा सॉरी नहीं चाहिए पता लगा वो कौन लड़की थी जिसने ये सब किया है और उसके साथ कोन कोन है
सर आप टेंशन मत लो में सब देख लूंगा और आगे से कुछ ऐसा नहीं होगा!
हा और सुन शाम को सरप्राइज रखा है इसलिए सारा इंताज़म हो जाना चाहिए पलक नारज है! और इस बार कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए
ओके सर!
और आशु रूम में जाता है! ओ तेरी की अभी तक नारज है ये और इसको मनाना बड़ा मुश्किल है?
पलक सुनो ना!
क्या है क्यू आए हो यहां जाओ वहीं बड़े आए
अरे मतलब आग लगी है जलन हो रही है
हा तो जब मुझसे कोई कुछ कहता है तो तुम्हे गुस्सा नहीं आता है क्या
अरे मै दांत तोड़ दू उसके अगर किसी ने तुमसे कुछ कहा और तुम्हारी तरफ देखा भी तो!
तभी दीपक और रिया आ जाते है!
हमने डिस्टर्ब तो नहीं किया ना
अब तो कर ही दिया है आजा चल
एक गेम खेले आशु! बता कोनसा ! मै तुमसे पलक के बारे में सवाल पूछूंगा और तुम्हे सही जवाब देना है!
हा खेलते है जो मर्जी है पूछ!
पलक को खाने में क्या पसंद है,,उसके हाथ के बने हुए पोहे
इसे सबसे ज्यादा नफरत किस बात से है,,धोखेबाज लोगो से
तुम्हे इसकी कोनसी बात पसंद है,,हर बात और हर अदा पसंद है
ओके ठीक है पास हो गया! क्या हुआ और पूछ ना यार
नहीं अब ठीक है! ओके हम चलते है बीच पर जा रहे है तू भी चल
ओह गोवा वाले बीच पर मतलब ठंडी ठंडी बीयर पिओगे वहां पर
तू कभी नहीं सुधरेगा साले हम चलते हैं
हा जाओ जाओ मजे करो!
पलक तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है शाम को रात को 10 बजे
अच्छा क्या है बताओ ना
यार तुम लड़कियां भी ना अगर अभी सरप्राइज बता दूंगा तो फिर सरप्राइज का क्या मतलब रह जाएगा यार
तुम इंताजर करो रात के 10 बजने का जब अमावस की काली रात और काली हो जाएगी
पागल हो क्या चुप करो अब
हा ठीक है देखते है क्या सरप्राइज है तुम्हारा आज रात को 10 बजे
पढ़े: Horror story in hindi (प्रेम कहानी)
15. heart touching true love story in hindi
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 15)
अब आगे.......
हा हा देखते है क्या सरप्राइज है तुम्हारा, आज!
हा तो फिर अभी तो चले बाहर वापस स्विमिंग पुल मै
क्या है ना कि वो लड़कियां वहां पर मेरा वैट कर रही अभी तक बेचारी और उनको इंताजर कराना अच्छा नहीं लगता है
हा जाओ तुम वही फिर यहां क्या लेने आए थे
ओ मेरी शेरनी कितना गुस्सा करती है यार अच्छा हुआ मै मिल गया वरना कोन संभालता तुम्हे
वैसे क्या बात है लड़कियों को जलन बड़ी होती है! मुझे तो हसी आ रही है अब यार
हा हंस लो बिना बात के ही हंसी आती है तुमको तो
मै जा रही हूं
अरे कहा चल दी ऐसे जेस बंदूक की गोली
ये मेरी पागल बीवी भी गजब करती है पर शाम को खुश हो जाएगी, मै भी चलता हूं एक पता चले कि शाम को कुछ इंतजाम हुआ ही नहीं है।
और आशु भी चला जाता है!( सोचते हुए) पर वो लड़की कोन हो सकती है जिसने ये सब किया है यहां पर कुछ तो बहुत बड़ी गड़बड़ है और उसके साथ भी कोई है जो ये सब कर रहा है! सारे सवालों का जवाब जब तक नहीं मिल जाता तब तक यहां से जाऊंगा तो नहीं!
तभी दीपक आ जाता है। अरे क्या हुआ यार तू यहां रिया कहां गई!
क्या बताऊं यार नाराज हो गई है और चली आती वहां से
अच्छा ऐसा भी क्या कर दिया था तूने जो वो नारज ही गई है
अबे तू ना! ये सब छोड़ और ये बता कि तू इतना टेंशन मै क्यू है
आशु - अरे यहां जब से आया हूं कोई ना कोई पीछे लगा हुआ है यार मुझे फिक्र मेरी नहीं है मुझे टेंशन पलक की है यार अगर उसे कुछ हो गया तो इसलिए?
दीपक - अरे भाई तू अगर टेंशन लेने लगा तो हम जैसे को क्या होगा फिर यार और वैसे भी अब मै भी हूं यहां जो होगा देखा जाएगा!
वैसे ये बता पलक का गुस्सा शांत हुआ या नहीं
आशु - उसे बड़ी जल्दी गुस्सा आता है पर मुझे भी मनाना आता है यार मै उसे मना लूंगा! तू तेरी सेटिंग को माना कहीं भाग ना जाए तुझे छोड़कर
क्युकी अगर चली गई तो तेरे जैसे को दूसरी मिलना भी मुश्किल है
दीपक - हा जैसे तुझ पर बड़ी लड़कियां मरती थी जैसे कॉलेज मै
आशु - और नहीं तो क्या तूने नहीं देखा था! मैने खुद भाव नहीं दिया किसी को और एक तुम लोग थे हर किसी के पीछे पड़े रहते थे! मैने बचाया है बहुत सी बार मार पड़ने से वरना जूते पड़ते उस दिन तेरे
दीपक - हा यार सही कहा पर यार उस लड़की ने पहले तुझे प्रपोज किया था तू नहीं माना तो मैने सोचा मै कर देता है उसको अब पर वो तो सीधे मरने मारने पर उतारू हो गई थी
आशु - हा अब ये सब छोड़ और तू जा मुझे कुछ काम है अभी मिलते है बाद में!
हा ठीक है!
शाम हो चुकी थी!
पलक - यार ये कहां गया अभी तक आया भी नहीं रूम में चलकर देखती हूं! और वो रूम में जाती है!
और वो जैसे ही दरवाजा खोलती है गुलाबो के फूल की बारिश हो जाती है रूम एक दम बिल्कुल सजा हुआ था
बाहर हल्की बारिश हो रही थी विंडो से बाहर का नज़ारा और समन्दर दिख रहा था!
हल्की सी महक और रोमांटिक सोंग चल रहा था! वो अंदर आती है बेड पर एक तोहफा रखा हुआ था! 💓
इसमें क्या है ?
और वो उसको खोलकर देखती है और उसमें एक सुंदर सी ड्रेस थी! बहुत अच्छी है ये तो अभी पहन कर आती हूं!
और वो कुछ देर बाद पहन कर आती हैं! और देखती है आशु वहीं पर खड़ा था!
बहुत अच्छी ड्रेस है मानना पड़ेगा तुम्हारी पसंद को पागल
हा तभी तो तुमको पसंद किया है
और कमाल की लग रही हो खुले बाल और तुम्हारी मुस्कान आंखे कहीं कत्ल ही ना कर दे
हा तो संभल कर रहो
तुम्हारे हाथ से तो हर जाम पसंद है फिर चाहे उसमे मौत ही लिखी हो! ऐसी बाते क्यूं करते हो यार!
और आशु पलक को कमर से पकड़कर अपनी ओर खीच लेता है उसकी जुल्फे जो उसके चहरे पर आ रही थी उन्हें अपनी अंगुलियों से हटाता है!
Love you meri Sherni love you
love you to pagal
दोनों इतने पास थे कि एक दूसरे की सांस को भी महसूस कर पा रहे थे और आशु पलक को गले लगा लेता है
अच्छा तो ये सरप्राइज था क्या तुम्हारा!
नहीं सरप्राइज अभी बाकी है डियर
अपनी आंखे बंद करो और चलो मेरे साथ! आंखे तो बंद है चलू केस! कोई बात नहीं और आशु उसे अपनी गोद में उठा लेता है!
कहां चल रहे है अपन बताओ तो सही! रुको ना यार थोड़ी देर मैने तुम्हे उठाया है तुमने मुझे नहीं
हा ये लो अब अपनी आंखे खोल सकती हो!
ओह यार मतलब केस किया ये सब बड़े रोमांटिक हो रोमेंटिक डिनर
हा तुम्हे ज्यादा देर नारज तो नहीं रख सकता ना तुम नाराज होती हो तो मेरा भी मन नहीं लगता है यार तुम्हे पसंद आया
हा पागल बहुत पसंद आया है बीच पर रोमांटिक डिनर यार पहली बार देखा है! और कितना अच्छा माहौल है हल्की लाइट और चांद की चांदनी और इतना अच्छा इंतजाम
और पलक आशु को गले लगा लेती है और उसने किस कर देती है
अब चले डिनर कर ले अभी तो पूरी रात बाकी है
तुम ना मार खाओगे अब
हा हा मार लेना रात में अभी तो चलो तुम
ओके चलो! मै तो वापस उठाकर ले जाऊंगा यार
हा ठीक है
अरे मैने सुना है एक ही थाली में खाने से प्यार बड़ता है
हा सही ही सुना होगा ! और दोनों डिनर करने लग जाते है
डिनर पूरा ही होता है कि तभी मिश्रा का कॉल आ जाता है
सर आप जल्दी आ जाइए!
क्यू क्या हुआ ?
to be continued......
16. Love story
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 16 )
कहानी को समझने के लिए पहला वाला भाग अवश्य पढ़े
अब आगे....
ठीक है मै अभी आता हूं
पलक - क्या हुआ किसका फोन था
आशु - अरे वो होटल मै कुछ हो गया पता नहीं क्या जल्दी बुलाया है चलो चलें!
और दोनों अंदर जाते है!
हा मिश्रा बोलो क्या हुआ इतनी जल्दी क्यों बुलाया!
सर आप खुद देख लीजिए आपके दोस्त को किसी ने गोली मार दी!
ये क्या कह रहे हो दिमाग ठीक है तुम्हारा ऐसा कैसे हो सकता है कहां है वो!
सर चलिए और वो दीपक के पास जाता है अरे यार केसे हुआ ये सब किसने किया तुझे कुछ नहीं होगा!
तुम सब पागल हो क्या एक इंसान यहां मर रहा है और अभी तक किसी ने एम्बुलेंस को कॉल नहीं किया!
सर मैने किया है अभी आती ही होगी एम्बुलेंस आ जाती है और आशु दीपक को उठाकर एम्बुलेंस में ले जाता है तुझे कुछ नहीं होगा ये सब जिसने भी किया है वो अब बच नहीं सकेगा! मिश्रा तू इसके साथ जा और इसका ध्यान रखना किसी भी चीज की जरुरत हो तो मुझे कॉल करना!
ओके सर!
यार ये सब क्या हो रहा है मेरा दोस्त!
पलक - तुम टेंशन मत करो वो ठीक हो जाएगा गोली बस कंधे में ही लगी है!
आशु - हा यार पर जो भी ये सब कर रहा है उसका टारगेट अपन है वो तो बस बेचारा मेरा दोस्त था इसलिए उसको इस बात की सजा मिली!
तुम कान खोलकर सुन लो तुम अब बस मेरे साथ रहोगी मुझे बिना बताए कहीं नहीं जाओगी!
पलक - हा वो तो ठीक है पर इतनी प्रॉबलम है तो अपन को अब घर चलना चाहिए!
आशु - नहीं क्युकी जब वो घर से यहां आ सकता है तो वापस हमारा पीछा करेगा अब इस मैटर को जब तक सॉल्व नहीं कर देता यहां से नहीं जाऊंगा!
पलक - पर मुझे अब टेंशन हो रही है!
मेरे रहते हुए तुम्हे कोई हाथ भी नहीं लगा सकता है मै जान से मार दूंगा उसे अगर तुम्हे कुछ हुआ तो!
पलक - इतना प्यार करते हो!
आशु - प्यार बताया नहीं जाता है उसे बस महसूस किया जाता है और जब कोई प्यार करता है तो उसकी कोई हद नहीं होती है!
ओह डफर और पलक आशु को गले लगा लेती है!
वैसे सरप्राइज केसा लगा अब बताओ
पलक - अरे मैने तो सोचा भी नहीं था इतना अच्छा सरप्राइज दिया तुमने
मुझे नारज नहीं देख सकते हो ना कभी भी
आशु - हा तुम्हे कभी नाराज नहीं होने दूंगा पर अगर कभी मै नारज हो गया तो तुम मुझे नहीं मना पाओगी
पलक - हा पता है पर मै मना लूंगी तुम्हे
आशु - अच्छा केसे बताओ तो मुझे भी तो पता चले
पलक - वो तो नहीं बता रही मै अभी तुम सोचो
आशु - अब ये भी मै सोचू पर मुझे इंतज़ार रहेगा इस जवाब का
हा हा ठीक है अब चले डफर! अब कहा चलना है सोणियो,, तुम कहो तो सही वहीं चलंगे
कहीं नहीं पार्क मै चले!
हा चलो वहां करना क्या है पर
तुम सच में डफर हो हर टाइम मस्ती सुझती है तुम्हे!
हा तेरे मस्त मस्त दो नेने मेरे दिल का के गए चैन
तुम अब मार खाओगे! अच्छा पकड़ तो लो पहले और आशु भागने लगता है
चलो यार रुक जाओ अब वरना मै सच मै मारूंगी तुम्हे
अच्छा मार लो तुम्हारे हाथ से तो मर भी जाए हम जानेमन ,, वैसे केसे मारोगी
बस करो यार और कितना हसाओगे
और दोनों वहां टेबल पर बैठ जाते है
कुछ ऑर्डर करू तुम्हारे लिए! हा कर दो
पर क्या करू तुम बताओ तो सही! जो तुम्हारी मर्जी हो मंगा लो आज तुम्हारी पसंद डफर!
आशु - ठीक है आइसक्रीम ऑर्डर कर देता हूं ! हा ठीक है
हा तो भईया जी दो चॉकलेट फ्लेवर आइसक्रीम ले आओ
और ये मेरी बीवी तो ज्यादा खाएगी 4 ले आना
पलक - कुछ भी बोलते हो ,,भईया आप एक ही ले आओ
आशु - एक क्यू तुम नहीं खाओगी क्या
पलक - अरे दोनों एक मै से खा लेंगे भईया आप ले आओ
आशु - अरे वा यार तो ऐसा करो भईया एक मिल्क शेक भी ले आओ दोनों साथ मै पिएंगे
ओके सर आप दोनों अच्छे कपल हो कितना प्यार है और आप कितनी मस्ती करते हों
अरे भाई तू छोड़ ना यार इसे कितना गुस्सा आता है और ये कितना नारज होती है मै जानता हूं डेली मनाता हूं इसको तू जा अब लेकर आ
हा ओक सर
after 5 minutes....
सर ये रही आपकी आइसक्रीम और ये मिल्क शेक
थैंक्यू!
एक मिनिट रुको!
हा सर बोलिए! ये इसमें क्या है कोई इन्विटेशन है क्या ! हा सर यहां एक गेम का कॉम्पटीशन होने वाला है जिसमें सभी कपल हिस्सा ले रहे है मै तो कहता हूं आप भी लो आप ये गेम जरुर जीतोगे आपकी जोड़ी भी बहुत अच्छी है!
हा तुम जाओ हमें नहीं खेलना ये फालतू के गेम
पलक - यार क्या हुआ खेलते है ना मजा ही आयेगा वैसे भी यहां अब पूरा दिन क्या करेंगे!
आशु - यार मुझे ये सब बकवास लगता है छोड़ो ना क्या करेंगे खेलकर!
पलक - हा ठीक है तुम्हारी मर्जी मत खेलो
तभी आशु उस कार्ड पर जोकर का साइन देखता है
ये तो वही है मतलब ये जो भी है ये चाहता है कि हम इस गेम को खेले और शायद यही से मुझे उसका पता लग पाएं!
अब क्या सोच रहे हो मत खेलो नहीं खेलना तो तुम मेरी बात मानते भी कहां हो !
अरे मेरी शेरनी नारज मत हो चल खेलते है तेरी ख़ुशी के लिए अब खुश
हा ठीक है! इसी बात पर एक किस दो ना यार ,,यहां पागल हो क्या शर्म नहीं आती
अरे काहे की शर्म और आशु पकड़ कर उसे अपनी और खीच लेता है
तभी वो वेटर वापस आ जाता है! अबे तू फिर क्या लेने आया सर मेरा फोन यही रह गया था सोरी सर आपको डिस्टर्ब किया ! हा कोई बात नहीं है ! वैसे सुनो हम ये गेम खेल रहे है तो तुम बोल देना वहां पर ठीक है !
ओके ग्रेट सर मै बोल दूंगा!
वो लड़की जिसने पहले पलक को किडनेप किया था वो सब देख रही थी! अब आयेगा मजा फस गया बेचारा अब कैसे बचा पाएगा अपनी पलक को मै भी देखती हूं कल इस सारे खेल का अंतिम दिन है कल सब खत्म
देखो तुम सब ध्यान से सुन लो मुझे अब कुछ गडबड नहीं
चाइए इन दोनों का किस्सा कल खत्म होना चाहिए इस बार अगर गलती हुई तो इन दोनों के साथ साथ तुम सब भी मरोगे
बॉस हमें जिंदा नहीं रहने देंगे
आप फिक्र मत करो मैडम इस बार सब प्लान के मुताबिक हो रहा है! हा वो सब तो ठीक है पर याद रहे वो आशु प्लान बनाने में तुम्हारा भी बाप है पहले पता है ना क्या हुआ था वो गलती दुबारा नहीं होनी चाहिए!
आशु भी इधर सोच रहा था कल इस खेल का अंतिम दिन है कल सब खत्म कर दूंगा जो भी होगा देख लूंगा बस इन सब मै पलक को कुछ ना हो !
क्या सोच रहे हो !
कुछ नहीं अब बस कल का इंतजार है?
to be continued.......
17. Love story
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 17)
कहानी को समझने के लिए पहला वाला भाग जरूर पढ़े!
अब आगे.....
सबको कल का इंतजार था कि कल आखरी होने क्या वाला है!
आशु - तो फिर मेरी शेरनी चले अब कल फिर तुम्हारा वो गेम भी तो खेलना है!
पलक - हा चलो! तुम्हे कभी डर नहीं लगता है!
आशु - तू जो मेरा हमदर्द है फिर काहे का मुझे डर है
पलक - हा सही है पागल
तुम्हे पता है जब एक बार हम क्लास में थे तो मै और मेरा दोस्त पीछे बैठता था सर पढ़ा रहे थे मैने सर से कहा सर आप पढ़ाते बहुत अच्छा हो बस मुझे कुछ समझ में नहीं आता है
अच्छा फिर क्या हुआ
फिर क्या सर ने मुझे सीधा क्लास से बाहर निकाल दिया
ऐसी हरकतें करोगे तो क्या होगा तुम्हे तो मार भी पड़नी चाहिए थी
बड़ी आयी कोई नहीं मार सकता मुझे किसी की इतनी हिम्मत नहीं हुई आज तक बस मम्मी ने मारा है
अच्छा मै भी नहीं मार सकती हूं क्या!
अरे तुम तो जान से मार दो तुम्हारा क्या भरोसा
बड़े आए ज्यादा मत बोलो,,हर टाइम यही बात
अरे अरे मजाक कर रहा था यार!
रुको मैं मिश्रा को कॉल करता हूं दीपक का हालचाल पूछ ले
हा ठीक है!
हेलो मिश्रा जी दीपक ठीक है अब
हा सर वो ठीक है आप टेंशन मत लो एक दम अच्छा हो जाएगा कुछ दिनों में
ओके तुम वही रहना और उसका ध्यान रखना
हा ठीक है सर
ओके तो पलक चले अब होटेल
हा चलो !
तुम्हे पता है पलक !
पलक - क्या पता है !
आशु - चलो रहने दो कुछ नहीं!
पलक - अरे बताओ ना यार!
आशु - तुम सो जाओ आराम से !
पलक - अरे मुझे नीद नहीं आ रही है यार!
आशु - तुम्हे तो बड़ी जल्दी नीद आती है कुंभकर्ण की तरह 6 बजे ही सो जाती हो फिर आज क्या हुआ है
पलक - सर दर्द हो रहा है!
आशु - ओह पहले बताना था ना चलो तुम सो जाओ मैं सर दबा देता हूं !और फिर भी नीद नहीं आयेगी तो लोरी सुना दूंगा
पलक - अच्छा जैसे तुम्हे आती है
आशु - अरे तुम सो जाओ चुपचाप
और धीरे धीरे पलक की नीद लग जाती है! चलो ये तो सो गई अब मुझे भी सोना चाहिए!
पर आशु ने पलक तो सुला दिया पर उसे खुद को नीद नहीं आ रही थी सब पता होता हुऐ भी पलक को कुछ नहीं बताया कि कल क्या होगा ताकि उसको बेमतलब की टेंशन ना हो अब कल देखते है क्या होता है
और आशु भी सो जाता है पलक को सर पर किस करके
अगली सुबह....
वेटर रूम का डोर बेल बजाता है!
आशु - अरे कोन इतनी सुबह सुबह दिमाग खराब कर रहा है सोने तो दिया करो यार!
पलक तो पहले ही उठ चुकी थी!
वो जाती है और गेट खोलती है हा बोलो
मेम आपको पता है ना आज सुबह 10 बजे आपको नीचे आना है तो वहीं बताने आया था मै !
पलक - हा हम आ जाएंगे तुम जाओ अब!
आशु उठो ना यार सुबह हो गई है! अरे सोने दो ना उठ कर कोनसा मुझे जंग लड़ने के लिए जाना है!
यार उठो पता है ने आज 10 बजे नीचे जाना है!
अच्छा पर मै ऐसे नहीं उठने वाला
तो फिर कैसे उठोगे
अरे प्यार से जगाओ यार ,, किस्सी दो तभी उठूंगा
अच्छा ठीक है तो फिर सोते रहो
ये क्या बात हुई यार मुझे नहीं करनी बात तुमसे
अच्छा ठीक है बाबा और पलक उसको kiss,,करके जगाती है अब तो उठ जाओ !
आशु - हा ये लो उठ गया अरे एक शेर सुनो
पलक - हा हा इरशाद फ़रमाय
आशु - अगर आज चाय मै मिठास कम हुई,,तो तुम्हारे होठों की खेर नहीं ।
पलक - सच में पागल हो यार
चलो अब रेडी हो जाओ नीचे भी जाना है हमें
आशु - हा आज तो बहुत काम है!
पलक - मतलब ?
आशु - कुछ नहीं !
पलक - ओक ठीक है मै भी रेडी हो जाती हूं!
आशु - अरे तुम्हे रेडी होने की क्या जरुरत ऐसी ही अच्छी लगती हो
पलक - बस ये बाते करवा लो तुमसे तो चलो मैं आती हूं अभी
आशु - हा ठीक है
और कुछ देर बाद दोनों रेडी होकर नीचे पहुंच जाते है!
आशु - पलक तुम यहीं रुको मैं अभी आता हूं!
तभी एक लड़का वहां आता है जो पलक को घुर के देख रहा था !
और आशु उसे देख लेता है!
और सीधा जाकर उसके रेपटा चिपका देता है!
दुबारा देखा ना तो कुछ देखने लायक नहीं रहेगा समझा मुझे देख ले अच्छे से और नाम याद कर ले जहां होगा वहीं आकर मारूंगा!
तभी पलक आ जाती है! क्या हुआ ?
कुछ नहीं इन भाईसाहब को थोड़ा ज्ञान दे रहा था!
अब चल जा यहां से पता नहीं केसे केसे लोग होते है
तभी वहां पर एक आदमी आता है और सबको बोलता है आप इस खेल को खेलने से पहले सोच लों आप इसे बीच मै छोड़कर नहीं जा सकते हो वरना अंजाम बहुत बुरा होगा!
तो चलिए शुरू करते है वैसे ये खेल सिर्फ पलक और आशु के लिए था बाकी सब तो सिर्फ मोहरे थे इस खेल के!
तो इन दोनों को ही एक बंद से हॉल मे ले जाया जाता है जहां पर थोड़ी से रोशनी थी और बाहर जाने का सिर्फ एक रास्ता कुछ लोग हाथ में बंदूके लिए हुए खड़े थे
आईए आईये इस ख़तरनाक खेल में आपका स्वागत है
कोन हो तुम क्या चाहती हो क्यों कर रही हो ये सब बताओ
अरे इतने सवाल सबका जवाब मिलेगा तुमको आज चलो शुरू करते है
पहला टास्क पलक तुम इसे थप्पड़ मारोगी और अगर नहीं मारा तो इसे एक गोली खानी पड़ेगी वो भी अपने सीने पर अब बिना देर किए हुए लगाओ इसे थप्पड़
पर मै नहीं मारूंगी मै कैसे मारू नहीं कभी नहीं
आशु - पलक जो ये कह रही हो करो तुम मारो बस एक थप्पड़ ही तो मारना है!
Love Stories In Hindi। Love Story In Hindi
मारो ना और पलक आशु को थप्पड़ मार देती है!
गुड बहुत अच्छा किया जो मार दिया वरना आज ये मर जाता
अब अगला टास्क आपके लिए मिस्टर
हम आपकी पलक के सर पर एक एप्पल रख देते है और ये रहा चाकू लगाओ निशाना अब देखते है केसा निशाना है तुम्हारा
नहीं मैं नहीं करूंगा ये सब पागल हो क्या तुम लोग इसमें तो कुछ भी हो सकता है! हम जा रहे है यहां से हमें नहीं खेलना है ये खेल चलो पलक!
पकड़ लो इन दोनों को तुम यहां आए तो अपनी मर्जी से थे पर जाओगे हमारी मर्जी से!
अगर तुमने निशाना नहीं लगाया तो हम तुम्हारी पलक को गोली मार देंगे सिम्पल है अब मर्जी तुम्हारी है!
पकड़ लो इस पलक को!
और दो लोग उसे पकड़ लेते है!
देखो मै बोल रहा हूं छोड़ दो उसे वरना ?
वरना क्या कर लोगे तुम और वो लड़की सामने आ जाती है ?
रिया तुम तुमने किया ये सब दीपक पर भी गोली तुमने ही और यहां सब जो कुछ हो रहा है सब तुमने किया !
हा मैने किया ! सब पैसों के लिए
और कोन है तुम्हारे साथ बताओ और वो आगे बढ़ता है तभी कुछ लोग उसे भी पकड़ लेते है !
देखो पलक को छोड़ तो मै सच कह रहा हूं मै तुम्हे जान से मार दूंगा I kill you !
किसी को भी नहीं छोडूंगा
तू मारेगा मुझे तू भीख मांग शायद मेरा मन बदल जाए!
तेरे जैसी गिरी हुई लड़की आज तक नहीं देखी मैने अच्छा हुआ जो सब अभी पता चल गया !
और जैसे ही आशु उन दोनों गुंडो को हटाकर आगे बड़ने की कोशिश करता है रिया उसके सर पर गन लगा देती है!
आशु हसने लग जाता है! क्या हुआ पागल हो गया क्या
तुम मुझे गोली मारोगी मारो मारो और आशु उसकी गन पकड़ लेता और बोलता है चला गोली दम है तो चला
तेरी आंखो मै डर साफ दिख रहा है तू क्या मुझे मार पाएगी
देखो मै सच में चला दूंगी गोली चल जाएगी ?
to be continued........
18. Heart touching love story in hindi
मोहब्बत का सफर
( पार्ट- 18)
काहनी को समझने के लिए पहला भाग जरूर पढ़े
अब आगे..
गोली और तुम, तो चलाओ ना हाथ मै गन पकड़ लेने से कोई गोली नहीं मार सकता है जिगर चाहिए होता है जो नहीं है तुम्हारे पास तुम्हारी आंखो में डर साफ दिखाई दे रहा है !
और आशु उसकी गन अपने हाथ में ले लेता है तभी वो दो लोग उसको मारने के लिए आगे आते है !
रुक जाओ वहीं अपनी मैडम के पालतू कुत्तों वरना मै गोली चलाने में एक पल भी सोचता नहीं हूं सीधा यही खड़े खड़े ठोक दूंगा तुम सबको तुम्हारी लाश उठाने वाला भी कोई नहीं रहेगा बोल इनको चुपचाप छोड़ दे पलक को !
तभी एक आदमी डंडा लेकर पलक के सर पर मारने ही वाला था कि आशु बीच में आ जाता है और उसके लग जाती है!
छोड़ दो उसे और वो लोग पलक को छोड़ देते है पलक बेहोश हो गई थी !
याद रखना तुम सब अभी तो यहां से जा रहा हूं पर अगर इसे कुछ भी हुआ तो तुम सब दुनिया ने किसी भी कोने में रहो चुन चुन कर सबको जान से मारूंगा याद रखना!
और तू तूने ही हाथ लगाया था ना और आशु उसके हाथ में गोली मार देता है !
और पलक को उठाता है और वहां से निकलता है!
वहा पर एक रास्ता जंगल की तरफ जाता था जिससे वो आए थे तो वो उसी रास्ते पर जाता है क्युकी कुछ गुंडे बाहर भी खड़े हुए थे !
अरे ये तो बेहोश है अब इसे होश में कैसे लाउ पानी कहा मिलेगा यहा पर और इसे यहां अकेला भी नहीं छोड़ सकता हूं
तभी पास मै कुछ पक्षी उड़ रहे थे शायद वहां कुछ मिले और वहां पर एक कुआं था जिसमें पानी था आशू नीचे कुएं मै जाता है और पानी लेकर आता है!
पलक के सर पर कुछ पानी डालता है और उसे भी होश आ जाता है
आशु - कितना सोती हो यार तुम मतलब यहां भी सो ही रही थी
पलक - यार हर टाइम मजाक केसे कर लेते हो अभी अभी मौत के मुंह में से निकलकर आए है और तुम हो कि
आशु - अरे मै हूं तब तक तुम्हे कुछ नहीं हो सकता है ये लो तुम पानी पिओ और तुम ठीक हो ना
पलक - हा मै ठीक हूं तुम्हे तो कुछ नहीं हुआ ना
आशु - हा मझे कुछ नहीं हुआ है ! और पलक जैसे ही उसके बालो में प्यार से हाथ फेरती है उसके हाथ में खून आ जाता है!
पलक - तुम्हे तो चोट लगी है और कहते हो कुछ नहीं हुआ है
आशु - अरे वो किसी ने सर पर डंडा मार दिया था शायद तभी लगी होगी कुछ नहीं हुआ तुम ठीक हो इतना ही बहुत है मेरे लिए!
पलक - पागल सर से खून बह रहा है और बोलते हो कुछ नहीं हुआ इतनी चोट लगी है और तुम अब भी यहां मजाक कर रहे हो अगर तुम्हे अभी चोट ना लगी होती तो एक थप्पड़ लगा देती तुमको और पलक अपने दुपट्टे मै से कुछ कपड़ा फाड़कर आशु के सर पर बांध देती है !
अब आशु को भी चक्कर आ रहे थे !
पलक - क्या हुआ तुम ठीक हो ना!
आशु - हा में ठीक हूं अब हमे यहां से चलना वो लोग यहां भी आ सकते है !
पर मै थक गई हूं मुझसे अब और नहीं चला जाएगा!
कोई बात नहीं मैं उठा लेता हूं और आशु उसे गोद में उठा लेता है उसे खुद चक्कर आ रहे थे और उसकी चलने की भी हालत नहीं थी जैसे तैसे वो हाईवे पर पहुंचते है!
और आशु वहीं गिर जाता है!
पलक - अब मै क्या करू और उसकी आंखो में आंसू आ जाते है यहां पर तो कोई है भी नहीं!
आशु - अरे मुझे कुछ नहीं होगा इतनी आसानी से नहीं मरने वाला मै तुमको छोड़कर
पलक - ये क्या लगा रखा है बार बार मरना वरना तुम्हे कुछ नहीं होगा!
आशु - तुम्हारा फोन दो नेटवर्क आ रहे है क्या देखो!
पलक - हा और वो आशू को फोन देती है!
आशु मिश्रा को कॉल करता है सुन बे तेरे होटल मै ये सब क्या हो रहा है अगर मुझे पता चला कि तू भी इन सब में शामिल था तो तेरा जीना हराम कर दूंगा में
सर आप कहा हो क्या हुआ
ज्यादा बकवास मत कर दीपक को फोन दे
हा भाई सुन मै यहां मुंबई वाले हाईवे पर हूं वो तेरी बंदी तो धोखेबाज निकली तुझे पर भी गोली उसी ने चलवाई है
अब सुन वहां से फटाफट निकाल बाइक उठा और यहां आ मेरी हालत खराब है और पलक भी अकेली है!
हा भाई मै अभी आता हूं तू टेंशन मत ले!
और दीपक वहां सिर्फ आधा घंटे में पहुंच जाता है!
तुम दोनों ठीक हो ना तुझे तो बहुत चोट लगी है यार चल पहले हॉस्पिटल चलते है!
नहीं मैं खुद चला जाऊंगा इतना कमजोर नहीं हूं तू पहले पुलिस लेकर होटल जा वो रीया बचनी नहीं चाइए इससे पहले की वो भाग जाए तो जा यहां मै सब संभाल लूंगा!
ओके मै जाता हूं अपना ध्यान रखना !
आशु बाइक पर बैठता है लेकिन जैसे ही बाइक स्टार्ट करता है गिर जाता है क्युकी सर से बहुत खून निकल गया था!
मैने कहा था पलक एक दिन तुमको बाइक चलानी पड़ेगी अगर मझे बुखार आया तो पर आज मौत आ रही है और मुझे तुम पर भरोसा है ये लो चाबी और चलाओ और सुनो घर पर किसी को भी मत बताना कि क्या हुआ है !
हा हा ठीक है!
और पलक गाड़ी की चाबी लेती है और आशू को पीछे बिठाकर हॉस्पिटल ले जाती है!
वहा पर जाते ही डॉक्टर तुरंत भागे भागे आते है और इमरजेंसी वार्ड में ले जाते है ! तभी दीपक भी वहां आ जाता है क्या हुआ आशु कहा है उसे अंदर लेकर गए है !
और पलक रोने लग जाती है ! अरे यार उसे कुछ नहीं होगा अगर वो अभी यहां होता तो तुम्हे ऐसे रोने नहीं देता उसे पता चलेगा तो उसे बहुत बुरा लगेगा चुप हो जाओ कुछ नहीं होगा उसे!
और दीपक बड़ी मुश्किल से पलक को शांत करता है!
पलक - वैसे उस लड़की को पुलिस ने पकड़ा या नहीं!
दीपक - हा उसे तो ले गई पुलिस पर उसके साथी की अब भी तलाश है पुलिस को!
बैठे बैठे 4 घंटे बीत जाते है तब जाकर डॉक्टर बाहर आता है
पेशंट अब ठीक है और वो आपसे मिलना चाहते है!
पलक अंदर जाती है तुम ठीक हो
आशु - तुम जो साथ हो तो ठीक ही हूं कहीं जा ही नहीं सकता तुमको यू अकेला छोड़कर और वो पलक का हाथ अपने हाथ में लेकर चूम लेता है!
पलक - हा हूं तुम्हारे साथ और कभी जाना भी मत अब तुम आराम करो मुझे डॉक्टर ने बुलाया है अभी आती हूं!
डॉक्टर - जी आप ये दवाई इनको टाइम पर दे देना ये बस कुछ दिनों में ठीक हो जाएंगे आप कल इनको यहां से ले जा सकते हो !
पलक - थैंक यू डॉक्टर !
और अब बस सुबह का इंताज़र था शायद ये नई सुबह कुछ नया लेकर आए जो अच्छा हो!
रात भी बीत गई और सवेरा हो गया
डॉक्टर - जी जो मेने कहा है वो ध्यान रखना आप और इनको खाना टाइम पर खिला देना!
पलक - ओक डॉक्टर !
और दीपक गाड़ी लेकर आ जाता है भाई घर पर बहुत जल्दी मै बुलाया है मुझे इसलिए तुम्हे मुंबई छोड़कर मै घर पर निकल लूंगा!
अरे यार तू जा शायद कुछ अर्जेंट हो हम चले जाएंगे तूने इतना किया मेरे दोस्त उसके लिए दिल से थैंक यूं नहीं कहूंगा क्युकी ये बहुत छोटा शब्द है और दोनों एक दूसरे के गले लग जाते है !
अच्छा है अब तू जा मिलते है वापस अपनी पुरानी जगह पर फिर ओक बाय!
और पलक और आशु भी गाड़ी में बैठते है आज भी गाड़ी में ही ड्राइव करूंगी!
आशु - ना रहने दो पहले सीधा जंगल में गए थे याद है ना
पलक - अरे मुझे आता है चलाना यार तुम बैठो ना
आशु - मुझे पता है डियर पर पहले भी तुम्हे चोट लग गई थी चुपचाप बैठो अब ओक और मुझे ड्राइव करने दो!
पलक - हा हा ठीक है चलाओ चलाओ
बड़ा गुस्सा आता है
चलो सोंग चलाता हूं और गाना स्टार्ट होता है
काहनी अभी खत्म नहीं हुई जोकर अभी भी जिंदा है
to be continued........
18. Love story in hindi
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 19 )
अब आगे.....
दोनों घर पहुंच जाते है घर पर सब वेट कर रहे थे और परेशान थे क्युकी दोनो को 2 दिन पहले ही आना था और वो दो दिन बाद आए!
घर जाते ही जैसे ही आशु की चोट सासू मां देखती है पलक से बोलती है! ये क्या हुआ कैसे लगी तुमने मुझे बताया क्यू नहीं क्या हुआ तुम्हे बताओ!
आशु - अरे मां कितना टेंशन लेते हो आपके जमाई राजा को कुछ नहीं हो सकता है आपकी बेटी है ना मेरे साथ जब तक ये है किसी से भी लड़ जाऊंगा और हा हुआ कुछ नहीं बस छोटा सा ऐक्सिडेंट हुआ था और कुछ नहीं सब ठीक है !
सासू मां - पर बेटा एक बार बता तो देते ना चिंता तो होती है मां हूं मै आखिर!
आशु - पर मां आपकी बेटी को कुछ नहीं होगा मेरे होते हुए !
सासू मां - हा बेटा जानती हूं जब तक तुम इसके साथ हो इसे कुछ नहीं हो सकता है !
ओके अब तुम जाओ आराम करो थक गए होगे मै खाना लगवाती हूं तब तक
जी मां
और दोनों उपर कमरे मै चले जाते है
पलक - तुम बैठो यहां मै पानी लेकर आती हूं !
आशु - हा ठीक है!
पलक - ये लो पानी और दवाई खा लो!
आशु - मुझे नहीं खानी मुझे नफरत है दवाई से बहुत कड़वी होती है यार
पलक - क्या बच्चो की तरह कर रहे हो यार
आशु - अच्छा तो फिर जैसे बच्चे को खिलाते है वैसे खिलाओ ना
पलक - मुझे तो नहीं पता केसे खिलाते है
आशु- ठीक है तुम्ही ही खा लो फिर मझे नहीं खाना है
पलक - अरे बाबा चलो ठीक है मुंह खोलो और पलक आशु के मुंह में गोली रखकर उसे पानी पिला देती है
शेतान बच्चा कहीं का
आशु - पलक तुम्हे पता है जब मै छोटा था तो इंजेक्शन से बहुत डरता था तो मम्मी 5 रुपए देती थी कि लगवा ले बेटा कुछ नहीं होगा
पलक - अच्छा ,, ठीक है अब खाना खाने चले नीचे
आशु - नहीं यार यही ले आओ तुम ही खिला देना
पलक - ओक डफर लाती हूं
और पलक खाना उपर ही ले आती है और आशु को अपने हाथो से खिलाती है
एक बात पूछूं
आशु - हा पूछो कुछ भी पूछ सकती हो
पलक - मै कभी चली गई तो रह लोगे क्या मेरा बिना
आशु - अच्छा कहा जा रही हो मुझे भी साथ ही जाना है मेरा टिकट भी ले लेना तुम
पलक - मजाक नहीं कर रही हूं यार बताओ ना
आशु - सुनो तुम्हारी खुशी के लिए कुछ भी कर सकता हूं पर तुम्हे जाने नहीं दे सकता हूं फिर भी मेरी वजह से कभी तुम्हे दुःख हो ये नहीं चाहता हूं मै!
पलक - इतना प्यार करते हो मुझसे !
आशु - प्यार बताया नहीं जाता है प्यार जताया जाता है जो आपसे प्यार करता है वो आपको ना ही तो छोड़कर कभी जाएगा और नहीं ही जाने देगा !
पलक - अच्छा डफर फिर तो नहीं जा रही मै कहीं भी यही रहूंगी तुम्हारे पास
आशु - मै जाने भी नहीं दूंगा पकड़ लूंगा दोनों हाथो से और गले लगा लूंगा कसकर फिर कैसे जाओगी
पलक - अच्छा चलो ठीक है सो जाओ अब !
आशु - मुझे नीद नहीं आ रही है
पलक - नाटक मत करो तुम पता है मुझे क्यों नीद नहीं आ रही है तुम्हे
आशु - अच्छा तो फिर एक kiss दोना
पलक - नहीं देना सो जाओ चुपचाप
आशु - मै नहीं सो रहा तुम ही सो जाओ
पलक - कितना नौटंकी करते हो यार चलो ठीक है और पलक आशु को गले लगाकर kiss करती है
आशु - I love you meri sherni
पालक - I love you too duffer
चलो सो जाओ अब सुबह जल्दी उठना भी तो है ना यार बहुत दिनों से ऑफिस भी नहीं गए है पता नहीं कितना काम होगा
हा ठीक है !
आशु सोच रहा था कि अब आगे क्या होगा क्युकी उस डर था कि कुछ तो होने वाला है कल का सवेरा शायद कुछ नहीं परेशानी लेकर आयेगा और वो सो जाता है ये सोचकर कि कल का कल देखता है जो कल होने वाला है उसकी टेंशन आज क्यों लू मै !
अगली सुबह....
पलक आशु को जगाती है रोज की तरह और वो फिर से नाटक करता है उठने मै
आखिर दोनों तेयार हो जाते है और नीचे जाते है ब्रेक फास्ट करने के लिए डायनिंग टेबल पर बैठ जाते है !
दोनों साथ ही मै बैठे थे आशु पलक का एक हाथ पकड़ लेता है !
अरे खाओ ना बेटा क्या हुआ!
डफर हाथ छोड़ो मेरा मां देखें लेंगी यार
आशु - देखने दो उसमे क्या है
पलक - छोड़ रहे हो या नहीं
आशु - नहीं ! पलक नीचे से आशु के पैर में लात मारती है
आशु पैर हटा लेता है और लात सीधा मां को लगती है
क्या हुआ बेटा आज पैर क्यू फेख़ रही है पहले तो रात में ही लात मारती थी अब दिन मै भी
अरे कुछ नहीं वो गलती से लग गई और आशु हंस रहा था!
हंस लो तुम तुम्हे तो मै बाद मै बताती हूं
आशु - कुछ नहीं कर सकती हो तुम
पलक - तुम देखना चली जाऊंगी एक दिन फिर बैठे रहना और हंसते रहना!
आशु - बार बार यही बात ठीक है अब बात मत करना मेरे से और हा तुम चली जाओगी ना और फिर कभी आओगी तो नहीं मिलूंगा तुमको कभी मै बस एक ही बात बोलती ही बार बार जाना है जाना है जाओ जाओ
पलक - अरे यार तुम भी ना गुस्सा हो गए क्या
आशु - नहीं बहुत खुश हूं मै तो बस एक बात करवा लो जाना है !
ओके तुम आ जाना मै जा रहा हूं byy!
और आशु वाहा से नाराज़ होकर चला जाता है !
अरे बेटा क्यू नारज करती हो उसको वो कभी तुम्हे नारज नहीं होने देता और एक तुम हो कि !
मां आप टेंशन मत लो मै मना लूंगी उसको!
बेटा याद रखना कहीं इतना नाराज ना हो जाए कि कभी मिल भी ना पाओ उससे !
अरे नहीं ऐसा कुछ नहीं होगा अच्छा मै भी चलती हूं byy
पता नहीं शायद मेने ज्यादा ही बोल दिया!
और दोनों ऑफिस जाते है!
सेक्रेटरी- गुड मॉर्निंग सर बहुत दिनों बाद आए आप!
आशु - हा अभी जहनुम से आ रहा हूं !
सर आज बहुत गुस्से में है लगता है और सब चुप हो जाते है
सारी फाइल्स मुझे मेरे केबिन में चाहिए 5 मिनिट के अंदर
तभी पलक भी आ जाती है वहां पर और वो सब को कहती है कि आप जाओ सब ओर अपना काम करो!
पलक आशु के पास जाती है क्या हुआ यार इतना नाराज क्यू हो तुम
आशु - याद रखना जिस दिन मै गया ना चाहकर भी नहीं ढूंढ पाओगी मुझे तुम
पलक - अच्छा सोरी ना यार अब नहीं बोल रही ऐसा
आशु - हा ठीक है मुझे अभी एक जरूरी काम से बाहर जाना है तो अभी आता हूं तुम यहां देख लेना और वो चला जाता है
पलक - ओक ठीक है !
आशु तुरंत गाड़ी निकालता हैं और चला जाता है !
to be continued....
20. Love Stories in Hindi
मोहब्बत का सफर
(पार्ट 20)
अब आगे.....
आशु बाहर चला जाता है और किसी को पता नहीं था कि वो कहा गया है ! क्युकी गुस्से में गया था पलक ने सोचा आ जाएगा पर शाम होने को आयी वो अभी तक नहीं आया!
रात के 8 बज गए थे ना ही कोई कॉल किया और ना ही कुछ पता चला तो पलक को और टेंशन हो गई कि कहा गया होगा अभी तक क्यों नहीं आया अब आयेगा तो बात नहीं करूंगी इससे पर अभी कहा ढूंढू और वो ऑफिस में पूछती है शायद किसी को कुछ पता हो लेकिन किसी को कुछ पता नहीं था!
तो वो खुद गाड़ी लेकर निकल जाती है उसे ढूढने पर फिर सोचती है कि कहां जाऊ तभी उसे दीपक का ध्यान आता है शायद उसे कुछ पता हो गया है!
और वो दीपक को कॉल करती है!
पलक - अरे ये डफर पता नहीं कहां चला गया बिना बताए तुम्हे कुछ पता हो तो तुम बताओ यार रात के 8 बज गए अभी तक नहीं आया है !
दीपक - अरे तुम टेंशन मत लो यार वो जब भी गुस्सा हो जाता है या नारज होता है तो रिवर फ्रंट जाता है तुम वहां जाओ वहीं होगा और अगर वहां भी ना मिले तो मुझे कॉल करना मै आ जाऊंगा!
पलक - हा ठीक है थैंक्यू यूं!
और पलक सिटी से बाहर चली जाती है रिवर फ्रंट की तरफ और वहां जाकर देखती है तो आशु वहीं रिवर के सामने बैठा था और पत्थर फेंक रहा था पानी मै !
तभी पलक वहां जाती है! क्या है यार तुम यहां हो एक कॉल भी नहीं किया बताया भी नहीं घर भी नहीं आए रात के 8 बज गए है तुम्हे पता है मुझे कितनी टेंशन हो रही थी पर एक तुम हो कि तुम्हे कोई फर्क ही नहीं पड़ता है जाओ अब बात मत करना मेरे से में जा रही हूं!
आशु - अरे मेरी पागल बीवी कितना गुस्सा होती है तुम्हे छोड़कर कहां जाऊंगा मैं भला यार बस आज थोड़ा मूड सही नहीं था तो यहां आ गया
पलक - बस हर टाइम मजाक करवा लो तुमसे कभी सीरियस भी हो जाया करो यार
आशु - अरे तुम हो ना सीरियस होने के लिए और नाराज होने के लिए और मै सीरियस होता ही नहीं हूं जिस दिन मै सीरियस हो गया पता नहीं क्या होगा
पलक - अच्छा क्या होगा
आशु - एक तूफ़ान आयगा जलजला और दुनिया खत्म हो जाएगी
पलक - ओ गॉड यार तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता है ,,चलो अब चले घर!
आशु - नहीं यार बैठो ना मुझे सोना है तुम्हारे गोद में सर रखकर सुकून मिलता है
पलक - अच्छा बड़ा सुकून चाहिए तुमको
आशु - हा और वो पलक के गोद पर अपना सर लेट जाता है सामने नदी थी और वो दोनों!
पलक प्यार से उसके बालो में हाथ फेर रही थी हवा चल रही थी ठंडी ठंडी
पता है तुम्हारे पास एक अलग ही सुकून मिलता है बस बैठा रहू पूरी रात ऐसे ही और तुम ऐसे ही प्यार से हाथ फेरती रहो
पलक - अच्छा डफर तो अब सुकून मिल गया हो तो चले घर
आशु - अच्छा घर नहीं जाना मुझे तो
पलक - क्यू नही जाना यार
आशु - क्युकी मै जाने दूंगा तब ना और आशु उठकर पलक के उपर पानी उछालने लग जाता है
पलक - क्या कर रहे हो यार रुको मैं बताती हो तुमको अभी और पलक भी उसके उपर पानी उछालने लग जाती है
आशु - अच्छा पहले पकड़ तो लो और वो भागने लग जाता है
पलक - अरे रुको यार मै थक गई
आशु - अच्छा कोई बात नहीं डियर मै उठा कर ले चलूंगा तुम्हे
पलक - डफर देखो पूरे बाल गीले कर दिए तुमने यार मेरे और पलक बालों को खोल देती है
आशु - कितनी अच्छी लग रही हो यार गीले और खुले बालों में बस देखता रहूं यही बैठकर पूरी रात
पलक - अच्छा चलो अब चले !
आशु - हा चलो पर घर नहीं यहां से हम चौपाटी जाएंगे वहां आइस क्रीम खायंगे
पलक - हा चलो चलो मजा आयेगा
आशु - हा ठीक है तुम गाड़ी ड्राइव करो आज
पलक - आज खुद बोल रहे हो
आशु - हा मै तुम्हारे कंधे पर सर रखकर सोऊंगा तुम गाड़ी चलाना
पलक - अरे पागल ऐसे तो मेरा ध्यान तुम्हारे पर रहेगा और गाड़ी नहीं चला पाऊंगी कुछ हो गया तो !
आशु - तुम्हारे साथ हूं ना कुछ नहीं होगा चलो चलो चलो
और पलक गाड़ी स्टार्ट करती है और दोनों चौपाटी पहुंच जाते है !
अरे वो रहा वहां आइस क्रीम वाला चलो चले! हा तुम रुको मैं लेकर आता हूं अभी
भईया 2 चॉकलेट फ्लेवर आइस क्रीम दे दो और एक केंडी दे दो
सर बच्चे भी है क्या साथ मै
नहीं यार एक बड़ी बच्ची है मेरे साथ
ओके सर ठीक है,, और आशू ये सब लेकर आ जाता है !
ये लो तुम्हारी आइस क्रीम और ये मेरी तरफ से केंडी
पलक - so sweet yaar
तभी पलक की आइस क्रीम गिर जाती है !
ओ यार ये तो गिर गई
आशु - कोई बात नहीं अच्छा ही हुआ चलो एक मे से ही शेयर करते है
पलक - हा ठीक है
दोनों आइस क्रीम फिनिश करते है !
पलक - मै अभी आती हूं यार 2 मिनट
आशु - हा ठीक है !और तभी वहां पर एक लड़की आ जाती है आशु पलक को आते हुए देख लेता है तो वो उससे बात करने लग जाता है हंसते हुए
और पलक सब दूर से देख रही थी देखो केसे बाते कर रहा है और वो लड़की कितना चिपक रही है
और वो वहां आकर सीधा उस लड़की से पूछती है क्या काम है आपको !
तुम कौन है मुझे तो इनसे काम है इनका नम्बर ले रही थी
आशु - she is my wife
ओह सॉरी मेम मुझे इनसे काम था कल ऑफिस में तो इसलिए इनका कॉन्टेक्ट नंबर ले रही थी मैं यहां अपने बच्चो के साथ आती हूं
पलक - ओह it's ok
आशु - आप जाओ कल टाइम पर आ जाना! यार तुम ना उस पर नारज ही गई जलन हुई ना तुमको
पलक - मुझे और जलन तुम्हारे जिससे मर्जी हो बात करो ,, पर ऐसे केसे बात कर रही थी वो यार
आशु - चलो कोई बात नहीं सब पता है मुझे
अब घर चले
पलक - हा चलो अब चलते है
आशु - एक तो रात का टाइम और ऊपर से सुनसान सड़क कोई भूत मिल गया तो
पलक - तुम कोई कम हो क्या
आशु - कभी तो तारीफ कर दिया करो यार चलो मेरी तारीफ में कोई पोएम ही सुना दो आज !
पलक - अरे बाबा कल सुनाती हूं चलो अब घर बहुत लेट हो रहा है मां परेशान हो रही होंगी यार
आशु - हा चलो
दोनों घर पहुंचते है तो पलक और आशू दोनों भीग हुए थे
जैसे ही घर जाते है कहां से आ रहे हो तुम दोनों
आशु - अरे वो हम वहां
चलो ठीक है ऊपर जाओ मै खाना लगवाती हूं नीचे आ जाना फिर
हा ठीक है
पलक - यार मै थक गई हूं बहुत सर दर्द कर रहा है आज
आशु - कोई बात नहीं में खाना लेकर उपर आता हूं फिर तुम्हें खिलाकर तुम्हारा सर दबा दूंगा ठीक हो जाएगा
to be continued........
21. Hindi love story
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 21 )
अब आगे....
आशु नीचे आता है!
मां - क्या हुआ बेटा पलक नहीं आयी
आशु - नहीं मां वो उसके सर मै दर्द है तो वो नहीं आयी आप खाना दे दो मै खिला दूंगा उसको!
हा ठीक है बेटा मै अभी भिजवाती हूं !
मां आपसे एक बात पूछ सकता हूं! हा क्यों नहीं पूछो
ये शुरू से ही ऐसी थी या अब इसी हुई है मतलब कितना गुस्सा करती है ये
अरे बेटा हा वी ऐसी है गुस्सा करती है पर प्यार भी बहुत करती है बस कहती नहीं है!
हा कल तो मुझसे बोल रही थी I hate you
अब इसका क्या मतलब ।
अरे कोई बात नहीं मुझे पता है तुम उसका ध्यान रखोगे और उसे कभी अकेला नहीं छोड़ोगे!
हा मां मै हमेशा ध्यान रखूंगा और अकेला तो कभी नहीं छोडूंगा पर जब भी ये गुस्सा करती है मुझे बड़ा मजा आता है
हा अब जाओ वरना फिर
हा ठीक है आप खाना भिजवा देना मै जाता हूं!
पलक - आ गए तुम कहा रह गए थे यार!
आशु- अरे बस आ ही रहा था वो मां से बात करने लग गया था! अच्छा क्या बात कर रहे थे! अरे वो ऐसे ही को खाना आ गया! चलो अब खा को जल्दी से फिर सो जाना वैसे भी बहुत नीद आती है तुम्हे
पलक - हा बड़े आए
आशु - अरे देवी क्रोधित ना हो
लो बाबू मुंह खोलो अपना और खाना खाओ अब चुपचाप!
पलक - हा ठीक है आशु खाना खिलाता है!
आशु - आह! क्या हुआ यार ! अरे क्या क्या हुआ तुम मेरी अंगुली खा गई
पलक - कितना नौटंकी करते हो यार तुम
आशु - हा ठीक है अब खाओ चुपचाप से बोलो मत कितना बोलती है किसी को भी चुप करा दो तुम तो
आशु पलक को खाना खिला देता है! अब भी सर दर्द हो रहा है क्या यार!
नहीं अब ठीक है! एक बात बताओ यार तुम सच में मुझसे नफरत करती हो क्या
पलक - अरे नहीं वो तो ऐसे ही बोला था
आशु - सच बताना बोल देना अगर सच में करती हो नफरत
तो
पलक - अरे डफर तुम सच में पागल हो यार सो जाओ अब सुबह बहुत काम है एक डील करने के लिए बाहर चलना पड़ेगा कल
आशु - हा ठीक है यार
अगली सुबह..
दोनों रेडी होते है और जल्दी मै ऑफिस के लिए निकलते है
बाय प्यारी सासू मां
आज बहुत काम है तो मिलता हूं आपसे शाम को आकर
हा बेटा ठीक है बाय आराम से जाना दोनों ओर घर जल्दी आ जाना! हा मां ठीक है !
चले पलक ! हा चलो चलो और दोनों गाड़ी मै बैठते है और ऑफिस के लिए निकलते हैं!
आशु - वैसे बहुत दिन हो गए हैं कहीं घूमने नहीं गए
पलक - यही ठीक है बड़े आए
आशु - हा ठीक है,,,लो ऑफिस आ गया है चलो!
पलक - गुस्सा क्यों हो रहे हो यार इतना सदमा लगा क्या
आशु - नहीं ठीक है गुस्सा भी तुमको ही आता है बुरा भी तुमको ही लगता है इग्नोर भी तुम ही करती हो मै तो हमेशा खुश ही रहता हूं ना
पलक - ऐसा नहीं है यार समझा करो ना
आशु - क्या समझू मै बस तुमने तो बोल दिया I hate you
पलक - उस बात का इतना बुरा लगा क्या यार!
आशु - नहीं चलो छोड़ो अब चले बहुत काम है आज !
हा ठीक है! और दोनों ऑफिस के अंदर जाते है सबको गुड मॉर्निंग बोलकर दोनों अपने अपनी केबिन में चले जाते है !
हा SP साहब आशु बोल रहा हूं कुछ पता चला कोन था वो जिसने हमारे उपर हमला करवाया था!
नहीं सर अभी तक तो कुछ पता नहीं चला है पर जैसे ही पता चलेगा हम आपको इनफॉर्म कर देंगे!
ओके ठीक है!
पूरा दिन हो जाता है और शाम होने को आयी थी तभी पलक आशु के केबिन में आती है क्या हुआ अभी तक नारज हो क्या यार!
आशु - अरे डियर तुमसे केसे नारज हो सकता हूं
पलक - अच्छा तो फिर चले
आशु - हा चलो चलो कहा चलना है तुम्हारे साथ तो कहीं भी
पलक - अरे डफर याद है ना ऑफिस के काम से चलना है तुम भी ना ओ गॉड
आशु - हा तो चलो चलते है !
दोनों गाड़ी मै बैठते है और निकलते है! अरे यार सोंग तो चला दो! अच्छा कोनसा बताओ
पलक - जो तुम्हे पसंद हो चला दो !
आशु - ओके तो फिर वो वाला चलाता हूं
हाय नि हाय नखरा तेरा नि
हाई रेटेड गबरू नु मारे
हाय नि मुडे पागल हो गए ने
तेरे गिन गिन लक्क दे हुलारे
हो तेरी मीठी मीठी बातें हाय कमाल कर गई
आखों ही आखों में तू सवाल कर गई
पलक - सच में पागल हो यार
अचानक ही गाड़ी रुक जाती है ! क्या हुआ यार क्यू रोक दी
आशु - पता नहीं ये गाड़ी भी !
पलक - हा तुम्हारी तरह है
आशु - मतलब में खराब है
पलक - फिर शुरू हो गए तुम यार
आशु - हा ठीक है ऐसा करो नीचे जाओ और धक्का लगाओ अब तुम ही वरना पूरी रात यहां सड़क पर रहना
पलक - हा हा क्यों नहीं बहुत ताकत है मेरे मै कहो तो यहां से धक्का देकर ही ले चलू
आशु - ओ मेरी पागल बीवी रहने दे तुम बैठो अंदर में लगता हूं धक्का
पलक - हा ठीक है अच्छे से लगाना पर
आशु - ज्यादा मत बोलो हंसी आ रही है फिर धक्का कैसे लगाऊंगा यार
पलक - हा ठीक है में स्टार्ट करती हूं ! आशु धक्का लगाता है
आशु - पता नहीं क्या क्या करना पड़ेगा और मुझे है भगवान बचा लेना अब
पलक - अरे हो गई स्टार्ट आ जाओ
आशु - अच्छा ऊह हा चले अब! क्या हुआ मजा नहीं आया तुम्हे ,,, हा आया ना बहुत मजा आया
पलक - अच्छा है लो पहुंचने ही वाले है अब तो हम भी
आशु - हा लो आ गया चलो उत्तरो चले अब !
पलक - यार मेरे बाल खुल गए है बांध लेती हूं ! नहीं ऐसे ही रहने दो अच्छे लगते है
अच्छा डफर,,, हा चलो तो फिर!
दोनों अन्दर जाते है सब हाय हेलो कर रहे थे दोनों को! मीटिंग कहां है!
कलीग- सर यहां से लेफ्ट जाना वहीं हॉल में है सब आपका वेट कर रहे है!
ओके थैंक यू
दोनों जाते है और सब खड़े हो जाते है ! देरी के लिए माफी चाहता हूं कुछ प्रॉबलम हो गई थी रास्ते में !
तो अब शुरू करते है ! मीटिंग शुरू होती है और डील भी फाइनल हो जाती है!
चेयरमैन- सर आज होटल का उद्घाटन है तो हम चाहते है कि आप दोनों के हाथ से हो !
आशु - हा क्यू नहीं बिल्कुल हम आते है अभी आप चलिए!
और दोनों वहां चले जाते है! अाइए सर और आशु पलक को भेज देता है! तुम भी आओ ना यार ! नहीं तुम जाओ मैं यहां से तुम्हारे लिए ताली बजाऊंगा
पलक - हा ठीक है
सब वहीं थे और बस अब रीबिन कटने का इंतज़ार कर रहे थे आशु भी सबको देख रहा था तभी वहां पर वही जोकर वाला साइन फिर दिखाई देता है!
अरे ये क्या है ये यहां कहा से आ गया तभी आशु इधर उधर देखता है रीबिन में एक पतला तार जा रहा था जैसे ही रीबिन कट होता करंट लग जाता !
सब इंताजर कर रहे थे और पलक रीबिन काटने ही वाली थी कि तभी ..........
to be continued.....
22. Romantic love story in hindi
मोहब्बत का सफर
पार्ट 22
अब आगे.....
लेकिन आशु को सब पता चल जाता है और पलक जैसे ही रीबिन काटने वाली होती है आशु वहां जाकर खुद रीबिन काट देता है और उसको शॉर्ट सर्किट होता है और वो दूर जाकर गिरता है सभी लोग इधर उधर देखते है कि ये क्या हो गया सब कैसे हुआ पलक आशु के पास जाती है और उसको संभालती है तुम्हे कुछ हुआ तो नहीं तुम ठीक हो ना चोट तो नहीं लगी ना!
अरे हा यार मै ठीक हूं कुछ नहीं हुआ है तभी होटल का चेयरमैन वहां आता है सर आप ठीक हो ना !
वॉट द हैल , क्या है ये सब तुम्हें कुछ पता नहीं होता है तो इसे प्रोग्राम करते ही क्यों हो तुम और अभी पलक को कुछ हो जाता तो । सॉरी सर अब आगे से कभी नहीं होगा ऐसा हम ध्यान रखेंगे!
मुझे तुम्हारा सॉरी नहीं चाहिए पहले गलती करते हो फिर सॉरी बोलते हो अभी कुछ ही जाता तो मै तुम्हे सॉरी का आचार डालता क्या।
पलक - अरे यार कुछ नहीं हुआ जाने दो ना मै ठीक हूं चलो चलते है।
आशु - हा ठीक है चलो चलते है ।
पलक - क्या यार कितना गुस्सा करते ही मुझे कुछ नहीं हुआ फिर भी इतना डांट दिया उसको कुछ भी कर जाओगे ना मेरे लिए ।
आशु - हा वो तो कुछ नहीं अगर हो जाता तो जान से मार देता उसको मै वहीं पर और तुम साथ हो तो हा कुछ भी कर जाऊंगा तुम्हारी खुशी के लिए।
पलक - ओह सच मै
आशु - लो अब घर आ गया और मेरा तो सर दर्द हो रहा है बहुत जोर से अभी, बहुत जोर से लगा झटका लगा है
पलक - हा ठीक है अभी घर चलते है फिर दवाई ले लेना ठीक हो जाएगा ।
और दोनों घर पहुंच जाते है बेटा खाना लग गया है आ जाओ दोनों। नहीं मां मै बहुत थक गया हूं और मुझे आज खाना नहीं खाना है मै सोने जा रहा हूं ।
पलक आज क्या हुआ इसको। अरे मां वो में आपको बाद मै बताउंगी क्या हुआ अभी मै भी जाती हूं ।
क्या हुआ आज नारज हो क्या ? क्या फायदा जब ये भी बताना पड़े की मै नारज हूं तुम सो जाओ मेरा सर दर्द कर रहा है वैसे भी तुम्हे नीद आ रही होगी ना ryt
पलक - हुआ क्या है पर ये तो बताओ यार लो इधर आओ मै दवाई लगा देती हूं ठीक हो जाएगा और वो उसे जबरदस्ती उठाकर दवाई लगा देती है और आशु को वहीं उसकी गोद में नीद आ जाती है और पलक भी सो जाती है ।
अगली सुबह
आशु उठ चुका था और वो सोच रहा था कि पलक को सब बता दे जो कुछ भी हो रहा है और क्यों हो रहा है और ये सब कोन कर रहा है। लेकिन क्या ये सही टाइम है बताने का उसे फोकट ही टेंशन हो जाएगी तभी पलक वहां आ जाती है उठ गए तुम केसा है अब सर दर्द तुम्हारा , हा ठीक है अब
क्या हुआ क्या सोचा रहते हो, अरे कुछ नहीं सोच रहा था मै ज्यादा नहीं सोचता हूं तुम्हे तो पता है ना ये काम तुम्हारा है सोचने का मेरा नहीं तो तुम ही सोचा करो
हा हा ठीक है बार बात मजाक ही लगती है तुमको इसलिए कभी सीरियस नहीं होते हो तुम
हा तुम्हे ऐसा लगता है , क्या बोल रहे हो , रहने दो तुम नहीं समझोगी ऐसा करो रेडी हो जाओ फिर चलते है ।
पलक - हा पता नहीं आज कोनसी मुसीबत आयगी।
आशु - मुसीबत जब तक तुम वो कहां से आओगी
पलक - मतलब क्या है तुम्हारा कहना क्या चाहते हो
आशु - अरे यार जाओ ना कुछ नहीं जाओ रेडी हो जाओ जल्दी आना वरना यही छोड़ जाऊंगा तुम्हे
पलक - खुद आ सकती हूं समझे
आशु - हा हा ठीक है अब जाओगी भी लेट हो रहा है ।
पलक - हा पर तुम सच में अकेले मत चले जाना
आशु - अरे नहीं जा रहा तुम्हें छोड़कर केसे जाऊंगा यार
अब जाओ और जल्दी आना ।
पलक कुछ देर में रेडी होकर आ जाती है केसी लग रही हूं
आशु - मुसीबत की तरह लग रही हो फिर भी पंगे लेने का मन कर रहा है
पलक - ध्यान से लेना पंगा कही भारी ना पड़ जाए तुमको
आशु - अरे अब तो ले ही लिया है भारी पड़े या सस्ता क्या फर्क पड़ता है अपुन ज्यादा सोचता ही नहीं है
पलक - हा डफर ठीक है अब चले
आशु - यार आज जाने का मन नहीं कर रहा है नहीं चलते है ना और आशु पलक को पकड़कर अपनी ओर खीच लेता है
उसका एक हाथ उसकी कमर पर था और दूसरा उसके गले में और दोनों एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे आशु पलक के और पास जा रहा था इतने पास की उसकी सांसों को भी महसूस कर पा रहा था और पलक तभी छोड़ो यार कोई आ जाएगा और अब देर नहीं हो रही है तुम्हे ऑफिस के लिए डफर कहीं का
पर कोई नहीं आयगा यार एक किस दो ना
नहीं मतलब नहीं चुपचाप चलो अब ,,,हा ठीक है चलो
और दोनों नीचे जाते है नाश्ते पर सब उनका वैट कर रह थे दोनों सभी को गुड मॉ्निंग बोलते है और नाश्ता करने लग जाते , हा बेटा आज खा को कल तो भूखा ही सोना रहना पड़ेगा तुमको ।
क्यू सासू मां कल क्या है?
अरे बेटा कल करवा चोथ है ना और इसका तो पहला व्रत है !
ओह तब तो अच्छा है वैसे भी इसको बहुत भूख लगती है अब कल तो कुछ नहीं खा पाएगी पूरा दिन मजा आयेगा
पलक - पर मां में पूरा दिन भूखी केसे रहूंगी मुझ से तो भूख सहन ही नहीं होती है और ये व्रत हमको ही क्यों रखना पड़ता है। अरे रखना पड़ता है बेटा ।
आशु - ठीक है अगर तुम ना रखना चाहो तो कोई जरुरी नहीं है ,,, तुम खुश रहो बस
पलक - नहीं में रखूंगी अब तो व्रत
आशु - ओह सोच लो चलो अच्छा है इसी बहाने कुछ नहीं खाओगी तो मोटी भी नहीं होगी ज्यादा
पलक - अब ज्यादा हो रहा है
आशु - हा ठीक है चलो अब चले कितना जल्दी गुस्सा आता है और मुझे इस गुस्से पर हंसी और प्यार दोनों ही आता है
और दोनों ऑफिस के लिए निकल जाते है आशु रास्ते में सोच रहा था कि कल कुछ क्यू ना सरप्राइज दिया जाय खुश हो जाएगी और मजा भी आयेगा अब देखता हूं कल
to be continued.......
23. Love story in hindi
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 23 )
अब आगे.....
दोनों आफिस के लिए निकल जाते है । आशु सोच रहा था कि क्या दिया जाए कल फिर सोचा कल की कल देखते है क्या होता है और दोनों ऑफिस पहुंच जाते है।
जैसे ही ऑफिस पहुंचते है वहां पर नेहल आ जाती। ओह तुम बहुत दिनों बाद आज हमारी याद केसे आयी तुम्हे। अरे ऐसे ही सोचा की क्यों ना तुमसे मिल लिया जाए।
पलक चली जाती है ये बोलकर की तुम दोनों बात करो मुझे एक मीटिंग अटेंड करनी है। हा ठीक है तुम जाओ मैं आता हूं
अब यही बात करोगे खड़े - खड़े या फिर अन्दर भी चलोगे।
अरे हा आओ ना केबिन मै चलकर बात करते है। और दोनों अंदर चले जाते है ।
क्या लोगी चाय कॉफी या फिर कुछ और। मुझे तो तुम चाइए थे जो अब मिल नहीं सकते हो ।
अच्छा मजाक कर लेती हो
नेहल- अरे मेरी आंख में कुछ चला गया है जरा देखना तो
आशु- हा देखता हूं और वो पास जाकर उसकी आंखो में देख रहा था कि तभी पलक आ जाती है । और वो ये सब देखकर वापस चली जाती है आशु समझ गया था कि उसने गलत समझ लिया है तभी नेहल बोलती है हा ठीक है अब ये पलक ऐसे क्यों चली गई। अब ये तो वही जाने देखता हूं क्या नया होने वाला है आज
हा ठीक है मै चलती हूं मुझे कुछ काम है । हा ठीक है मिलते है byy
ये तो चली गई और यहां आग लगा गई अब इस आग में मुझे ही जलना पड़ेगा और ये इतनी आसानी से मानेगी नहीं बचा लेना भगवान
आशु तुरंत पलक के पास जाता है और बोलता है तुम तो मीटिंग मै गई थी ना फिर वहां केसे आ गई ।
अच्छा तो मतलब तुमने सोचा कि में मीटिंग में गई हूं तो कुछ भी करोगे मतलब अच्छा हुआ ना जो आ गई क्या चल रहा था आंखो ही आंखो में बड़ा प्यार आ रहा था उस पर
अरे यार ऐसा नहीं है बस वो उसकी आंख में कुछ चला गया था तो उसने कहा कि देखो तो में देखने लग गया
अच्छा यहां पर कचरा कहां से आयेगा बहाने बनाना बंद करो सब जानती हो और अब यहां क्यों आए हो जाओ उसी के पास
ओके ठीक है जब तुम्हे कुछ मानना ही नहीं है तो जा रहा हूं तुम्हे यकीन ही नहीं है यार गजब है मतलब। कसम से उसने कहा कि कुछ चला गया तो मैने बस हेल्प की उसकी ।
अच्छा ठीक है इतना क्यों भड़क रहे हो।
पर एक बात बताओ जब तुम्हे कोई फर्क नहीं पड़ता तो फिर इतनी जलन क्यों हो रही थी
कोई जलन नहीं हो रही थी जो मर्जी में आए करो तुम तुम्हारी मर्जी है ।
अरे बाबा चलो कोई ना ये बताओ सब काम हो गया ना आज का क्युकी घर से कॉल आया था कि आज सब गांव जा रहे है तो घर पर तो कोई नहीं होगा आज ।
अच्छा पर मम्मी ने तो नहीं बताया था सुबह। अरे वो अभी प्लान बना जाने का कुछ काम है उनको ।
हा ठीक है यहां का तो सब कुछ हो गया है। ओके तो फिर शाम होते है घर की तरफ निकलते है।
after 5 hours......
पलक चले यार अब मौसम भी खराब है। शायद बारिश भी हो जाए और आज गाड़ी नहीं है बाइक से चलना है।
हा ठीक है चलो में अभी आयी और पलक कुछ देर में बाहर आ जाती है। चलो बैठो यार और दोनों निकल जाते है ।
जिस बात का डर था वहीं हुआ मौसम अचानक बिगड़ा और ठंडी हवा चलने लग गई पलक तो बहुत खुश हुई देखो ना कितना अच्छा मौसम हो रहा है आज।
हा वो तो है ठंडी हवा लंबी सड़के मै और तुम और क्या चाहिए ,,,, मस्त मजा आ रहा है और हवा में पलक की जुल्फे बार बार उड़कर आशु के चहरे पर आ रही थी और तभी अचानक जोर की बारिश शुरू हो जाती है ।
लो बारिश भी आ गई और बारिश में बाइक चलाने का मजा अलग ही होता है दोनों पूरे भीग चुके थे और बारिश का पानी ठंडी हवा और मौसम क्या गजब का नजारा था और दोनों भीगे हुए ही घर पहुंचते है घर पर पहले ही कोई नहीं था।
आशु बाइक को खड़ी करता है। जरा ध्यान से बाबू गिर मत जाना कहीं
तुम ही गिरते पड़ते रहते हो में नहीं गिरती हूं,, ओह ऐसा है क्या चलो तो फिर।
और पलक थोड़ी ही दूर जाती है कि उसका पांव फिसल जाता है आशु पीछे ही आ रहा था और वो उसको पकड़ लेता है । दोनों भीगे हुए थे एक हाथ कमर पर था और दूसरे हाथ से आशु ने उसका हाथ पकड़ा हुआ था और तभी लाइट चली जाती है बाहर बारिश हो रही थी तो हवा जोर से चल रही थी जैसे ही लाइट जाती है पलक आशु के गले लग जाती है
अरे क्या हुआ कोई भूत नहीं आने वाला तुम खुद हो ,,, और बड़ा कह रही थी में खुद चल सकती हो तुम ही गिरते पड़ते रहते हो ।
अच्छा ठीक है में जा रही हूं ,,,और पलक जैसे ही जाने लगती है आशु पीछे से उसका हाथ पकड़ लेता है और उसकी अपनी ओर खीच लेता है ।
ऐसे केस चली जाओगी जाने दूंगा तब ना कभी नहीं जाने दूंगा कभी नहीं ।
पलक की भीगी हुई जुल्फे उसके चहरे पर आ रही थी आशु धीरे धीरे उनको हटाता है दोनों इतने पास थे कि हवा भी ना गुजर पाए दोनों के बीच में से दोनों एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे सच में कातिल लग रही हो। बस देखता रहूं और पलक कुछ कह पाती उसके पहले ही वो अपने होठों को उसके होठो पर रख देता है कहने को कुछ नहीं था बस सिर्फ बाहर बारिश की आवाज आ रही थी दोनों कुछ देर तक सिर्फ ऐसे ही रहते है ।
और तभी लाइट भी आ जाती है और पलक शर्मा कर उपर चली जाती है आशु भी हंसता हुआ उपर चला जाता है
सुनो तुम चेंज कर लो वरना सर्दी हो जाएगी में भी चेंज करके आता हूं और थोड़ी देर बार दोनों आ जाता है ।
पलक - बड़ी जोर से भूख लगी है यार ।
आशु - हा वो तो है पर बाहर हो रही है बारिश यहां कोई है नहीं तुम्हें कुछ आता होगा ना बनाना यार चलो किचन में कुछ बना लेते है ।
पलक - मुझे तो कुछ नहीं आता है
आशु - जय हो बस बाते कर लो तुम चलो अब कुछ तो बनाना ही पड़ेगा आखिर तुम्हे भूख लगी है
पलक - तुम्हे आता है क्या
आशु - आता तो नहीं है पर हा बना लेंगे कुछ तो चलो तो सही अब तुम्हे भूखा तो नहीं रखूंगा तुम तो रख सकती हो मुझे आखिर तुम्हे कोई फर्क नहीं पड़ता है पता नहीं क्या कहती हो और कहा रहती हो आजकल
और दोनों नीचे चले जाते है किचन में पर सुनो मुझे पोहा बनाना आता है तो में भी तुम्हे भूखा तो नहीं रखूंगी
ओह देवी चलो इतना तो आता है अब चलो जान कुछ बना लेते है ,,,मुझे भी बहुत जोर से भूख लगी है ।
ओके तो अभी के लिए फिलहाल पास्ता बना लेता हूं ठीक है
हा पर आता तो है ना एक आता ही ना हो
अरे तुम देखो यार अभी तुम यहां बैठो और आशु पलक को उठाकर किचन में टेबल पर बिठा देता है तुम बस बैठी रही
और थोड़ी ही देर में पास्ता रेडी हो जाता है ये लो डियर बन गया आओ तुम्हे अपने हाथो से खिला दू
अच्छा रहने दो अब,,, तुम चलो में लेकर आती हूं अभी।
हा ठीक है।
और दोनों डिनर करते है सुबह तो तुम्हारा व्रत है ना पूरा दिन रह लोगी क्या वरना कोई जरूरत नहीं है वैसे भी मेरे लंबी ही उम्र है और तुम्हे कहां मेरे मरने से फर्क पड़ता है और इसका जवाब भी पता नहीं है कहोगी तुम
ये क्या है यार मतलब बार बार क्या लगा रखा है और मै रह लूंगी ना ।
हा ओक ठीक है और आशु सोचता है कि कुछ सवालों के जवाब तो मुझे भी पता नहीं है शायद मिल जाए अपने आप ही पर पता नहीं । और ये जवाब देगी नहीं ।
क्या सोच रहे हो अरे कुछ नहीं बस कल का सोच रहा हूं
to be continued........
24. Love Stories in Hindi
मोहब्बत का सफर
पार्ट -24
अब आगे........
दोनों का डिनर हो चुका था और पलक आशु को बोलती है कि उसको अब नीद आ रही है।
आशु उसे अपनी गोद में उठाकर उपर ले जाता है और उसके forehead पर kiss करके उसको सुला देता है ।
अगली सुबह.......
उठो यार सुबह हो गई है। सोने दो ना यार अभी तो देखो उठ जाओ वरना पानी डाल दूंगी फिर मत कहना
अच्छा पानी डालोगी और आशु पलक को पकड़कर अपनी ओर खीच लेता है पलक सीधा आशु के उपर थी और आशु ने उसको पकड़ा हुआ था दोनों एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे अब डालो पानी
अरे छोड़ो ना यार और पलक उठने की कोशिश करती है लेकिन आशु उसे नहीं उठने देता है उसका हाथ पलक की कमर पर था।
ऐसे केस छोड़ दू तुम गुस्से में भी कितनी प्यारी लगती हो यार
दिल करता है ऐसे ही देखता रहूं तुमको
अच्छा मतलब ऑफिस नहीं जाना क्या ,,हा नहीं जाना तुम्हे छोड़कर जाने को मन ही नहीं करता है
पर में भी तो साथ ही चल रही हो यार।
पर तुम तो आज यही रहो ना पूरा दिन भूखी रहोगी और फिर ऑफिस नहीं नहीं में कर लूंगा उधर सब मैनेज।
पर मुझे तो जाना है ,, ओक यार चलो अब खुश
हा ठीक है पर अब जाने दो मुझे नहाना भी है ।
अच्छा साथ में चले ,, कितने बेशर्म हो यार तुम अब जाने दो
हा ठीक है जाओ
थोड़ी ही देर में पलक रेडी होकर आ जाती है गीले बालों में वो और भी कातिल लग रही थी। वो आशु के पास आती है तुम भी रेडी हो लो ।
अच्छा अच्छा और आशु करीब आ जाता है उसके बालों का पानी उसके सीने पर गिर रहा था।
आज क्या हुआ है बड़ा प्यार आ रहा है तुम प्यार करने के लिए ही बनी हो बाबू
ओके पति देव जाओ अब रेडी हो लो। हा ठीक है और आशु भी कुछ ही देर में आ जाता है ।
ये लो आ गया मै अब शर्ट पहना दो जल्दी से। खुद पहन लो ना,, अरे यार
ओके ओक ठीक है और पलक आशु को शर्ट पहना देती है चलो अब चले
पर तुम नाश्ता तो कर लो। अरे मुझे भूख नहीं है तुम चलो अब जल्दी लेट हो रहा है ।
और दोनों ऑफिस पहुंच जाते है। पलक तुम चलो में आता हूं अभी। हा ठीक है ।
और तभी एक आदमी आशु के केबिन में आता है।
सुनो जैसा कहा है सब हो जाना चाहिए कोई गलती नहीं होनी चाहिए ओक
ओके सर सब हो जाएगा मै चलता हूं अब।
पलक को याद आता है कि आशु ने तो खाना खाया ही नहीं है तो वो उसके लिए खाना भेजती है ।
सर आपके लिए मैम ने लंच भेजा है वापस ले जाओ उनसे बोलना की मैने लंच कर लिया है।
ओके सर। मेम सर ने बोला है कि उन्होंने लंच कर लिया है
अच्छा ठीक है तुम जाओ।( सोचते हुए) पता है पागल ने खाना नहीं खाया है क्युकी में भी भूखी हूं इसलिए।
सारा दिन का काम खत्म हो जाता है और अब घर जाने की बारी आती है।
पलक चले अब घर टाइम भी हो रहा है। हा चलो और दोनों गाड़ी में बैठते है और घर के लिए निकलते है।
तुमने खाना खाया? हा यार खा लिया था।
दोनों घर पहुंच जाते है ओक डियर तुम रेडी हो जाओ ओक ने उपर जाती हूं।
नहीं उपर मत जाओ नीचे ही रेडी हो जाओ। पर क्यों यार?
जो कहा है वो करो ना यार। हा हा ठीक है ।
और पलक रूम में जाती है वहां बेड पर गिफ्ट रखा हुआ था वो उसे खोलती है उसमे एक अच्छी सी ब्लू कलर की साड़ी थी ।
आशु भी वहां जाता है पलक साड़ी पहन रही थी पर उसको नहीं आ रहा था पहनना । अच्छा हुआ तुम आ गए हेल्प करो ना
और आशु उसको साड़ी पहनाने में हेल्प करता है पलक आशु को बोलती है बहुत अच्छी साड़ी है
तुम भी तो बहुत अच्छी हो हो । ये लो हो गया अब तुम रेडी हो लो मै भी अभी आता हूं रेडी होकर।
और आशु भी रेडी होने चला जाता है कुछ ही देर में वो भी नीचे आ जाता है उसने क्रीम कलर की शेरवानी पहन रखी थी।
पलक रेडी हो तुम और पलक जैसे ही पलटती है वो एक दम बला की खूबसूरत लग रही थी
लगता है आज तो चांद भी नहीं निकलेगा। अच्छा जी
हा क्युकी मेरे चांद तो तुम हो जो बिल्कुल आज चांद की तरह ही दिख रहे हो
अच्छा जी। पर अब चांद निकल गया है तुम्हे भी भूख लगी होगी चलो उपर। और आशु पलक को गोद में उठा लेता है और कहता है तुम अपनी आंखे बंद कर लो। पलक अपनी आंखे बंद कर लेती है ।
और आशु उसे ऊपर टेरिस पर ले जाता है अब अपनी आंखे खोल सकती हो। पलक जैसे ही आंखे खोलती है एक ब्यूटीफूल सा सरप्राइज उसका वैट कर रहा था।
पूरा टरिस सजा हुआ था हल्की सी लाइट और एक रोमांटिक डिनर उसका वैट कर रहा था ❤️
आशु पलक को नीचे उतारता है वो रहा चांद जल्दी से पूजा ख़त्म करो तुम्हें भूख लगी होंगी ना।
हा तुमने भी कुछ नहीं खाया भूख तुम्हे भी लगी है पता है सब
और पलक पूजा की थाली लाती है और चांद को देखती है फिर आशु को देखती है।
चलो आज के दिन तो तुम्हे मेरी पूजा करनी पड़ रही है
और आशु उसको अपने हाथो से पानी पिलाता है
चलो अब खाना खा लेते है बहुत भूख लगी है यार मुझे तो ,,हा हा और दोनों डिनर करने के लिए बैठ जाते है ।
तुम खिला दो ना और आशु अपने हाथो से पलक को खाना खिला देता है अब में भी खा लूं बहुत भूख लागू है मुझे भी ,, हा ये लो और पलक भी आशु को खाना खिला देती है। दोनों का डिनर पूरा हो चुका था।
पलक आशु को बोलती है चले अब। हा चलो
और दोनों नीचे जाते है रूम की लाइट ऑफ थी और पलक स्विच ऑन करती है।
रूम पूरा सजा हुआ था । हल्की सी लाइट, बेड पर फूल भीनी भीनी सी खुशबू, और एक रोमंटिक सोंग और खिड़की खुली हुई थी जहां से ठंडी हवा और चांद की रोशनी दोनों आ रही थी और हवा से पलक की जुल्फे खुल जाती है। खुले बालों में वो और भी अच्छी लग रही थी।
आशु उसके करीब जाता है और वो शरमा कर मुंह फेर लेती है आशु उसका हाथ पकड़ लेता है और उसे अपनी ओर खीच लेता है उसकी जुल्फे उड़कर आशु के चहरे पर आ रही थी दोनों बहुत करीब थे एक दूसरे की सांसों को भी महसूस कर पा रहे थे। आशु पलक को सीने से लगा लेता है और दोनों की kiss करने लग जाते है और आशु पलक को सीने से लगा लेता है और अपनी गोद में उठाकर बेड पर ले जाता है।
और पलक को कमर से पकड़ लेता है और पलक सीधा आशु के उपर थी दोनों की धड़कने एक साथ चल रही थी दोनों एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे और आशु लाइट ऑफ कर देता है और सिर्फ सोंग की आवाज आ रही थी
to be continued..........
25. Love story hindi
मोहब्बत का सफर(पार्ट 25)
अब आगे.....
इस कभी ना भूलने वाली रात का सवेरा हूं चुका था पर शायद नहीं सुबह की आहट कुछ अलग थी कुछ होने वाला था जिसका ना तो सोचा था और ना ही पता था कि ऐसा होगा।
आशु रोज की तरह ही पलक को उठाता है उठो ना यार उठ जाओ सवेरा हो चुका है कितना सोवगी अब उठो ये लो चाय भी आ गई और पलक अभी तक सो रही थी आशु उसे forehead par kiss करके उठाता है। कितना सोती हो यार तुम
हा हा तुम इतनी जल्दी सुबह उठकर क्या मुर्गियों को जगाते हो क्या
हा तुम हो ना ,, अच्छा ज्यादा मत बोलो अब ।
कितना गुस्सा करती हो यार कितनी प्यारी लग रही हो हाय हाय
चलो अब चलना भी तो है ना ऑफिस के लिए देर हो रही है
तुम रेडी हो जाओ।और आशु कुछ सोचने लगता है
हा ठीक है क्या सोच रहे हो कोई टेंशन है क्या। नहीं यार कुछ नहीं हुआ।
बताओ ना क्या हुआ यार। अरे कुछ नहीं हुआ है तुम खुश रहती है तो मै भी खुश ही रहता हूं तुम जाओ मैं नीचे वैट कर रहा हूं जल्दी आना पर वरना यही छोड़ जाऊंगा तुमको
हा ठीक है और पलक रेडी होकर नीचे आ जाती है ब्लैक टॉप खुले बाल और एक प्यारी सी स्माइल।
आशु देखते है बोलता है बहुत प्यारी लग रही हो। थैंक्स आशु जी
ओह जी! हसबैंड वाली फीलिंग आती है यार
तुम्हे तो हमेशा ही आती है ,, हा हा चलो अब चले ,, और दोनों गाड़ी में बैठते है और निकल जाते है !
ऑफिस पहुंचते ही दोनों अपने अपने काम में लग जाते है शाम का वक्त होने वाला था।
अभी तक तो सब कुछ ठीक ही था पर अब जो होने वाला था वो पता नहीं था आशु नेहल को ऑफिस से निकलते हुए देखता है और सोचता है ये क्या लेने आयी थी यहां पर ?
और थोड़ी ही देर बाद पलक गुस्से में बाहर आती है और बोलती है तुमसे कुछ बात करनी है तुम चलो।
हा ठीक है पर क्या बात हुई वो तो बताओ और ये क्यों आयी थी यहां पर क्या लेने आयी थी! पलक आशू को कुछ नहीं बताती है और बोलती है कि तुम चलो बस और वो दोनों गाड़ी
में बैठते है और निकल जाते है एक सुनसान सड़क पर जो नदी के जहां आकर खत्म होती है। अब बोलोगी भी क्या हुआ यार किसने क्या कहा।
हुआ ये है कि तुमने झूठ बोला है तुमने कहा था कि नेहल तुम्हारी दोस्त है और वो कह रही है कि तुम उसके पीछे पड़े है
क्या है ये तुमने क्यू किया ऐसा बताओ कोनसी आफत आ रही थी।
ये क्या बोल रही हो दिमाग खराब है क्या मैने कभी ऐसा कुछ नहीं किया यार उसने क्यू बोला क्या बोला मैं नहीं जानता।
पर वो ऐसा क्यों करेगी गलती तुम्हारी ही है और बस अब मै नहीं रह सकती मै जा रही हूं मुझे किसी से कोई मतलब नहीं है तुमने भी ऐसा किया है।
पर सुनो तो सही ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है उसने क्या बोला मुझे क्या पता मैने जो भी नेहल के बारे में पता था सब बता दिया था और उससे मुलाक़ात तो उस रात पार्टी मै हुई थी मै तो उसे जानता तक नहीं फिर मुझे क्या मतलब होगा इन सबसे और मुझे क्या इंट्रेस्ट होगा उसमे तुम बात को बिना समझे ही बोल रही है हर सिक्के के दो पहुले होते है यार
मुझे कुछ नहीं सुनना है तुम एक्सप्लेनेशन देना बंद करो ना ही कुछ जानना है ना ही कुछ सुनना है जो सुनना था सुन लिया मैने।
अच्छा इतना सा भी यकीन नहीं और तुमने उसकी बात पर यकीन कर लिया इतने टाइम का रिश्ता एक झ्टके में खतम कर दिया एक्चुली तुम सुनना वहीं चाहती हो जो तुम्हे पसंद है कोई कुछ भी कहेगा और तुम मान लोगी क्या !
मुझे नहीं पता है बस अब सब खत्म है मुझे जाना है और कुछ नहीं तुम्हारी लाइफ है किसी मरजी जिओ तुम।
अच्छा सब खत्म! ऐसा नहीं होता है इतनी आसानी से बोल दिया तुमने सब खत्म नहीं मै नहीं जाने दूंगा तुम्हे! तुम बात को समझ नहीं रही हो!
ना ही मुझे कुछ समझना है और ना ही सुनना है मै जा रही हो और पलक बिना कुछ कहे ही वहां से गाड़ी लेकर निकल जाती है!
आशु अभी भी वही था वो बस यही सोच रहा था कि इन सब
में मेरी क्या गलती है और वो वहीं बैठ जाता है रात का वक़्त था और उसे कुछ नहीं सूझ रहा था वो वहीं पास ही नदी किनारे बैठ गया उसे गुस्सा भी बहुत आ रहा था और वो गुस्से में नदी में पत्थर फेखने लगता है!
रोज की ही तरह उसके दोस्त का कॉल आया है और वो एक बार मै कॉल नहीं रिसीव करता दुबारा कॉल आता है और दीपक उसकी आवाज सुनकर ही समझ जाता है कि कुछ ना कुछ जरूर हुआ है और वो उससे पूछता है कि तू कहा है और वो कुछ ही देर बाद वहा आ जाता है!
क्या हुआ यार तू बता तो सही और आशु उसे पूरी बात बताता है अरे तो यार वो अभी गुस्से में है जब उसका गुस्सा शांत होगा तो वो जरूर समझेगी तू टेंशन ना ले और घर चल अब चल और दीपक और वो दोनों रेस्टोरेंट जाते है और वो दोनों के लिए खाना आर्डर करता है!
नहीं यार मुझे नहीं खाना है तू खा ले मुझसे तो नहीं खाया जाएगा मन ही नहीं कर रहा है मेरा तो कुछ खाने पीने का तू खा ले उसकी आंखो में आंसू साफ नजर आ रहे थे जो वो मुस्कुराहट के पीछे छुपाने की कोशिश कर रहा था!
देख यार खा ले तेरे पसंद का है सब कुछ! देख मैने कहा ना दिमाग मत चाट मेरा तू खा ले मुझे नहीं खाना है और दीपक भी खाना नहीं खाता है और वो पेमेंट करके वहां से निकल जाते है चल तुझे घर छोड़ देता हूं फिर मै भी निकल जाऊंगा और कुछ खा लेना यार!
आशु उसकी तरफ गुस्से से देखत है! ओके यार तू पहले शांत हो जा चल मेरे घर ही चलते है आज वही पर रुकना तू!
आशु दीपक से बोलता है कि यार उसने क्या कहा मुझे तो ये भी पता नहीं और कोई कुछ भी समझे पूरी दुनिया ही गलत समझे मुझे पर अगर वो भी गलत समझती है तो फर्क पड़ता है यार घुटन हो रही है मुझे तो अब ऐसा लग रहा है जैसे कोई जा रहा है! मतलब इतना ही जानती थी वो मुझे बस इतना ही समझती थी सब कुछ खत्म बोलकर चली गई सोचा तक नहीं
तू अब इतना मत सोच चल सुबह देखते है क्या होता है और दोनों दीपक के घर चले जाते है
to be continued........
next part will be coming soon...
26. Short love story in hindi
मोहब्बत का सफर
(पार्ट 26)
अब आगे....
दोनों घर चले जाते है अब सुबह का इंताजर था कि क्या होने वाला है और आशु को नीद नहीं आती है रात भर की मतलब केसे कोई इतना गलत सोच सकता है केसे और ये बात ही उसको सोने नहीं दे रही थी सब कुछ एक साथ खत्म हो
जाएगा ये उसने कभी नहीं सोचा था और इतना गलत सोचेगी ये भी नहीं बेशक क्युकी जब बिना कसूर किसी को गलत समझा जाए तो बेशक दर्द होता है और ये सब सोचते हुए ही सुबह हो जाती है!
और वो सुबह रेडी होकर घर जाता है लेकिन पलक अभी भी गुस्से मै थी और पता नहीं था अब क्या होने वाला है!
मैने कहा ना मुझे नहीं करनी है बात ना ही कुछ सुनना है और ना ही कुछ जानना है बस छोड़ दो अकेले और क्या रखा है तुम जैसा इंसान जो हर लड़की पर मर जाए उससे तो क्या जी उम्मीद रखूं मै तो अब जाने दी मुझे और जिओ अपनी लाइफ तुम भी !
कितनी आसानी से बोल दिया ना तुमने ये की सब खत्म और मै तुम्हे बता चुका हूं सब फिर भी ये सोचती है तुम पता है तुम्हे कुछ दिखता ही नहीं है बस तुम सही हो तुम्हे यही लगता है इसलिए और कुछ ना तो सुनना चाहती हो और ना ही देखना में सब बता चुका हूं बोल चुका हूं
फिर भी ऐसा सोचती हो इतना ही जाना पाई तुम मुझे की सब इतनी आसानी से बोल दिया मै कभी नहीं हर्ट हुआ कभी नहीं पर आज बहुत ज्यादा हुआ हूं इतना कि कभी नहीं हुआ इतना सब कह दिया एक बार भी नहीं सोचा मेरे दिल पर क्या बीती होगी हा बुरा नहीं लगता कभी पर लगता है दिल होता है पर तुम्हे यकीन ही नहीं है ! और तुम ये बताओ तुम्हे दिल से लगता है कि मै गलत हूं बताओ बताओ!
हा नहीं है यकीन मुझे नहीं पड़ता है कोई फर्क तुम जानो तुम्हारा काम जाने मै जा रही हूं और हाथ जोड़ती हूं कि मेरे पीछे मत आना!
पर तुम कहां जा रही हो। सबसे दूर मनाली मै वहीं रहूंगी अब बस यहां से जाना जाती हूं और ये सब बोलकर वो चली जाती है!
ये सब तो बोल दिया था पर ये नहीं सोचा कि उसे कितना बुरा लगा होगा ये बात सुनकर वो तो अन्दर से मानो टूट ही गया था हा मजबूत है पर जब कोई ग़लत समझे बिना बात के तो दुख़ तो होता ही है और ये दर्द सबसे बड़ा था शायद!
वो वहां से तुरंत जाता है नेहल के पास और और गुस्से में उसके घर का दरवाज़ा खोलता है और जैसे ही नेहल उसकी सामने आती है उसका गुस्सा और बड़ जाता है वो पूछता है तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ये सब बोलने की कुछ भी बोलोगी कुछ भी तुम्हारी वजह से सब मुझे गलत समझ रहे है!
हा तो मै क्या करू मुझे जो बोलना था बोल दिया मैने तुम जानो तुम्हारा काम जाने मुझे क्या करना है उसे बहुत गुस्सा आ रहा था और वो इसी गुस्से को पास ही रखे गमले पर उतार देता है और सब तोड़ फोड़ करके घर आ जाता है लेकिन पलक तो अब आ जा चुकी थी!
अब सिर्फ सोचने के अलावा उसके पास कुछ बचता ही नहीं उसकी गलती सिर्फ इतनी से थी कि उसने उस नेहल से बात की पर वो ये नहीं जानता था कि सब एक जैसे नहीं होते है और वो तो अपना काम करके चली गई शाम को वक्त हो चुका था और अब कॉल रिंग करता है कॉल घर से आया था उधर से मां हैलो करती है पर इधर से कोई जवाब नहीं आता है क्युकी कुछ बोला ही नहीं जा रहा था और वो फोन को कट कर देता है!
दीपक भी वहीं था और वो उससे कहता है सब ठीक हो जाएगा यार कुछ नहीं होगा!
नहीं यार कुछ ठीक नहीं होगा आखरी क्यू हुआ है मेरे साथ ही क्यों होता है और जब हद हो जाती है कि अब कुछ बोल नहीं सकता हूं तो वो रोने लग जाता है क्यू हुआ!
देख तू फ़िक्र मत कर उससे बात कर लेना सब ठीक हो जाएगा यार तू ऐसा कर अभी मै अंकल आंटी को कॉल कर रहा हूं उनको बुला लेता हूं यहां पर अरे तू रहने दे यार तू यहीं रुक मै आता हूं अभी बाहर जा रहा हूं !
क्या करेगा वहां पर जाकर पर तू यहीं रह! कहा ना जा रहा हूं मेरी मर्जी है मै आता हूं अभी आ जाऊंगा थोड़ी देर में!
हा ठीक है आराम से जाना और जल्दी आना! हा भाई आता हूं आता हूं और वो रोते हुए नहीं हंसते हुए घर से बाहर निकल जाता है और गाड़ी लेकर चला जाता है!
शाम का वक्त थी और हवा चल रही थी और ऐसा लग रहा था जैसे बारिश होने वाली हो और ये हवा ये सारी यादें वापस लेकर आ गई और अब तो बस यादें ही थी जो इतनी हसीन थी और तो कुछ बचा ही नहीं था तभी बारिश होने लग जाती है
और वो वहीं बीच सड़क पर गाड़ी रोककर बाहर निकलता है और और बारिश में खड़ा हो जाता है जो उसे एक अलग ही सुकून ही दे रही थी पर वो नहीं थी उसके साथ जिसके चाहत थी उसको!
और वो गाड़ी के आगे सड़क पर ही बैठ जाता है बारिश और तेज हो गई सामने से कुछ दिख भी नहीं रहा था सिर्फ गाड़ी की रोशनी ही दिखाई दे रही थी!
तभी एक गाड़ी आयी और वो गाड़ी वाला रुका और बोला भाई मरने के लिए आया है क्या वो तो मैने ब्रेक मार दिया वरना अभी मर जाता उठो और अन्दर बैठो!
तू जाना क्यू फोकट की पंचायत कर रहा है ! क्युकी जब इंसान गुस्से में होता है तो उसको सही बात भी गलत लगती है और इसलिए उसने उस आदमी पर गुस्सा किया वो तो चला गया पर वो वहीं सड़क पर बैठा रहा!
और जैसे ही उसने सामने देखा उसे लाइट्स की वजह से कुछ नहीं दिखाई दिया और और एक गाड़ी तेजी से आकर टकरा गई!
थोड़ी देर बाद वहा पर बहुत भीड़ थी और सब लोग जा जाकर देख रहे थे कि क्या हुआ कोन है ये और सब गाडियां वहां पर आकर रुकने लगी! तभी एक गाड़ी आकर रुकी जिसमें से एक आदमी रुका और वो जैसे ही वहां गया देखकर शॉक रहा गया ये तो हमारे सर है पूरी सड़क पर खून ही खून था ...............
27. Sad love story in hindi
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 27 )
अब आगे....
सभी लोग तमाशा देख रहे थे तभी कोई एम्बुलेंस को कॉल करता है और थोड़ी देर बाद ही एंबुलेंस आ जाती है और उसे हॉस्पिटल ले जाया जाता है जैसे ही पता लग जाता है तुरंत उसके घर पर कॉल किया जाता है और बाकी के लोग भी आ जाते है पर पलक अब जा चुकी थी उसे कुछ पता नहीं था कि क्या हुआ है वो तो मनाली के लिए निकल चुकी थी!
उसे तुरंत इमरजेंसी वार्ड में जाता है और डॉक्टर कहता है ऑपरेशन करना पड़ेगा तभी कुछ कह सकते है अभी तो फिलहाल कुछ नहीं सकते है!
सभी फैमिली वाले वहा थे सिर्फ पलक के सिवा और अब ऑपरेशन पूरा हो गया था और डाॅक्टर बाहर आता है सब पूछते है केसा है वो अब और डॉक्टर कहता है अब कोई खतरा नहीं है बचने की उम्मीद तो नहीं थी पर शायद किसी की दुआ काम आ गई !
पलक मनाली तो पहुंच चुकी थी पर मां ने उसे सब बता दिया था कि यहां पर क्या हुआ वो इतनी जल्दी वापस नहीं आ सकती थी पर शायद उसका प्यार ही तो जो वो बच गया उसने सच्चे दिल से दुआ की ओर वो काम गई!
पर अभी होश नहीं आया है और पता नहीं कब आयेगा आपको अब उसका खास ध्यान रखना होगा ! और ये सुनते ही सबके होश उड़ जाते है कि पता नहीं कब होश आयेगा डॉक्टर वहा से चला जाता है पर घर वाले परेशान हो जाते है और एक मां के लिए उसका बेटा क्या मायने रखता है ये तो बस मा ही जानती है! पर अभी भी कुछ बाकी थी सब कुछ खत्म नहीं हुआ था!
समय बीत रहा था हॉस्पिटल में ही सबकी दिन रात होती थी और 10 दिन हो चुके थे पर उसे अभी तक होश नहीं आया था शाम का वक्त था डॉक्टर डेली के तरह उसे चेक करने गया और और देखा तो उसे होश आ चुका था !
डॉक्टर ये बात बाहर आकार बताते है की उसे होश आ चुका है और सब ये सुनकर बहुत खुश हो जाते है कि उसे होश आ गया और सब उससे मिलने के लिए अंदर जाते है पर डॉक्टर माना कर देता है और कहता है कि सिर्फ 2 लोग ही अंदर जा सकते है और आशु और पलक दोनों की मां अंदर जाती है और गले लगा लेती है सब बहुत खुश थे पर उसकी नजरें किसी को ढूंढ रही थी जो उसे दिखाई नहीं दी!
और आशु कहता है सासू मां आपको पता है जब पहले गोली लगी थी तो पलक सबसे पहले आयी थी मुझसे मिलने पर आज वो नहीं है पर किसी की दुआ लगी ही होगी जो बच गया पर ठीक है वक्त है और किस्मत है देखते है आगे क्या होता है!
तभी आशु की बहन भी वांहा आ जाती है भाई तुम ऐसा कैसे कर सकते हो बहन को भूल गए और सिर्फ मां को गले लगाया अरे ऐसा नहीं है आ जाओ आप भी वैसे ही कुछ दिनों में शादी हो जाएगी फिर कहां मिलेगा भाई अपने पति के गले लगने फिर ! और सब हसने लग जाते है
देखो तुम मार खाओगे अब ! हा पता है मुझे तुम कितनी खतरनाक हो इसलिए नहीं बुलाया तुमको
देखो ना मां ये क्या कह रहा है ! अरे बेटा वो मजाक कर रहा है और अच्छा है ना ऐसी सिचुएशन में भी हसना नहीं भुला !
हा मां मै भी तो मजाक ही कर रही थी पर
और तभी वहां पर डॉक्टर आ जाता है देखिए अब उनकी हालत अच्छी है और कुछ दिन यांहा रहना होगा फिर आप घर ले जा सकते है!
हा ठीक है तभी आशु के पापा भी आ जाते है और बोलते है हा डॉक्टर हम पूरा ध्यान रख रहे है और डॉक्टर ये सब बोलकर वांहा से चला जाता है! केसे हो बेटा अब ठीक हो
हा पापा मै ठीक हूं और अब टाइम आ गया कि आप भी यहां ही आ जाओ और सारा बिजनेस यही पर सेट करो मै अब आपकी नहीं सुनूंगा!
हा बेटा ठीक है वैसे भी अब तू यहां अकेला रहेगा पर नहीं अब हम सब तेरे साथ यही पर रहंगे कुछ दिन बाद दो डॉक्टर परिमिशन दे देता है कि आप इसे घर ले जा सकते हो और हॉस्पिटल से छुट्टी होकर सब घर में लिए निकल जाते है
After 1 month......
ऑफिस का टाइम था और वो पहले की तरह ही उठा जल्दी और सबसे पहले जो आदत थी पलक को उठाने की ओर गुड मॉर्निंग बोलने की वो आज तक नहीं छुट्टी और जैसे ही याद आया की अब वो ना ही तो गुड मॉर्निंग बोल सकता है और ना ही उसे उठा सकता है!
इसलिए तुरंत रेडी होता है और नीचे आता है और नाश्ता करने बैठ जाता है!
क्या सोच रहे हो भाई आज लेट नहीं हो रहा है क्या हुआ भाभी की याद आ गई! अरे दीदी कुछ नहीं बस ऐसे ही मै चलता हूं शाम को लेट आऊंगा कहीं जाना है! हा भाई ठीक है अच्छे से जाना और जल्दी आना!
और आशु निकल जाता है ऑफिस के लिए जाते ही अपने केबिन में जाता है और कलीग से बोलकर फाइल मंगवाता है
सर ये रही फाइल!
ये क्या है एक काम ठीक से नहीं होता इसलिए रखा है क्या तुम जाओ यहां से ! सर वो पलक मेम
उसके बारे मै बोलने से पहले सोच लेना वो अब अपना काम देख रहे है और अपन अपना तुम यह ध्यान दो अब ठीक है जाओ ! ओके सर
और उसके जाने के बाद आशु अपना फोन निकालता है और पलक की तस्वीर को देखता है आज भी बहुत याद आती है तुम्हारी क्यू चली गई यार तुम्हारी यादें हंसी भी देती है और दर्द भी और ये सब सोचकर आंखो में जो दर्द था वो साफ दिखाई दे रहा था और वो फोन को वापस रख लेता है!
दूसरी तरफ पलक मनाली में थी हिमाचल का ये शहर जितना सुना जाता है उससे कई ज्यादा खूबसूरत पहाड़ झरने वादियां ठंडा मौसम और एक अलग ही सुकून था वे वहां पर भी इनकी ही इंडस्ट्री थी जिसको अब पलक ही संभाल रही थी
शाम होने को आयी थी और घर जाने का टाइम हो रहा था पर उस घर नहीं जाना था ! कल सब टाइम पर आ जाना बाय!
मुझे एक जरूरी काम के सिलसिले में बाहर जाना है और वो गाड़ी लेकर निकल जाता है आशु को पता नहीं था कि पलक अब कहां है!
हर बार की तरह एंट्री होती लों आ गए सर एक जरूरी काम में सिलसले मै आपको बाहर जाना होगा और वो काम क्या है ये आपको इस पेनड्राइव में पता लग जाएगा इस काम के लिए आपको भेज रहे है ताकि किसी को शक ना हो आप वहां अपनी कम्पनी की एक मीटिंग के सिलसिले में जाओगे पर आपको अपना काम याद रखना है जो आपको दिया जा रहा है!
सर पर आपने मुझे ही इस काम के लिए क्यों चुना क्युकी आप किसी भी एजेंट को भेज सकते हो!
हा पर तुमसे बेहतर ये काम कोई नहीं कर सकता है और इस काम के लिए तुम्हे एक महीने की ट्रेनिंग भी दी गई है! और तुम पर निगाह बहुत दिनों से थी हमारी पर आज वक्त आया है !कोई तुम पर शक नहीं करेगा ये तुम्हारा सर्टिफिकेट और बाकी का सामान अब तुम जाने की तैयारी करो तुम्हें कल ही निकलना होगा! पर सर जाना कहां है ये तो बताया ही नहीं आपने!
तुम्हे जाना है हिमाचल प्रदेश वहां का एक वादियों से भरा हुआ शहर मनाली जहां पर रहकर तुम्हे ये सब काम करना है और कोई जरूरत हो तो तुम कॉल कर सकते है तुम्हे हर तरह की मदद मिलेगी ! ओके सर मै चलता हूं अब ! हा बेस्ट ऑफ लक जीनियस 👍
और आशु घर वहां से घर के लिए निकलता है और घर जाकर बोलता है कि मुझे कल ही जाना होगा तो यहां पर आप सब संभाल लेना! पर बेटा जा कहा रहा है !
मां ऑफिस के काम से ही जा रहा हूं पापा आए तो उनको भी बता देना अभी सोने जा रहा हूं कल जल्दी निकलना है मुझे!
अगली सुबह आशु जल्दी तैयार होकर सबसे मिलकर निकल जाता है एक नए सफर पर हिमाचल जहां पर पलक थी अब क्या यहां से एक नए सफर की शुरूआत होने वाली थी......
to be continued.....
28. Short love story in hindi
धन्यवाद 🙏
मोहब्बत का सफर
( पार्ट 28 )
अब आगे.....
वो निकल चुका था पता नहीं था मजिल कहां ले जाएगी पर रास्ता बहुत खूबसूरत था पूरे सफर मै उसकी यादे थी और वो चलता गया!
रास्ते में वही टी स्टॉल दिखा तो रुक गया और , भईया एक चाय बना दो जरा सर्दी बहुत है ! अरे सर आप तो वहीं हो ना जो पहले भी आए थे मेम नहीं आती साथ मै वो कहां है !
मत पूछो यार क्या हुआ है खेर जाने दो जो हुआ है वो देखा जाएगा आगे तुम चाय पिलाओ यार , हा सर अच्छा ही होगा मिल ही जाएंगी आपको , हा भईया वैसे एक बात है सर्दी के मौसम का मजा अलग ही है नारज कितना भी हो पर चिपककर ही सोना पड़ता है
सही बात कही आपने ये तो सर पर कुछ तो बताओ हुआ क्या है "पता नहीं ",,छोड़ो यार अब चलता हूं ये लो आपको पेमेंट पिछली बार तो मेम ने दिया था आज हमारे हाथ से ले को , हा सर अगली बार आओ तो उनको भी लेते आना, हा चलता हूं !
और वो गाड़ी मै बैठता है और निकल जाता शाम होने को आयी थी और वो बस पहुंचने ही वाला होता है जैसे ही वहा पहुंचता है कुछ लोग आते है और वो उनके साथ चला जाता है! सर सब रेडी है और ये रहा आपका सामान और हम आपके आसपास ही रंहेग ये रही आपकी रूम की चाबी सुबह मिलते है!
ओके ठीक है "I will see you " और वो ये सब बोलकर चला जाता है अपने रूम की तरफ! अब इंताजर था तो सुबह का पर रात अभी बाकी थी, तभी वेटर आता है सर कुछ लाऊ आपके लिए, नहीं तुम जाओ मुझे जरूरत पड़ी तो मै बुला लूंगा!
सर कुछ लाऊ आप बोलो , कितनी पंचायत है यार तेरे को कोनसे जन्म की दुश्मनी निकाल रहा है अरे भाई जा ना मुझे कुछ नहीं चाहिए खाली फोकट दिमाग का कचरा कर दिया
ओके सर गुड नाईट , हा तू ही बोल गुड नाइट भी वैसे भी !
ओके गुड नाईट जाओ ! और वेटर चला जाता है
और अब आशु भी सो जाता है नीद नहीं आ रही थी पर पहले जैसे नहीं था कि पलक आकर सुला दे इसलिए चादर तान कर सो गया !
जैसे ही सुबह उठता है पर अब था तो कोई नहीं जिसे जगाए इसलिए रेडी हुआ और ऑफिस के काम से निकल गया एक मीटिंग में!
और जैसे ही वहा पहुंचता है एक अजीब सा अहसास था उसके होने का पर वो हंसा और चल दिया मीटिंग के लिए जैसे ही काम खत्म हुआ और वापस लोट रहा था तो कुछ लोग इकट्ठा हुए थे वहां पर और कोई उन्हें डांट रहा था वो भी जाने वाला था देखने के लिए पर इतने में ही वहां पर कुछ लोग आ जाते है सर चले अभी आपको बुलाया है पर वहां कुछ हो रहा है में आता हूं अभी देखकर , सर आपको जल्दी बुलाया है , ओक तो चलो फिर और वो वहां से निकल जाता है
जैसे ही पहुंचता है सब कुछ उसे बता दिया जाता है कि पूरा प्लान क्या है और कैसे अंजाम देना है इसको और वो सब सुनकर वहा से निकल जाता है शाम का वक्त था ठंडी हवा चल रही थी और सर्दी का मौसम नज़ारा अच्छा था! और आज भी बाइक पर ही था!
तभी रास्ते में एक गाड़ी खड़ी थी और कुछ लोग तो वो भी वहां ही रूक जाता है और उनसे बोलता है क्या हुआ कोई भंडारा चल रहा है क्या जो ऐसे खड़े हो तुम यहां पर, ज्यादा स्मार्ट मत बन और निकल यहां से एक लड़की ने हमारे बॉस की इंसल्ट की है और बॉस उससे बात कर रहे है!
अच्छा मतलब अक्षय कुमार है क्या क्युकी बॉस मूवी मै तो वहीं था ,,, अबे दिमाग खराब मत कर वरना जान से जाएगा , जान से कैसे जाते है जरा बता तो तभी एक लड़की की आवाज आती है जो किसी को कुछ बोल रही थी,
और वो वहां जाने लगता है वैसे भी वो लोग उसे रोक देते है तुम नहीं जा सकते हो , अबे चुप कर अब मुंह बंद कर ले और वो जैसे ही बाते सुनता है तो वो लड़की कह रही थी कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई उस लड़की को हाथ लगाने की कोई तमीज नहीं है बात करने की तुममें की लड़की की रेस्पेक्ट केसे करनी चाहिए , पर तुझे उससे क्या है मैने उसको कहा था तुझे नहीं तुम क्यों बीच मै बोली , और वो लड़की उस आदमी पर हाथ उठा देती है तभी आशु बोलता है ये लो बजा दिया तुम्हारे बॉस को
और वो जैसे ही दुबारा वापस लड़की को मारने लगता है तो आशु बीच में आ जाता है अरे भाई रुको रुको हमें भी आने दो
आखिर कुछ फर्ज हमारा भी है! तू कौन है जा यहां से चुपचाप तभी आशु कहता है मै तो जा ही रहा था पर मैने आवाज सुनी जो तुम्हारे गाल पर थप्पड़ पड़ा तो रुक गया इधर ही देखने के लिए!
तभी लड़की बोलती है आप जाओ हम खुद संभाल सकते है ऐसे लोगो को आवाज सुनते ही आशु पहचान जाता है कि ये पलक ही है पर कहता कुछ नहीं है, अरे ऐसे केस चला जाऊं
अभी तो बहुत टाइम है!
देखो बॉस को हाथ लगाया तो अच्छा नहीं होगा, और तभी उस बॉस के पास एक कॉल आता है और वो आशु से और पलक से माफी मांगकर चला जाता है! तभी आशु कहता है रुक और सुन याद रखना आज के बाद ऐसा हुआ तो तुझे भी पता है तेरे साथ क्या क्या हो सकता है समझा अब चल जा !
तभी पलक आशु से पूछती है ये चहेरा क्यों ढका हुआ है और ये गन भी है तुम्हारे पास कोई डाकू या मुजरिम लगते हो जैल से भागे हुए
अरे क्या है यार कुछ भी , हा तो नकाब हटाओ और दिखाओ कोन हो , तुम हो तुम यहां कैसे और कब आए !
वो सब छोड़ो रात बहुत है तुम्हारी गाड़ी अब चलेगी भी नहीं तुम्हें घर छोड़ देता हूं , मुझे नहीं जाना है मै खुद चली जाऊंगी
ओके चली जाओ पर पैदल ही जाना पड़ेगा याद रखना, तुम ये बताओ तुम यहां कैसे , तुमने ही तो कहां था ढूंढ सको तो
ढूंढ लेना तो देखो आ गया ना
रहने दो रहने दो अब चलो तो फिर , हा ठीक है बैठो और थोड़ी ही दूर चलते है कि मिरर मै साफ दिख रहा था कि पलक को ठंड लग रही है ! और आशु उसे अपनी जेकट देता है तो वो बोलती है मेरे पास खुद की है , पता है मुझे है तुम्हारे पास पर ठंड बहुत है और वो उसे जबरदसती पहना देता है!
जैसे ही आशु ब्रेक मारता है पलक सीधा उसके उपर आ जाती है , जान बूझकर ब्रेक मारा ना तुमने और आशु वापस बाइक खड़ी कर देता है और बोलता है ये लो तुम ही चला लो यार मतलब गजब है ,,,हा हा ठीक है चलो चलो अब और पलक ऐसे ही आशु को पकड़कर बैठी थी रात का वक्त ठंडी हवा सर्दी का मौसम ❤️.........
to be continued......
29. Hindi short love story
मोहब्बत का सफर
( पार्ट - 29)
अब आगे...
रात का वक्त हो चुका था और सर्दी और तेज हो चुकी थी पलक ऐसे ही आशु को पकड़कर बाइक पर बैठी हुई थी और वो एहसास वहीं तो जो पहली बार मिलने पर हुआ था घर भी आने ही वाला था!
तभी पलक बोलती है चलना कहां है तो आशु कहता है जहां तुम कहो तुम्हारे साथ तो कहीं भी! तो पलक कहती है नहीं सुधरे ना तुम अभी भी,, अरे मै बिगड़ा ही कब था जो सुधर जाऊं मैं तो पहले भी वही था और आज भी वही हूं!
तभी पलक बोलती है और हा ऐसे ही रहना बदले हुए लोग अच्छे नहीं लगते तभी आशु कहता है ये लो तुम्हारा घर भी आ गया और वो बाइक रोक देता है! और जाने लगता है तो पलक कहती है अंदर नहीं चलोगे क्या , नहीं ठीक है चलता हूं
तभी बाहर बारिश होने लग जाती है और साथ में ओले भी गिरने लग जाते है तो पलक बोलती है सर्दी में बारिश हो रही है मत जाओ! तो आशु भी रुक जाता है!
और दोनों अंदर जाते है आशु बोलता है तुम्हे भूख लगी होगी ना पर घर पर कोई नहीं है तुम्हे कुछ आता भी नहीं है बाहर जा नहीं सकती हो तो मतलब आज रात भर भूखी रहोगी क्या तो पलक बोलती है मुझसे तो भूख सहन नहीं होती है
तो आशु बोलता है तो रही भूखी मुझे क्या है बस बारिश बंद हो जाए मै तो चला जाऊंगा तो पलक बोलती हा ठीक है
आशु कहता है अब ये सड़ा मुंह बनाना बंद करो और चलो किचन मै कुछ बना लेते है और दोनों किचन मै चले जाते है आशु बोलता है तुम्हे तो भूख ज्यादा लगी है और इतनी जल्दी सिर्फ मेगी बन सकती है ऐसा करो तुम ये प्याज़ कट करो में बाकी काम करता हूं और प्याज कट करते वक्त पलक की अंगुली में से खून आ जाता है तो आशु तुरंत उसकी ऊंगली को मुंह में ले लेता है और बोलता है आता जाता तो कुछ नहीं है बस बाते करवा लो तुमसे तभी पलक कुछ कह रही थी कि आशु बोलता है चुप रहो अब मै सब कर लूंगा और वो पलक को उठाकर टेबल पर बिठा देता है! पलक किसी प्यारी बच्ची की तरह लग रही थी जब आशु उसे डांट रहा था और वो अब चुप करके बैठ जाती है!
कुछ ही देर में सब रेडी हो जाता है और आशु बोलता है चलो अब ये ऐसा मुंह मत बनाओ और दोनों बाहर जाकर डायनिंग टेबल पर बैठ जाते है पलक बोलती है तुम्हे नहीं खाना क्या तो आशु बोलता है नहीं तुम खाओ और आशु बस देख रहा था!
खाना फिनिश हो जाता है बारिश अभी भी चालू थी और आशु बोलता है अब मुझे जाना है तो पलक कहती है ऐसी बारिश मै तो आशु बोलता है हा वैसे भी तुम्हे क्या फर्क पड़ता है!
एक्चुली तुम्हे कुछ दिखता ही नहीं है या फिर तुम देखकर भी नजरअंदाज करती हो सब समझती हो पर कभी कुछ कहोगी नहीं तुम्हें पता है जब - जब तुमने बाय बोला तो मुझे वेसा ही दर्द हुआ जैसा बचपन में कंचे खेलते वक्त पांव मै कांटा लगने पर होता था बस फर्क इतना है कि अब कहीं और होता है!
तुम चली आई बिना कुछ कहे बिना सुने जब कोई बिना सुने चले जाता है तो पता है कितना दर्द होता है पता है तुमको ,नहीं पता है तुमको, जिस दिन तुम्हे अपनी गलती का अहसास होगा उस दिन शायद तुम सोचो ,पर तुम्हे अपनी गलती का अहसास जब होगा जब तुम सोचोगी और मुझे पता है तुम आज भी कुछ नहीं कहोगी आशु ये सब बोलकर जाने लगता है !
वो मन मै सोच रहा था कि सब जानती है फिर भी पता नहीं क्यों अनजान बनी रहती है दुःख तुम्हे भी होता है बस कहती नहीं हो और मै कुछ ज्यादा ही बोल गया शायद और वो बारिश में भी नहीं रुकता और चला जाता है!
पलक बस देख रही थी उसे जाते हुए और उसमे हिम्मत नहीं थी अब किसी को रोकने की हा फिक्र तो थी पर कभी उसने जताया नहीं और आशु चला जाता है उसी बारिश मै वहां से अपनी घर की ओर ठंड बहुत थी पर उसे उस ठंड का एहसास भी नहीं था और बस वो चलता जाता है और अपने घर पहुंच जाता है!
और अब आशु के पास कुछ नहीं था सिर्फ गुस्से की सिवा पर अभी भी कुछ बाकी था शायद और वो घर जाकर बैठ जाता है तभी फोन रिंग करता है और सामने जो आदमी कॉल पर था उसकी आवज जानी पहचानी लगी!
क्यों केसा लगा हमारा खेल तुम्हे पसंद आया ना अब बारी तुम्हारी पलक की है यहां आकर तुमने गलती कर दी है
गलती तो तू कर रहा है उसे तो हाथ भी नहीं लगा सकता है
जब तक में हूं और याद रखना तू जानता है तेरा अंजाम क्या होगा अगर उसे कुछ हुआ तो !
और वो फोन कट कर देता है और आशु सोचता है ये आवाज़ सुनी हुई है पर कहां फिर उसे याद आता है ये तो यश है पर ये यहां पर क्यू आया क्युकी में जिस काम से यहां आया हूं उसका तो इससे कोई मतलब नहीं है खेर जो होगा देखा जाएगा और वो सोचता है पलक को कॉल करू या नहीं कही कुछ हो ना जाए!
और वो इंटेलीजेंस ब्यूरो में कॉल करता है और वो पलक का एड्रेस देता है और बोलता है सुनो ध्यान से घर के बाहर ही रहना है और कोई भी अंदर जाए तो उसे बाहर ही रोक लेना कुछ भी हो मुझे कॉल करना पूरा ध्यान रखना समझे!
ओके सर पर ये है कोंन, ज्यादा सवाल नहीं सब सवालों के जवाब मिल जाएंगे बस याद रहे उसे कुछ नहीं होना चाहिए
ओके सर ठीक है हम अभी जाते है !
और आशु भी अब सो जाता है ये सोचकर की अब पलक सेफ रहेगी पर नीद नहीं आ रही थी क्युकी उसे याद आ रही थी पलक की पर वो सोने की कोशिश करता है और सोचता है अब कल की सुबह एक नया सवेरा लेकर आयगी और वो सो जाता है और उसकी नीद भी लग जाती है
to be continued......
✍🏻Divesh
30. Sad love story in hindi
mohabbat ka safar
(part -30)
अब आगे...
next morning:
आशु उठता है और उसे याद आता है कि अरे यार वो काम तो अधूरा रह गया चलो कोई नहीं बाद मै देख लेंगे और वो पलक को कॉल करने की सोचता है पर नहीं करता और वो तुंरत शेर सिंह ( स्टाफ का हेड ) को कॉल करता है , उधर से कॉल रिसीव होता है , हा शेर सिंह सब ठीक है ना वहां पर, हा सर सब ठीक है , ओक अब तुम लोग आ जाओ वापस मै सब देख लूंगा और अपना काम करो मुझे तुम्हारी जरुरत होगी तो मै कॉल करूंगा तुम्हे , ओक सर बोलकर वो लोग वहां से चले जाते है पलक उठकर देखती है तो वो लोग वहां से जा रहे थे और वो सोचती है कि पता नहीं ये इतने लोग कोन थे खेर जाने दो अब उसे याद आता है कि आशु तो कल बारिश मै ही चला गया था पता नहीं कैसा होगा तभी डोर बेल बजती है और पलक दरवाजे पर जाकर देखती है तो वहां पर कोई नहीं था और वो अंदर चली जाती है!
क्युकी आज बहुत सारा काम बाकी था तो आशु जल्दी से ऑफिस पहुंच जाता है , और वहां जाकर अपनी मीटिंग्स अटेंड करता है और सारा काम हो जाने के बाद वो शेर सिंह को कॉल करता है और बोलता है अपने सारे ऑफिसर को लेकर मेरे घर पर पहुंच मै अभी आता हूं तुम लोग वही पर मिलना मुझे , ओक सर !
और सब लोग कुछ ही देर में पहुंच जाते है आशु दरवाजा खोलता है आओ आओ अंदर आओ ! सर इतनी जल्दी क्यों बुलाया कोई प्रॉबलम है क्या , नहीं ऐसी बात नहीं है तुम आओ सब ओर वो उन्हें अपने रूम में ले जाता है!
रूम एकदम किसी ब्यूरो की तरह लग रहा था और अंधेरा था सिर्फ सामने की दीवार पर कुछ फोटो लगे हुए थे जहां पर रोशनी पड़ रही थी , सभी लोग अंदर आ जाते है और बैठ जाते है आशु वो सब तस्वीरें उन्हें एक एक करके दिखा रहा था तभी शेर सिंह बोलता है सर रुकिए ये लड़की हमारे काम आ सकती है!
आशु कहता है कोन है ये लड़की, सर ये एक बार डांसर है और इससे हमें कोई इंफॉर्मेशन मिल सकती है तो आशु कहता है कहां मिलेगी ये और इसका नाम क्या है !
सर इसका नाम मोहिनी है और ये यही के एक क्लब मै बार डांसर है शाम होते ही वहा पर महफ़िल लगेगी! तो आशु कहता है हम भी देखे आज मोहिनी को तुम सब तेयार रहना आज की शाम मोहिनी के नाम , तभी शेर सिंह कहता है सर बहुत चालक और खुबसुरत भी तो आशु कहता है हम वहां पर किसी काम से जा रहे है तुम लोग उधर बियर मत पीने लगना ओक , और शेर सिंह हंसते हुए कहता है ओक सर!
रात के 9 बज चुके थे महफ़िल सज चुकी थी और वो सभी लोग भी वहां पहुंच चुके थे तभी शेर सिंह कहता है सर आप तो एक दम मतलब कमाल लग रहे हो, आशु हंसते हुए कहता है हा ठीक है चलो अब अंदर और सुनो मै अकेला बैठूंगा तुम आसपास ही रहना में जैसे ही कहूं तो सब तेयार रहना ओक ब्वॉयज , ओक सर !
और आशु अंदर जाकर एक टेबल पर बैठ जाता है और वो सब लोग भी वहीं बैठ जाते है सब मोहिनी का इंतजार कर रहे थे तभी एक लड़की आशु के पास ड्रिंक लेकर आती है आशु मना कर देता है तो लड़की आशु के गले में हाथ डालकर और पास जाकर बोलती है क्या साहब यहां सब यही पीने आते है आप चलिए ना , आशु हंसते हुए कहता है नहीं आप जाओ और अपना काम करो और वो लड़की चली जाती है !
तभी लाइट्स ऑन होती है और मोहिनी आती है सभी लोग की निगाहें स्टेज पर होती है और सोंग चल रहा था "लेला में लेला ऐसी में लेला हर कोई मिलना चाहे मुझसे अकेला"
और तभी मोहिनी की एंट्री होती है और सब लोग चिल्लाने लगते है आशु भी सब देख रहा था वाकई जैसा शेर सिंह ने कहा था मोहिनी बहुत ही खूबसूरत थी और सभी लोग उसका डांस देखकर पागल हो रहे थे तभी वहां कुछ लोग आते है जो वहीं बैठ जाते है !
डांस करते हुए मोहिनी की नजरे आशु पर थी और वो आशु के पास आती है और हाथ पकड़कर उसे स्टेज पर ले जाती है आशु मना करता है पर वो उसे जबरदस्ती ले जाती है तभी शेर सिंह अपने साथियों से कहता है जो मोहिनी किसी को भाव तक नहीं देती हमारे सर पर पिघल गई खुद ले जा रही है और सब हंसने लगते है !
आशु अब स्टेज पर था और और मोहिनी उसके आगे पीछे डांस कर रही थी तो आशु भी साथ में डांस करने लगता है और मोहिनी उसे कमरे में ले जाने लगती है तो आशु शेर सिंह को इशारा कर देता है कि मै अंदर जा रहा हूं ये जो लोग बाहर बैठे है इनको देख लेना और शेर सिंह थम्सअप कर देता है!
अब मोहिनी आशु को अंदर ले जाती है रूम मै और धक्का देकर बेड पर गिर देती है और बोलती है बाबू पहले कभी नहीं देखा आपको लगता है नए हो यहां पर तो आशु हसंते हुए कहता है हा नया हूं अभी आया हूं शहर से!
क्या बात है बाबू बड़े हॉट हो मेरी नज़रे हटी ही नहीं तुम पर से और वो आशु के और करीब आती है और उसे धक्का देकर बेड पर सुला देती है और उसके ऊपर आकर उसे गले पर हाथ फेरने लगती हैं! आशु उसे हटाता है और बोलता है देखो मुझे तुमसे कुछ इन्फोर्मेशन चाहिए जितना पैसा बोलोगी मिल जाएगा तो वो कहती है बाबू साहब बस आपकी एक रात दे दो जो पूछोगे सब बता दूंगी और वो आशु के शर्ट के बटन खोलने लगती है आशु उसे धक्का देकर एक तरफ गिरा देता है और बोलता है कहा ना ये सब करने नहीं आया हूं जो पूछा है वो बताओगी या नहीं तो मोहिनी कहती है आज तक हिम्मत नहीं हुई किसी की जो मोहिनी से ऐसे बात करे जो मर्जी कर लो अब नहीं बता रही कुछ भी !
तभी बाहर फायरिंग होने लगती है और कुछ लोग दरवाज़ा तोड़कर अंदर आ जाते है आशु मोहिनी को लेकर बेड की तरफ बैठ जाता है और अपनी गन निकालकर उन लोगो पर फायरिंग करने लगता है कुछ ही देर में सब शांत हो जाता है और वो बाहर निकलता है आधे से ज्यादा लोग मर चुके थे और बाकी के घायल थे!
सबसे पहले जाकर आशु अपने साथियों को देखता है कि वो ठीक है या नहीं वो जैसे ही उनके पास जाता है पूछता है तुम सब ठीक हो ना वो कहते है हा सर हम ठीक है तभी कुछ लोग और आ जाते है और फिर लड़ाई शुरू हो जाती है दो चार को उठाकर पटकने के बाद वो लोग वहां से चले जाते है मोहिनी भी वहां से जा चुकी थी ये सब देखकर!
आशु और सभी साथी वहीं बैठकर ड्रिंक करने लगते है आशु बोलता है मुझे नहीं पीना तुम लोग पिओ तभी शेर सिंह कहता है सर आपके बटन खुले हुए हैं क्या हुआ था अंदर तो आशु हसंते हुए कहता है कुछ नहीं हुआ यार और सब हंसने लगते है ! शेर सिंह वापस बोलता है सर आप ऐसे क्यों रहते हो मोहब्बत की थी क्या किसी से!
हा मोहब्बत की थी मैने , सर कुछ बताओ उनके बारे में हमें भी!
क्या बताऊं जब पहली बार देखा तो लगा ये मेरे लिए ही बनी हुई है अपने आप दिल धड़का मेरा उसके लिए और फिर जीवन का असली आधार तो प्रेम ही है ना शेर सिंह जी !
बिल्कुल सही कहा सर आपने फिर मोहब्बत मिली या नहीं आपको , मिली भी थी और नहीं भी खेर जाने दो मै घर जा रहा हूं ऑफिस कॉल करके सर को बोल देना कि आज क्या हुआ ताकि वो सब संभाल के पुलिस का कोई मैटर नहीं होना चाहिए , ओक सर आप जाओ हम संभाल लेंगे और हा शेर सिंह ही ज्यादा मत पीना हंसते हुए आशु कहता है!
आशु सोचता है आज तो पैदल ही चलते है और वो उस डांस बार से जैसे ही बाहर निकलता है और चलने लगता है एक गाड़ी उसके सामने आकर रुकती है!
आशु कहता है दिखता नहीं है क्या अंधी है क्या,, चलाना नहीं आता तो सड़क पर निकलते क्यू हो किसी को भी ठोक देगी चल बाहर निकल अब और जैसे ही वो लड़की बाहर निकलती है आशु अपना चेहरा घुमा लेता है ओह ये कहां से आ गई यार और वो लड़की कहती है अपना चहेरा इधर करो तो आशु उधर घूम कर कहता है ओह पलक तुम हो क्या मुझे नहीं पता था !
अच्छा और क्या कहा मै अंधी हूं , अरे नहीं वो ऐसे ही बोल दिया देखकर चलाया करो ना अभी मर जाता मै तो पलक बोलती है अच्छा मर जाते पर ऐसे केस मर जाते तुम ,, आशु कहता है हा तुम कहा मरने दोगी , क्या कहा तुमने सब सुन लिया मैने वैसे बाय द वे ये यहां डांस बार में क्या करने आए थे तुम ? आज पता चला मुझे ये शोक भी है तुम्हारे और शर्ट के बटन तो देखो टूट ही गए !
तो आशु कहता है पलक सुनो बात तो सुनो यार , मुझे कुछ नहीं सुनना है सब पता चल गया तो आशु उसका हाथ पकड़कर अपनी ओर खीच लेता है!
हा क्यों सुनोगी तुम , एक्चुली तुम कभी कुछ सुनना ही नहीं चाहती हो बिना सुने ही चली जाती हो तुमने इतना सब कहा इतना सब किया इंसल्ट की मैने कभी कुछ कहा तुम्हें नहीं ना मै भी तुम्हें दो थप्पड़ मारकर समझा सकता था ना और तुम्हे क्या लगता है मुझे गुस्सा नहीं आता तुमसे ज्यादा गुस्सा आता है मुझे पर मैने कभी कुछ नहीं कहा तुम्हें और आशु गुस्से में गाड़ी के टायर को जोर से लात मारता है !
तुम्हे प्यार का मतलब भी पता है मैने कभी कुछ मांगा तुमसे नहीं ना सब कुछ सहन ही तो किया हर बात मजाक मे टाल दी इसका मतलब मुझे दुःख नहीं होता क्या पर नहीं तुम मेरे प्यार को कभी समझ ही नहीं पाई और तो और यहां तक कि एक बार सॉरी भी नहीं बोला तुमने! तुम्हे कभी कुछ दिखता ही नहीं है कोन सही है कोन गलत!
और पलक ये सब चुपचाप सुन रही थी उसकी आंखो मै आंसू थे और वो बोली हा तुम्हे मुझे थप्पड़ मारकर ही समझना चाहिए था! और वो वहीं सड़क पर नीचे बैठ जाती है और पलक रोने लगती है तो आशु कहता है प्लीज यार रोवो मत प्लीज़ चुप हो जाओ और पलक बोलती है सॉरी यार
तो आशु कहता है पहले तो रोना बंद करो और वो पलक के आंसू अपने हाथो से पोछता है देखो जिससे हम प्यार करते है उसको हम अपने सामने कभी झुखने ही नहीं देते है इसलिए यार चुप हो जाओ मैं तुम्हे रोते हुए नहीं देख सकता हूं
देखो किसी ने देखा तो सोचेगा की मैने तुम्हे मारा है तो पलक और जोर से रोने लगती है तो आशु कहता है! है भगवान बचा ले यार क्या कर रही हो चुप हो जाओ ना मुझे पिटवाओगी क्या अब तुम जितना चुप होने को बोल रहा हूं उतना ही जोर से रो रही हो प्लीज यार चुप हो जाओ !
तभी कुछ लोगो वहां आ जाते है और पलक से पूछते है क्या हुआ मैडम इस लड़के ने आपको परेशान किया क्या तो आशु उन लोगों को बोलता है नहीं भाईसाहब आप अपना काम करो हमारा पर्सनल मेटर है ये तो तो पलक बोलती है हा परेशान किया इसने मुझे और मन ही मन में हंस रही थी !
मैडम आप जाओ हम इसे देख लेंगे तो आशु बोलता है क्या कह रही हो यार पागल हो क्या क्या ऐसा क्यों बोल रही हो वो लोग आशु को पकड़ लेते है तो पलक कहती है अरे भईया छोड़ दो मै जानती हूं इनको ! तो वो लोग कहते है तो फिर मैडम फोकट इतना नाटक क्यों किया आपने और वो लोग आशु को सॉरी बोलकर वांहा से चले जाते है !
To be continued.........
31. Love Stories in Hindi romantic
मोहब्बत का सफर
( पार्ट - 31)
अब आगे...
आशु पलक को बोलता है अब चुप हो जाओ यार और रोना मत तो पलक बोलती है तुम यहां लेने क्या आए थे ये बताओ लड़की का चक्कर है क्या!
नहीं यार ऐसा नहीं है तुम गलत समझ रही है वो बस ऐसे ही आया था मै, तो पलक बोलती है यहां लोग ऐसे ही नहीं आते है जानते हो ना क्या होता है यहां पर!
और कई तुम सच में क्रिमिनल तो नहीं बन गए है और ये चोट कैसे लगी तुमको बताओ!
अरे वो कुछ नहीं छोटा सा झगड़ा हुआ था कुछ नहीं हुआ है तुम अब घर जाओ तो पलक कहती है तुम नहीं चल रहे हो क्या!
तुम्हारे साथ जाने से अच्छा है कि मै पैदल ही चला जाऊं , हा सब पता है क्या करते हों तुम !
जा रही हूं मै अकेली ही करते रहो जो करना है !तभी शेर सिंह वहां गाड़ी लेकर आ जाता है और बोलता है सर आज तो मजा आ गया ना तो आशु कहता है,, हा मजा तो आया!
पलक ये सब सुनकर बोलती है मजा आया ?क्या किया तुमने ऐसा ,सब पता है मुझे मै जा रही हो और पलक गाड़ी मै बैठ जाती है तो आशु कहता है यार तुम गलत समझ रही हो ऐसा कुछ नहीं है और पलक वहां से चली जाती है!
तो शेर सिंह कहता है सॉरी सर वो मेरी वजह से , अरे नहीं तुम सॉरी मत बोलो मै सब ठीक कर दूंगा फिलहाल रात बहुत हो गई अपने दो लोगो को पलक की गाड़ी के पीछे भेजो और बोलना घर तक छोड़ कर आए तो शेर सिंह कहता है ओक सर!
पलक गाड़ी में सोचती हुई जा रही थी उसने ऐसा किया होगा और वो आचनक से ब्रेक मार देती है , ओह मै भी पता नहीं क्या सोच रही हूं वो ऐसा नहीं कर सकता है पर कुछ तो हुआ ही होगा पता लगाना होगा कल देखती हूं!
आशु शेर सिंह को बोलता है तुम मेरे साथ चलो और वो दोनों कार में बैठकर घर की ओर निकल जाते हैं और आशु घर जाकर गुस्से में दरवाजे को लात मारता है आज भी बच गए साले पर कब तक , कब तक चुन चुन कर मारूंगा सालो को तो शेर सिंह बोलता है शांत हो जाओ सर सब ठीक हो जाएगा और वो दोनों टरिस पर चले जाते है और ऊपर की मंजिल पर बालकनी मै आशु नीचे पैर करके बैठ जाता है तो शेर सिंह कहता है संभाल कर सर !
अरे कुछ नहीं होगा यार तुम सिगरेट जलाओ पर सर आप तो नहीं पीते ना तुम जलाओ यार पहले ही दिमाग खराब है और गुस्सा मत दिलाओ और वो सिगरेट जला देता है ये लो सर !
सर एक बात पूछ सकता हूं? , हा पूछो, आपके और मेम की बीच क्या हुआ था ?
रहने दो यार इस बात को वो सब कुछ जानती है पर कभी कुछ कहेगी नहीं तुम ये बताओ अब आगे करना क्या है और आशु दूसरी सिगरेट जला लेता है!
सर मोहिनी ही एक रास्ता है , अगर ऐसी बात है तो ठीक है उसका घर कहां है तो शेर सिंह कहता है सर वो तो वहीं रहती है हमें फिर वहां जाना होगा!
हा अगर वो लोग नहीं आते तो सब बता ही देती वो शायद कोई बात नहीं कल कुछ भी हो जाए सब पता करना ही है
तुम अब जाओ और शेर सिंह जाने लगता है तो आशु उसको आवाज देता है रुको? क्या हुआ सर!
अपने लोगों को कॉल करके पूछो पलक घर पहुंच गई ना रात का वक्त है पता नहीं जल्दी पूछो और शेर सिंह कॉल करता है
हा सर मेम घर पहुंच गई है , ओक तुम जाओ थैंक यू!
वो बालकनी से आता है और सीधा रूम में आकर सो जाता है! उधर पलक ये सोच रही थी कि कल इसका पीछा करती हूं जाता कहां है आखिर?
next morning
सुबह उठकर आशु अपने काम के लिए निकल जाता है बाकी लोगों को बता देता है करना क्या है अब सब बस रात होने का इंतजार कर रहे थे शाम को एक कॉल आता है सब मामला सेट है सर बस आपका इंतज़ार है ठीक है मै आता हूं और वो तेयार होकर निकल जाता है !
और वो वापस उसी जगह पहुंच जाते है देखो आज कुछ गडबड नहीं होनी चाहिए अपने लोगो को चारो तरफ फेला दो कोई भी अंदर ना पाए सिर्फ जो कस्टमर है उनको ही आने देना ताकि शक ना हो किसी को समझ गए! ओके सर
और आशु और उसके कुछ साथी अंदर चले जाते है मोहिनी को पता था कि वो आज भी आयेगा और हुआ भी वही मोहनी के आते ही सिटिया बजने लगी आखिर वो थी ही बला की खूबसूरत सोंग चल रहा था " कुण्डी मत खड़काओ राजा सीधा अंदर आओ राजा " शेर सिंह बोलता है सर आपको बुला रही तो आशु हंसने लग जाता है और तभी एक लड़की वहां आती है आपको बुलाया है और आशु इसी वक्त का इंतज़ार कर रहा था वो तुरंत चला जाता है शेर सिंह को सब पहले ही बता चुका था !
जैसे ही अंदर जाता है मोहिनी वहां आती है और बोलती है क्यों बाबू आज फिर कैसे आना हुआ हमारी याद आ गई क्या
तो आशु कहता है , तुम कोई भूलने की चीज हो क्या तो मोहिनी कहती है क्या बात है और वो उसके लिए पेग बनाती है आशु मना कर देता है नहीं मै नहीं पीता , पी लो ना राजा मोहिनी किस्मत वालो को ही पिलाती है आशु सोचता है आज तो सब पता करना ही है और वो कहता है हा ठीक है और वो उसकी आंखो में देखकर कहता है जब तुम कह रही हो तो मना कैसे कर सकता हूं!
और वो उसे अपने हाथो से पिलाती है और गिलास छूट कर आशु की शर्ट पर गिर जाता है जिससे शर्ट और वो दोनों भीग चुके थे और अब मोहिनी कहती है राजा शर्ट तो भीग गई और वो उसकी शर्ट निकाल देती है और और गन निकालकर भी वहीं पास में रख देती है और वो अब वो आशु के करीब थी और आशु के दोनों हाथ दीवार की दोनो तरफ थे और वो उसे दूसरी तरफ मोड़कर उसके हाथ पकड़ लेता है और उसके और करीब चला जाता है!
और आशु पूछता है अब बताओ क्या जानती हो तुम जो यहां कुछ हो रहा है ,, और वो सब बोलने लगती है तुम्हे जिन दो लोगो की तलाश है वो तुम्हे यहीं मिलगे यहां से कुछ दूर पर एक फार्म हाउस है वो सब आज रात वहीं है और कल ही यहां सें निकल जाएंगे!
और अब वो आशु को चूमने ही वाली थी कि वो उसे धक्का देकर एक तरफ कर देता है और बोलता है मेरा काम हो गया तुम जा सकती हो , तो मोहिनी बोलती है क्यों किया ऐसा सब मरते है मेरे साथ रात गुजारने के लिए! तो आशु बोलता है क्युकी मै अपनी मोहब्बत को धोका नहीं दे सकता और जो लोग तुम पर मरते है मै उनमें से नहीं हूं !
मोहिनी कहती है तुम तो नशे में थे ना पर तो आशु कहता है मै कितना भी नशे भी रंहू मै ना तो अपनी मोहब्बत को भूल सकता हूं और ना ही उसे धोका दे सकता हूं चलता है अब और सोरी!
तो मोहिनी कहती है रुको राजा पहली बार तुम्हारे जैसा इंसान देखा है इस मोहिनी ने किस्मत वाली है वो लड़की जो तुम्हारे साथ होगी और आशु हसंते हुए वहां से निकल जाता है !
और बाहर जाकर गन शेर सिंह की तरफ फेंककर कहता है, सब पता चल गया गाड़ी निकालो अभी चलना है शेर सिंह कहता है सर आपकी शर्ट ,,क्या हुआ था अन्दर हसंते हुए!
अरे वो गाड़ी मै दूसरी है मै पहन लूंगा तुम चलो अब सब बता दूंगा निकलो यहां से अब और वो सब वहां से निकलते है पलक सुबह से आशु को देख रही थी कि वह कहां जाता है और वो जैसे ही आता है तो वो उसे देखती है ये तो बिना शर्ट के है क्या करने गया था अन्दर वो कुछ पूछती उससे पहले ही वो वहां से निकल चुका था!
पलक ये सब देखकर अंदर जाती है और वो सब देख चुकी थी कि आशु मोहिनी के पास ही गया था वो सीधा उसके पास जाती है और कहती है मेरा ही पति मिला था क्या तुझे मै ना तुझे छोडूंगी नहीं देख लेना तू !
तो मोहिनी कहती है अच्छा तो तुम हो राजा की रानी पर ऐसा कुछ नहीं है मैने बहुत कोशिश की पर वो तुमसे इतना प्यार करता है कि तुम्हे नशे में भी नहीं भुला किस्मत वाली ही जो ऐसा पति मिला तुम्हे और वो यहां पर किसी काम से आया था अब तुम जाओ तुम्हे यहां नहीं आना चाहिए था और मोहिनी उसे गले लगाकर कहती है वो कभी तुम्हे धोका नहीं दे सकता है और पलक ये सब सुनकर वहा से चुपचाप चली जाती है!
to be continued.......
32. Love Stories in Hindi short
मोहब्बत का सफर
( पार्ट -32 )
अब आगे ........
ये सब सुनकर पलक वहां से निकल चुकी थी और अब बस वो आशु से मिलना चाहती थी जल्दी से जल्दी !
और वो सब फार्म हाउस की तरफ निकल चुके थे , याद रहे शेर सिंह कोई गलती नहीं है बार , कोई गलती नहीं होगी सर!
और वो कुछ ही देर में फार्म हाउस से मै पहुंच जाते है चुकीं रात बहुत ही चुकी थी और अंधेरा ज्यादा था तो वो चुपचाप सब रात के अंधेरे में अंदर चले जाते है!
आशु कहता है तुम 2 लोग यही रुको किसी को अंदर मत आने देना, मै और बाकी सब लोग अंदर जा रहे है और वो जैसे ही दरवाज़े के पास पहुंचते है , सर वो अंदर ही है आप कहो तो दरवाजा तोड़ दे , हा ठीक है, और वो सब दरवाज़ा तोड़कर अंदर घुस जाते है!
अंदर दो लोग थे जो शराब पी रहे थे और वो सब जाकर उन्हें चारो तरफ से घेर लेते है आशु एक आदमी को ध्यान से देख रहा था तू यश है ना ,तू यहां पर क्या कर रहा है बोल उस दिन मै पलक के घर के बाहर तू ही था ना बोल कमिने भुला नहीं हूं मै कुछ भी !
अच्छा है तू भुला नहीं पहले तो तू बच गया था पर अब नहीं बचेगा क्युकी मै अकेला नहीं हूं और तू मुझे मार नहीं सकता है!
आशु उसके एक लात देता है और वो नीचे गिर जाता है शेर सिंह सिगरेट जलाओ और वो सिगरेट पीते हुए कुर्सी पर बैठ जाता है !
सुन बे मै कोई पुलिस वाला नहीं हूं जो तुझे पुलिस स्टेशन ले जाऊंगा जिस दिन मुझे पता लग जाएगा वो लोग कौन है उसी दिन सबसे पहले आकर तुझे मारूंगा याद रखना तूने जो किया था पलक के साथ भुला नहीं हूं मै तुझे जिंदा रखना मेरी मजबूरी है समझा!
तभी फोन आता है और शेर सिंह बात करके कॉल को कट कर देता है आशु पूछता है क्या हुआ क्या बात है बताओ !
सर वो पलक मेम वहां पर गई थी , क्या? वो क्या लेने गई थी वहां पर वो जगह सही नहीं है उसे नहीं पता क्या अभी कॉल कर कार्तिक ( स्टाफ का मेंबर) को और शेर सिंह कॉल करता है लीजिए सर बात कीजिए !
हा तुम सुनो पलक को कहीं जाने मत देना वहीं बिठाए रखना उसे , सर हमने उन्हें रोक कर रखा है पर वो नहीं मान रही है वो बोल रही है उन्हें आपसे मिलना है ! उससे कहो मै अभी आ रहा हूं उसे कहीं जाने मत देना वो जगह बिल्कुल भी सेफ नहीं है, ओक सर !
शेर सिंह इन लोगो को अपने वाले मुकाम पर ले चलो इनकी खातिरदारी अच्छे से करना मै चलता है अब तभी यश कहता है दोनों मरोगो देख लेना!
और आशु वापस मुड़कर आता है और उसको एक लात मारता है, क्या बोला तू उसे मारेगा हाथ भी लगाकर दिखाना वहीं जमीन में गाड़ दूंगा अगर तुझसे काम नहीं होता तो अभी मार देता मै तेरे को , शेर सिंह कहता है सर आप जाओ हम देख लेंगे इसको!
हा ठीक है में जा रहा हूं ,तब तक पानी पिलाओ इसको और फिर मारो और वो गाड़ी लेकर निकल जाता है !
पलक वहां पर ही बैठी थी और वो किसी की बात नहीं सुन रही थी सब उसको समझा रहे थे तभी आशु आ जाता है और सब कहते है को मेम सर भी आ गए आशु सबको इशारे से कहता है तुम जाओ और सब चले जाते है!
आशु पलक के पास आता है , तुम पागल हो तुम आयी क्यों ऐसी जगह पर तुम्हे कुछ ही जाता तो तुम कभी कुछ नहीं सोचती ना बस जो मन में आया वो किया , पलक कुछ बोलने वाली ही होती है कि आशु उसको रोक देता है चुप रहो बोलना ही मत तुम अब मेरे से जब कहा रहा घर रहना है तो फिर क्यों आयी!
पलक कुछ नहीं बोली पर उसकी आंखो में आंसू आ गए और वो आशु को बोलती है सॉरी आशु मुझे नहीं पता था सॉरी! पर मैने गलती की तो तुम मुझे थप्पड़ मारकर भी समझा सकते थे ना ,,पर नहीं जो मेने कहा वो सब सुनते गए कभी कुछ नहीं कहा सब कुछ हंसकर टाल दिया ऐसा क्यों किया तुमने ! और पलक वहीं पर बैठ जाती है
यार तुम रो क्यों रही हो प्लीज़ और सॉरी मत बोलो चुप हो जाओ और आशु उसे उठता है और कसकर गले से लगा लेता है !
यार तुम रोया मत करो मै नहीं देख सकता हूं तुम ऐसे और तुम यहां पर क्यू आयी थी! तो पलक वैसे ही रोती हुई कहती है तुम भी तो आए थे उस मोहिनी के पास क्यों आए थे !
तो आशु हसने लग जाता है और कहता है बच्ची हो यार बिल्कुल तुम और फिर से गले से लगा लेता है और कहता है सब बता दूंगा मैं तुमको अब तो रोना बंद करो !
नहीं मुझे आइस क्रीम चाहिए तभी रोना बंद करूंगी , तो आशु फिर हंसने लग जाता है ,अब यार इतनी रात को कहां से लाऊ मै आइस क्रीम अभी तो सब बंद हो गया होगा,, मुझे नहीं पता कहीं से भी लाओ पर लाओ मुझे तो अभी चाहिए!
तो आशु कहता है ओक बाबा चलो मेरे साथ और वो पैदल ही दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़कर सड़क पर निकल जाते है तो आशु कहता है वो रहा आइस क्रीम वाला और वो दोनों वहां पर जाते है आशु बोलता है भईया दो आइस क्रीम देना !
सर अभी तो बंद करने का टाइम हो गया है और सिर्फ एक ही बची है , तो पलक कहती है दे दो भैया हम शेयर कर लेंगे , और आशु भी कहता है हा भाई दे दो!
तो आइस क्रीम वाला कहता है सर मेम आ गई क्या , तो पलक कहती है तुम जानते हो इनको , हा मैम सर तो रात में अक्सर यहां आते थे और आपकी बाते करती थे ओक सर मै अब चलता हूं !
और वो आइस क्रीम देकर चला जाता है तो पलक कहती है में तो नहीं कर रही अब शेयर अकेली हूं खाऊंगी मै तो!
तो आशू हसंते हुए कहता है ओक बाबा खा लो तो पलक कहती है में तो मजाक कर रही थी , हा पता है मुझे!
और वो दोनों आइस क्रीम खत्म करते है और आशु कहता है तुम्हे घर छोड़ देता हूं फिर में निकल जाऊंगा तो पलक कहती है नहीं अब तुम मेरे साथ ही रहोगे और ये सब क्या हो रहा है वो भी बताना मुझे तो आशु कहता है ओक बाबा जैसी तुम्हारी मर्जी अब चले और वो दोनों घर की तरफ निकल जाते है ...........
continue.........
33. Love Stories in Hindi heart touching
मोहब्बत का सफर
(पार्ट 33)
अब आगे .......
दोनों घर की तरफ निकल जाते है , देखो पलक वहां पर क्या है तो वो उधर देखती है वहां पर तो कुछ नहीं है , आशु हंसने लगता है , तुम पागल बना रहे थे मुझे क्या बच्चो जैसी हरकतें करते हो चलो अब , हा यार चलो चलो,,थोड़ी ही देर में वो घर पहुंच जाते है!
यार मै बहुत थक गई है , ओक कोई बात नहीं उठा कर ले चलता हूं तो पलक हंसने लगती है और वो उसे ऊपर ले जाता है , यार तुम्हे तो बुखार है मैने तभी कहा था पर तुम मेरी सुनती कहां हो बस जाना है तो जाना है वहां पर, अरे यार बस वो ऐसे है गई थी , अच्छा कोई बात नहीं अब बैठो यहां मै आता हूं अभी !
और आशु जाता है ये लो अब दवाई ले लो , मुझे नहीं खानी यार , मै जबरदस्ती खिला दूंगा अब खा लो चुपचाप और वो सड़ा सा मुंह बनाकर खा लेती है! बोलो खाने मै क्या खाओगी मै मंगवा लेता हूं अभी , तुम ही बनाओ ना बाहर से क्यों मंगवा रहे हो , अरे यार चलो ठीक है तुम यहीं रहो मै कुछ बनाकर लाता हूं , मुझे भी चलना है मै क्या करूंगी यहां पर ,, और आशु गुस्से में बोलता है कहा ना चुप बैठो और पलक की तरफ देखता है और बोलता है कितनी प्यारी लग रही हो यार और हंसने लगता है ओक चलो तुम भी!
और थोड़ी ही देर में आशु खाना बनाकर ले आता ,,बहुत भूख लगी होगी ना और आशु उसे अपने हाथो से खाना खिला देता है, है भगवान पता नहीं किसकी नजर लग गई मेरी बीवी को , तो पलक हंसने लगती है क्या बोल रहे हो यार और वो उसकी तरफ देखकर कहता है तुम खुश हुई ना इतना ही बहुत है
चलो सो जाओ अब,, मूझे नीद नहीं आ रही है यार, अच्छा तो इधर आओ और आशु उसके सर को अपने कंधे से लगाकर वहीं बैठ जाता है और वो उससे बाते करना लगता है पलक हंस रही थी और वो उसे देखकर ही खुश था ,, सुनो पलक एक बार क्या हुआ था और वो पलक की तरफ देखता है तो वो उसके कन्धे पर सर रखकर ही सो गई थी,, नीद आ गई इसे तो चलो अच्छा है , और वो उसे उठाकर बैडरूम मै ले जाता है और उसके फोरहेड पर kiss, करके उसको सुला देता है!
और वो कुछ काम करने लग जाता है तभी कॉल रिंग करता है ,,हा शेर सिंह बोलो क्या बात है कुछ बताया क्या उसने ,,नहीं सर उसने कुछ नहीं बोला आपको कल आना ही होगा , नहीं शेर सिंह मै कल नहीं आ सकता हूं पलक की तबियत सही नहीं है तो उसे कल कहीं घुमाने ले जाऊंगा ,, पर सर कल आपका अाना बहुत जरुरी है ,, मेरे लिए पलक से जरुरी कुछ नहीं है तुम एक दिन संभाल लेना में रात को आकर मिलता है तुम सब से फिर! ओके सर ठीक है
और आशु भी जाकर सो जाता है ,, सुबह हो चुकी थी और आशु पलक को जगा रहा था उठ जाओ ना यार सुबह हो चुकी है ,,, मुझे सोना है अभी यार और ,, देखो मै तुमसे ज्यादा
अालसी हूं सोने मै पर मै भी उठ गया ना तुम भी उठ जाओ अब ,,, नहीं मुझे तो सोना है ,, तो आशु उसके पास जाता है और प्यार से उसका हाथ पकड़ लेता है और और kissi करके उसको उठा कर ले जाता है अब चुपचाप से फ्रैश हो जाओ कोई नाटक नहीं करना है और बाहर से बाथरूम का दरवाज़ा बंद कर देता है!
पलक कुछ ही देर में रेडी होकर बाहर आ जाती है आशु रूम में ही था और वो अपने बालों को उसके पास अाकर झटक्ती है बालों का पानी आशु के चेहरे पर जाकर लगता है और वो पलक की तरफ देखता है ,, क्या बात है और पास आकर उसकी गीली जुल्फो को अपने हाथो से हटाता है और वो उसके और पास चला जाता है तभी पलक कहती है भुख लगीं है यार ,, और हंसने लग जाती है आशु भी मुस्करा देता है, हा चलो यार सब रेडी है !
और दोनों बाहर हॉल मै ब्रेकफास्ट करने के लिए चले जाते है
आशु कहता है तुम ठीक हो ना अब ,, हा अब ठीक हूं मै ,, चलों अच्छा है आज कुछ सरप्राइज है तुम्हारे लिए शाम को ,, अच्छा क्या है यार बताओ ना बताओ ना ,, नहीं शाम को ही बताउंगा ,,, पर आज तुम्हे आॅफिस नहीं जाना क्या ,,, नहीं यार नहीं जा रहा आज तो कुछ काम ही नहीं है वहां पर आज तुम्हारे साथ ही हूं पूरा दिन मै ,, अच्छा सही मै कुछ काम नहीं है ,, तो आशु कहता है कुछ काम नहीं है आज तो यहां काम है घर पर,, तो पलक कहती है यहां क्या काम है और हंसने लग जाती है,, तो आशु उसके पास जाता है तुम नाश्ता कर लो ना यार
हा और वो दोनों नाश्ता ख़त्म करते है तो आशु कहता है मै अभी कहीं जा रहा हूं तो आ जाऊंगा थोडी देर में शाम को याद रखना एक अच्छा सा सरप्राईज है तुम्हारे लिए और आशु ये बोलकर निकल जाता है और वो आज उस शहर के कई डांस बार और जूए के अड्डों पर जाता है ताकि कुछ और इंफॉर्मेशन मिल सके तभी एक जगह पर जाकर वो बैठ जाता है तभी एक इंसान वहां आता है ,, साहेब जी रात को आजाना इसी जगह पर सारी खबर पक्की है ,, हा ठीक है तेरा पैसा मिल जाएगा तेरे को याद रखना धोखा दिया तो जान से जाएगा और आशु ये सब बोलकर वहां से निकल जाता है!
शाम ही चुकी थी और वो घर आ गया था पलक कहां हो तुम मै आ गया और जैसे ही पलक नीचे अाती है वो उसे गोद में
उठाकर घुमाने लगता है तो पलक कहती है क्या हुआ यार हम गिर जाएंगे ,, मेरे होते हुए कैसे गिर सकती है चलो तुम जल्दी से रेडी ही जाओ फिर चलना है ,, ओके आती है पहले नीचे तो उतारो यार ,, और वो हंसने लगती है आती हूं अभी ,
और पलक कुछ देर में नीचे आ जाती है आशु बोलता है चले पलक जी ,, हा चलो
और शाम को वक्त था सुरज ढलने का समय आशु उसे बाइक पर बिठाता है और वो दोनों निकल जाते है लम्बी सड़के हल्की से ठंड और पलक आशु को पकड़कर बैठी थी तो आशु पलक के हाथों को पकड़ लेता है तो पलक बोलती है पागल हो हाथ छोड़कर कोन चलाता है बाईक गिर जाएंगे यार तो आशु कहता है कुछ नहीं होगा जानेमन और दोनों हंसने लग जाते है
पलक ऐसे ही बैठी हुई थी आशु को पकड़कर और आशु बाइक रोक देता है और पलक को कहता है चलो उपर तुम्हारा सर्प्राइज वहीं है और वो उसे पहाड़ी के उपर ले जाता है और कहता है ये देखो तुम्हारा सर्प्राइज ,, पलक देखती है सामने का नजारा एकदम अलग था वहां से पूरा शहर एक सुंदर नज़ारे की तरह दिखाई दे रहा था और आशू पलक के पास जाकर कहता है वो देखो "sunset" इस शहर की सबसे खूबसूरत जगह है ये और पलक उस हवा को महसूस कर रही थी ठंडी हवा और इतना अच्छा मौसम और सामने को नजारा एक दम अलग था और वो आशु के गले लग जाती है बहुत अच्छा सर्प्राइज है I love it और आशु भी उसे जोर से गले लगा लेता है और वो दोनों वहीं बैठ जाते है और बहुत सारी बाते करते है और बहुत सारी मस्ती!
continued..........
34. Love story in hindi
मोहब्बत का सफर
(पार्ट - 34 )
काहनी को समझने के लिए इससे पहले वाला भाग जरूर पढ़ ले: अब आगे......!
Aashu - चले तो अब घर चलते है ,, बहुत टाइम भी हो गया है तुम्हे तो नीद आ रही होगी ना
palak- हा हा चलो नीद आ रही है मुझे तो
Aashu- अरे पर सोने दूंगा तब ना सो पाओगी
और पलक कुछ बोलती उससे पहले ही आशु उसके करीब चला जाता है और उसका एक हाथ पलक की कमर पर था और दूसरा उसकी जुल्फो पर और पलक की धड़कन की आवाज उसे साफ सुनाई दे रही थी तभी आशु हट जाता है और कहता है मक्की थी यार देखो इतनी हिम्मत इसकी जो तुम्हारे गालो पर बैठी ये ,, और वो जोर से हंसने लगता है
ज्यादा दांत मत फाड़ो,, ओके यार चलो और वो दोनों नीचे की तरफ चलते है ,, वैसे सर्प्राइज अच्छा था ,,, हा मेरी तरह था अच्छा और अब पलक भी हंसने लगती है!
और अब वो दोनो घर की तरफ निकल जाते है दोनों के घर जाते ही दादी का कॉल आ जाता है ,, हेलो दादी कैसे हो आप ,, मै ठीक हूं तू बता तुम दोनों कैसे हो और हमारी बिटिया कैसी है ,, उसे क्या होगा दादी वो तो ठीक ही है वो दूसरों की हालत खराब कर दे,, बस अब ज्यादा मत बोल बहु के बारे में ये बता खुशखबरी कब सुना रहा है ,,, तो पलक ये सुनकर हंसने लग जाती है तो आशु भी बोल देता है बहुत जल्दी अगले महीने ही ,, आप भी कैसी बाते करते हो दादी,, तू तो शरमा गया अच्छा अब रखती हूं अपना और बहू का ख़्याल रखना ,, ओक दादी,, और पलक अभी हंस रही थी ,, ओक मै जा रहा हूं अभी कुछ देर में आ जाऊंगा ,, नहीं तुम कहीं नहीं जाओगे कहां जा रहे हो ,, यार बस थोड़ी देर में आ जाउंगा और वो पलक को forehead kiss करके निकल जाता है!
हा तुम मुझे वहीं मिलना मै आ रहा हूं ,, हा जल्दी आओ साहब वो आने ही वाली है,, और आशु कुछ देर में वहां पहुंच जाता है,,, और वही पास की टेबल पर बैठ जाता है तभी वो आदमी वहां पहुंचता है,, सर एक लड़की आने वाली है वहीं आपको सब बताएगी मेरा काम हो गया मै चलता हूं,
, ये कहकर वो वहां से निकल जाता है,, आशु को वहीं बैठे हुए बहुत देर हो चुकी थी पर वह लड़की अभी तक नहीं आई थी,, तो आशु सोचता है कि क्यों ना बाहर चल कर देखा जाए और वह जैसे ही बाहर जाता है अचानक एक लड़की उससे टकरा जाती है और वह लड़की गिरने ही वाली होती है कि आशू उसको पकड़ लेता है वह लड़की लगातार आशु की आंखों में देख रही थी,,तो आशु उसको छोड़ देता है और वो गिर जाती है,,
ऐसे कोन करता है छोड़ा क्यू,, जी मोहतरमा आपकी तारीफ़ ,, आप जिससे मिलने आए हो मै वहीं हूं,, अच्छा है तो अब काम की बात बताओ मुझे फालतू बातो से कोई मतलब नहीं है,, और वो आशु को सब बता देती है,, ओह माई गोड ओक मै चलता हूं,, tq so much फिर मिलेंगे,,पर कहां पर मिलेंगे,, मुझे भी पता नहीं और वो वहां से निकल जाता है!
और बाहर जाता ही एक कॉल करता है सर आपको जिन डाक्यूमेंट्स की तलाश थी वो आपको बहुत जल्दी ही मिल जाएंगे बस कुछ दिनों में फिर मेरा काम ख़तम और वो कॉल कट कर देता है!
और तुरंत शेर सिंह के पास पहुंचता है,, सब पता चल गया है अब हमे इनकी कोई जरुरत नहीं है मेरी गन निकालो और वो वहां जाता है जहां पर उन्होंने उन दो लोगो को रखा था,,और वो कहता है मैने कहा था ना जिस दिन सब पता चल जाएगा उस दिन तुम मरोगे sorry तुम्हे अब मरना होगा
,,, तू हमें नहीं मार सकता है ,, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है मेरा कुछ नहीं होगा मै ना तो पुलिस वाला हूं और ना ही कोई इंटेलीजेंस ब्यूरो का ऑफिसर ,, तो फिर कौन हो तुम,, मै एक "Row agent" हूं जिसे सिर्फ़ अपने काम से मतलब होता है और अब तुम मेरे लिए बेकार हो तुम्हारे ऊपर इतने केस है की मरना तो तुम्हे वैसे ही होगा और वो उन पर गोली चलाने ही वाला होता है
कि तभी उसके पास एक कॉल आता है,, तुम्हे जिन डाक्यूमेंट्स की तालश है वो हमारे ही पास है और तुम्हारी जान पलक वो भी हमारे पास है उधर तुमने हमारे लोगो को मारा इधर मैने इसे मारा,, इसे जिंदा देखना चाहते हो तो हमारे लोगों को लेकर शहर के बाहर एक बंद पड़ी कंट्रक्शन कंपनी है वहां आ जाना,, तू उसे मार देगा सही है मार दे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है पर याद रखना जो भी उसपर पहला हाथ उठाएगा वह इस दुनिया में कहां भी होगा सबसे पहले ढूंढ कर उसे ही मारूंगा टाइम बता कब आना है ,, कल रात को 10 बजे आ जाना और वो कॉल कट कर देता है!
सर आपने ये क्या कहा मैम को कुछ हों गया तो,,नहीं शेर सिंह उसे कुछ नहीं होगा जब तक मै हूं पता लगाओ कोन लोग थे वो हरामखोर जो पलक को लेकर गए थे और अभी कहां है,, सीसीटीवी फुटेज लाओ जल्दी ,, सर ये तो यहां के लोकल गुंडे है और अभी उसी बार मै दारु पी रहे होंगे!
सभी को कह दो रेडी हो जाएं एक भी आदमी जिंदा नहीं बचना चहिए और वो सब उस बार मै पहुंच जाते हैं,, सर यही है वो लोग ,, और वो सब उन्हें देखकर वहां से भगाने लगते है ,,पर बार का दरवाजा पहले ही आशु बंद करवा चुका था ,,शेर सिंह सभी आम लोगों को यहां से बाहर ले जाओ सिर्फ इनके अलावा कोई नहीं दिखना चाहिए मुझे यहां,, और सभी बाहर चले जाते है ,, तभी आशु एक आदमी को जोर से रेपट मारता है तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई उसे हाथ लगाने की कोन था वो बताओ कोन था जो घर में सबसे पहले गया था,,तू ही था ना और वो उसके हाथ पर गोली मार देता है ,,तभी वहां पर पुलिस आ जाती है ,, आप इनको नहीं मार सकते है अरेस्ट कर लो इन सब को और पुलिस इन सबको वहां से ले जाती है!
शेर सिंह कल का पूरा प्लान बनाओ करना क्या है और याद रहे हमें वो डॉक्युमेंट्स किसी भी हालत भी चहिए और पलक को भी बचाना है उसे कुछ नहीं होना चहिए!
continued......
35. Love Stories in Hindi
अब आगे.......
पुलिस उन सबको वहां से ले जाती है शेर सिंह अगर उसे कुछ हुआ ना तो मै इन लोगो में से किसी को नहीं छोड़ूंगा,,सर उन्हें कुछ नहीं होगा,, आप फ़िक्र मत कीजिए,, वेटर एक विहस्की लाना और वो पूरी बोतल एक बार मै ही पी जाता है उसकी आंखों मै गुस्सा था,, शेर सिंह मै अभी घर जा रहा हूं सुबह तक अपने सारे लोगों को बुला लेना कल एक को भी नहीं छोड़ना है याद रखना और वो वहां रखी टेबल को जोर से लात मारता है,, ओक सर आप जाईए!
एक मिनिट शेर सिंह अपने लोगो में से उस दिन घर पर कोन था सिक्युरिटी के लिए ,, उनमें से एक आदमी बोलता है सर उस दिन मै था ,, जब तुम वहां थे तो क्या कर रहे थे तुम्हे वहां झक मारने के लिए रखा था क्या ,, sorry sir,, और आशु वहां से चला जाता है!
वो घर पहुंचता है और उसकी मां को कॉल करता है,, हैलो मां हम कल घर आ रहे है ,,, अच्छा बेटा पलक भी आ रही है ना ,,हा मां वो भी आ रही है ,, पर तेरी आवाज़ को क्या हुआ तू ठीक है ना पलक ठीक है ना ,, हा मां सब ठीक है हम दोनों बस कल ही आ जाएंगे और वो कॉल कट कर देता है!
और पास ही पड़ी चेयर पर बैठ जाता है और पलक की तस्वीर निकालता है और कहता है तुम्हे कुछ नहीं होगा जब तक मै हूं और उसे पता भी नहीं चलता और उसकी नीद वहीं बैठे बैठे लग जाती है!
सूरज की पहली किरण के साथ ही उसकी नीद खुल जाती है और वो बस रेडी होकर तुरंत निकल जाता है,, जैसे ही पहुंचता है सब लोग वहां आ चुके थे,, शेर सिंह सब आ गए ना कोई बचा तो नहीं है ना,, हा सर सब आ चुके है अब बस आज रात करना क्या है वो ही बताओ आप!
वो चाहता है कि मै अकेला वहां पर जाउं तो मै अकेला ही जाउंगा ,, वही से कुछ दूरी पर एक ब्रिज़ है तुम सब वहीं रहोगे और याद रखे एक भी छोड़ना नहीं है ,, पर सर हम इन लोगो को उनको सौंप देंगे तब ही वो आपको और मेम को नहीं छोड़ेगा ,, मुझे पता है शेर सिंह वो पलक को ढाल बनाकर मुझे मजबुर करेगा इसलिए जैसे ही मै इनको लेकर वहां जाऊंगा और पलक मेरे पास आ जाएगी तो वो देखो वहां जो ट्यूबलाइट है मै उसे गोली मार दूंगा तुम समझ जाना और तुम लोग वहां आ जाना और याद रहे मेरी फिक्र मत करना मुझे कुछ हो भी जाए तब भी किसी भी हालत में उन डॉक्यूमेंट को ब्यूरो में पहुंचा देना ,, और पलक को सही सलामत घर,, ओक सर ऐसा ही होगा,, और अब बस वो सब रात होने का इंतजार कर रहे थे जैसे ही शाम होती है करीब एक दर्जन गाड़ियां उस शहर से बाहर की तरफ निकलती है!
और वो सब वहां जाकर ब्रिज पर रुक जाते है,, शेर सिंह जो कहा है वो याद है ना सब वेसा ही होना चाहिए,, हा सर वैसा ही होगा ,, और वो उन लोगो को लेकर उनकी बताई हुई जगह पर चला जाता है ,, जैसे ही वो वहां पर पहुंचता है कुछ हथियार बंद लोग वहां आते है और उसे ऊपर ले जाते है!
उपर जाने पर पर वो सामने देखता है तो एक आदमी कूर्सी पर बैठा हुआ था जिसके पास कुछ लोग खड़े हुए थे,, और वो उसके वहां जाते ही कहता है आ गया तू अच्छा हुआ पर तुझे सिर्फ मौत मिलेगी और कुछ नहीं !
ये बताओ तुम पलक को यहां पर क्यों लाए हो,, हम बहुत दिनों से तेरे पीछे थे सब पता किया तेरे बारे में तो पता चला कि तू इससे अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता है और इसको कुछ होगा तो तू जरूर जाएगा यहां पर और बस फिर हम इतने बेवकूफ भी नहीं है और वो सब हसने लगते है!
सुन बे उसे तो कुछ नहीं होगा तू अपनी सोच,, मुझे धमकी दे रहा है ले आओ उस लड़की को यहां,, और कुछ लोग पलक को वहां पर ले आते है,, जैसे ही आशु उसको देखता है वो उसके पास जाता है तो कुछ लोग उसको पकड़ लेते है,, देख उसको छोड़ दे ,,तो तू अभी भी बच जाएगा वरना याद रखना तुझे जिंदा नहीं छोडूंगा मै ,, अकड़ देखो साले कि खुद की जान हमारी मुठ्ठी में बंद है और धमकी हमें दे रहा!
और वो पलक की तरफ गन प्वाइंट कर देता है ,, और तुझे वो पेपर्स चहिए थे ना ये रहे अजा दम हो तो ले जा,, आशु तुरन्त अपनी गन निकाल लेता है,, देख अपनी गन हमें दे दे वरना इसे गोली मार दूंगा मैं ,, नहीं उसे कुछ मत करना ठीक है मै देता हूं और आशु पहले वहां लगी ट्यूब्लाइट पर गोली चला देता है और गन दूर फेंक देता है,, अच्छा हुआ छोड़ दो उसे आखिरी बार मिल लेने दो दोनो को फिर तो मरना ही है इनको और वो पलक को छोड़ देते है,, उधर उन लोगो को सिग्नल मिल चुका था और वो सब थोड़ी ही देर में वहां आ जाते है,, बॉस ये तो पूरी फोर्स लेकर आया है,, गोली मार दो दोनों को बहुत स्मार्ट बनता है साला!
तभी नीचे गोलियां चलने लगती है और सब लोग इधर उधर भागने लगते है आशु भी पलक को लेकर वहां से निकल जाता है और नीचे जाते है शेर सिंह को इशारा करता है और वो उसे गन दे देता है दोनों तरफ से गोलियां चल रही थी पलक आशु के पास ही थी आशु पलक को कहता है तुम यहीं रुकना मै अभी आता हूं कुछ नहीं होगा!
शेर सिंह जल्दी से जाओ उपर वो कमिना यश और वो बॉस बचना नहीं चहिए और याद रखना उन हरामजादों को गोली मै मारूंगा और शेर सिह कुछ लोगो को लेकर उपर पहुंचता है
और कुछ ही देर में आशु भी वहां पर पहुंच जाता है और सब उन लोगो को घेर लेते है,, तभी यश कहता है वो देख तेरी पत्नि ,, और आशु जैसे ही उधर देखता है यश ने उसे बिल्डिग के नीचे लटका रखा था और रस्सी उसके हाथ में थी ,, कमिने तेरे हिम्मत कैसे हुई और आशु उसकी एक लात मारता है और वो नीचे जाकर गिरता है और उसकी मौत हो जाती है आशु रस्सी को पकड़ लेता है और पलक को उपर ले आता है और गले लगा लेता है ,, तुम ठीक हो ना तुम्हे कुछ हुआ तो नहीं ,, हा मै ठीक हूं ,, और आशु गुस्से में उस आदमी को वहीं उस कुर्सी पर बिठा देता है!
तेरी हिम्मत भी कैसे हुई तूने क्या सोचा इसे मार देगा तू याद रख वो मुझे मेरी जान से भी ज्यादा प्यारी है और दम कोई जेब मै रखकर घूमने वाली चीज नहीं होती है वी जिगर मे होना चाहिए और वो वहीं उसके सीने में अपनी गन की सारी गोलियां उतार देता है!
और वो पेपर्स शेर सिह को देकर कहता है इनको ब्यूरो मै पहुँचा देना मेरा काम ख़तम हुआ दोस्तो अब मै चलता है ,, सर आप कहां जा रहे हो ,, बस अब घर जा रहा हूं जिस काम के लिए यहां आया था वो हो चुका है ,, तो शेर सिंह उसे गले लगा लेता है और कहता है सर आपके जैसा इंसान आज तक नहीं देखा और मेम सर आपसे बहुत प्यार करते है आप दोनों हमेशा ख़ुश रहो!
और वो उन सब लोगो को बाय बोलकर और पलक को लेकर चला जाता है,, पलक कहती है तुम्हे चोट तो नहीं आयी ना तुम ठीक हो ना ,, अरे तुम्हारे रहते हुए मुझे क्या होगा यार,, अच्छा और मुझे कुछ हो जाता तो ,, तो क्या हो जाता तो हो जाता मै दूसरी शादी कर लेता और ही हंसने लग जाता है,, हा तुम ऐसा ही करना
अरे यार मेरे होते हुए तुम्हे कुछ हो सकता है क्या, मेरी जान चली जाती पर तुम्हे कुछ नहीं होना देता,, अब चुप रहो चले,,
हा चलो अपन सीधा घर चल रहे है और ये बात सुनकर पलक और भी खुश हो जाती है और वो दोनों एक दूसरे को हाथ पकड़कर नीचे गाड़ी की तरफ चल देते हैं!
बेठिए पलक जी ,, ओक आशु जी बैठ रहे है और वो दोनों निकल जाते है घर की तरफ पलक आशु के कंधे पर सर रखकर गाड़ी में ही सो गई ,, अच्छा पलक सुनो और वो जैसे ही पलक की तरफ देखता है वो सो चुकी थी और आशु मुस्कुरा देता है और गाड़ी की स्पीड और तेज हो जाती है और यहां ये सफर खत्म होता है!
continue....
36. A love story in hindi
अब आगे.....
पलक उठो यार अब कुछ ही देर में हम मुम्बई पहुंचने वाले है,, अच्छा हम घर आ गए क्या,, अरे नहीं अभी घर नहीं आया है पर थोड़ी देर में पहुंच जाएंगे अपन इसलिए उठ जाओ,, हा यार घर में सबकी याद आ रही है बहुत दिन हो गए ,, हा बस घर आने ही वाला है थोड़ी देर में!
उधर सब घर पर दोनों की राह देख रहे थे,, अरे मां देखो ना भईया - भाभी अभी तक नहीं आए है,, अरे बेटा आ जाएंगे कहीं देर हो गई होगी,, हा तेरी मां सही कह रही है ये लड़की भी कितनी उतावली है अब तेरी ही शादी होगी देख लेना,, दादी आप भी ना मुझे तो अभी आप सब के पास ही रहना है!
तभी बाहर से गाड़ी के हॉर्न कि आवाज आती है,, लगता है वो आ गए और वो सब बाहर जाते है और एक गाड़ी आकर रुकती है!
पलक हम आ गए घर और घर वालो को कुछ मत बताना परेशान हो जाएंगे सब,, हा ठीक है अब चलते है और वो दोनों गाड़ी से नीचे उतरते है!
सब उनका वेट कर रहे थे और वो दोनों अन्दर जाते है,, अरे सासू मां आप और दादी आप सब यही हो और वो दोनों सबके पैर छूते है और पलक जैसे ही मां के पैर छूते ही वो उसे गले लगा लेती है बेटा कहा चली गई थी ये आशु ने तुझे पारेशान तो नहीं किया ना ,, अरे मम्मी मै क्यू परेशान करूंगा इसको इसने मुझे परेशान किया ,, तू चुप रह नालायक कहीं का बहू पर इल्ज़ाम लगा रहा है ,, दादी मै सही कह रहा है आप सब तो इसकी साइड हो गए हो अब और वो सब हसने लगते है ,, सासू मां कैसे हो आप और वो उनको गले लगा लेता है,, मै ठीक हूं बेटा तुम कैसे हो ,, मै भी अच्छा हू पलक जो साथ है!
वैसे मम्मी एक बात बताओ ये घर पर इतनी तेयारी किस बात की है मतलब कोई फंक्शन है क्या,, हा बेटा शादी है ,, अरे वा दीदी की शादी तय हो गई अच्छा है बहुत मजा आयेगा फिर तो,, नहीं बेटा तुम दोनों की शादी है जब तूने कॉल किया तभी सब प्लान कर लिया था और सबको बुला लिया तुम कितने दिनों बाद दोनों मिले हो और घर आए हो इसलिए ये सरप्राइज था तुम दोनों के लिए कैसा लगा,, अरे मम्मी अब मै क्या कहूं यार ,, देखो शर्मा रहा है कैसे नालायक कहीं का और पलक भी मुस्कुरा देती है!
पर मां सभी लोग तो अभी आए ही नहीं ,, नहीं बेटा सिर्फ घर वाले ही होंगे ,, तब तो और भी मजा आयेगा मां,, अच्छा रोशनी सुन तेरी भाभी को अंदर ले जा बहुत थक गई होगी वो भी ,, अरे मां में ले जाता हूं ना ,, तुम्हे इतनी जल्दी रहती है अच्छा तुम ले जाओ,, और वो दोनों रूम मै चले जाते है,, यार पलक मैंने तो सोचा भी नहीं था कि ये सरप्राइज होगा ,, हा बहुत मजा आयेगा! और कल तो रिंग सेरेमनी है!
और शाम हो जाती है और उन दोनों को रिंग सेरिमनी के लिए बुलावा आता है कि सब आपका वैट कर रहे है,, और वो दोनों नीचे जाते है ,, और फंक्शन स्टार्ट होता है और दोनों के लिए रिंग लाई जाती है जिसपर दोनों के नाम का पहला अक्षर लिखा हुआ था ,, और पहले रिंग पहनाने की बारी आशु की थी और वो नीचे बैठकर पलक का हाथ मांगता है और उसे रिंग पहना देता है और फिर पलक भी उसे रिंग पहना देती है और सब तालियां बजा देते है और इस तरह यह रस्म पूरी होती है! और सब अपने रूम में चले जाते है और अगली सुबह भी सब पूरा दिन शादी की तैयारी में व्यस्त रहते है !
शाम हो जाती है ,, सुन बेटा उन दोनों को नीचे बुला ले संगीत शुरू ही होने वाला है,, और रोशनी उन दोनों को बुलाने उपर जाती है भाई रेडी हो गए क्या ,, हा बस आया 2 मिनिट में,, पलक चले ,, हा यार पर ये देखो ना कान का झूमका आ ही नहीं रहा है ,,लाओ मुझे दो मै पहना देता हूं और वो उसके पास जाता है और उसके कंधे पर से बालों को पीछे करता है और झुमका पहना देता है,, अच्छा कैसी लग रही है मै ,, बहुत प्यारी लग रही हो चले अब ,, हा चलो और वो दोनों नीचे जाते है सब तैयारी हो चुकी थी और सब लोग भी आ जाते है,, और संगीत का फंक्शन स्टार्ट हो जाता है,, सब लोग बैठकर मजे ले रहे थे तभी एनाउंस होता है कि अगला नंबर पलक और आशु का है और सब तालियां बजा देते है!
और फिर वो दोनो स्टेज पर जाते है और आशु नीचे बैठकर पलक का हाथ चूम लेता है और सोंग स्टार्ट हो जाता है -
और जैसे ही दोनों का डांस खत्म होता है सब तालिया बजा देते है और वो दोनों स्टेज से नीचे आ जाते है,, भाभी आपने तो कमाल कर दिया क्या डांस किया मजा आ गया ,, हा तुम्हारे भईया को कुछ नहीं आता ,, अच्छा जी तो फिर क्या अकेले किया तुमने डांस ,, इससे अच्छा तो मै अकेले कर लेती ,, चलो रहने दो अब और इतने में ही आशु की मम्मी वहा आ जाती है क्या लड़ रहे हो बच्चो की तरह तुम भी ,, और हा कल मेंहदी की रस्म है तो उसके बाद तुम दोनों मिल नहीं सकते हो! अरे पर ऐसे कैसे मै तो मिलूंगा!
नहीं भाई अब तुम नहीं मिल सकते हो अब इस घर में भाभी इस तरफ और तुम उस तरफ जब तक शादी नहीं हो जाती है,,, दादी देखो ना आप ये क्या बोल रही है ,, वो सही बोल रही है तू अब हमारे साथ रहेगा और बहू उसकी मां के साथ उधर जब तक शादी नहीं हो जाती ,, मै भी देखता हूं कैसे नहीं मिलने देते हो तुम लोग,, क्या बड़बड़ा रहे हो भाई ,, अरे कुछ नहीं अच्छा है!
हा तो फिर ठीक है अब फंक्शन ख़त्म हो गया है तो तुम लोग जाओ और वो दोनों ओर बाकी सब भी अपने अपने रूम मै चले जाते है!
यार ये लोग तो कल से मिलने ही नहीं देंगे,, हा तो क्या हुआ बस 2 दिन की ही तो बात है इतना सा भी नहीं रह सकते क्या मेरे बिना ,, हा नहीं रह सकता हूं ,, अच्छा आशु जी आप इतना प्यार करते हो हमको ,, हा जी और वो पलक के गले में दोनों हाथ डालकर उसकी आंखों मै देखने लग जाता है ,, हा बहुत प्यार करता हूं ,, अच्छा अब सो जाते है कल जल्दी भी उठना है ना ,, हा ठीक है!
Next morning
सब लोग नीचे आ चुके थे और बस महेदी की रस्म शुरू ही होने वाली थी,, जैसे ही वो दोनो भी नीचे आ जाते है रस्म शुरु हो जाती है,, भाई अब भाभी को हाथ छोड़ दो अब से आपका मिलना बंद वो हमारे साथ रहेंगी और आप इधर दादी और मां के साथ,, और वो पलक को ले जाती है!
अरे ये लो वो महेदी वाली लड़कियां भी आ गई बेटा तुम बैठ जाओ और महेंदी लगवा लो ,, नहीं मम्मी मुझे नहीं लगवानी है महंदी ,, क्यू बेटा क्या हुआ ,, ये लड़कियो की तरह मै क्यों लगाऊ भला मेहंदी,, और सब हंसने लग जाते है ,, अरे बेटा लगवानी ही पड़ती है लगाव लेना ना अब नाटक मत करो ,, अरे आंटी आप जाओ हम सब लगा देंगे,, और वो लड़कियां आशु को बिठाकर मेहंदी लगाने लग जाती है,, देखो गर्ल्स पलक का नाम ऐसे लिखना है कि उसे मिलना नहीं चाहिएं,, अरे तुम टैंशन मत लो नहीं मिलेगा,, उधर पलक को भी महंदी लग चुकी थी और आशू को भी,, मम्मी अब हो गया हो तो मै जाऊं क्या,, हा अब जा सकता है ,, और आशु जाने लगता है ,, अरे बेटा उधर नहीं जाना है अब उधर पलक है तू आज से इस वाले रूम में रहेगा,, ओक मम्मी ठीक है!
और वो दोनों अलग अलग रूम मै चले जाते है आशु दिन भर कोशिश करता रहा कि कैसे भी पलक से मिल लूं पर नहीं मिल पाया ,, पलक भी मिलना चाहती थी पर अब क्या करे और अब रात हो चुकी थी ,, तो आशु अपने कमरे से बाहर आता है और देखता है कोई है तो नहीं है ,, और बाहर जाकर बालकनी से पलक के रूम में चला जाता है ,, पलक सो रही थी और वो जैसे ही जाता है तो वो चिल्ला देती है तो आशु उसने मुंह पर अपना हाथ रख देता है ,, अरे मै हूं यार क्यों चिल्ला रही हो कोई सुन लेगा तो वैसे ही बड़ी मुश्किल से आया हूं !
अरे पर तुम आए कैसे,, अरे मै खिड़की से आया यार ,, तुम भी ना यार इतना सा भी नहीं रह सकते हो क्या मेरे बिना ,, एक तो मै खिडकी से आया और ऐसा बोल रही हो ,, अरे सच तो ये है कि मै भी तुमसे मिलना चाहती थी पर क्या करू ,, पर अब तुम जाओ कोई देख लेगा तो क्या कहेगा यार ,, अच्छा पहले एक kisii दो तभी जाऊंगा ,, अरे पर अभी नहीं यार,, ओक तो फिर और वो वहीं बेड पर सो जाता है मै भी नहीं जा रहा फिर तो यही रहूंगा ,, अच्छा बाबा और वो आशू को गाल पर kiss करती है,, इतने में ही कोई दरवाजा नाॅक करता है ,, क्या हुआ बेटा तुम चिल्लयाई क्यों थी ,, अरे ये तो मम्मी की आवाज है यार तुम इतना जोर से क्यों चिल्लाती हो ,, अब तुम जाओ ना वरना मां देख लेगी,, अरे पर इतनी जल्दी कहा जाऊं ,, अच्छा ऐसा करो बेड के नीचे छुप जाओ आवाज मत करना ,, ओक ठीक है!
और पलक दरवाज़ा खोलती है ,, क्या हुआ बेटा सब ठीक है ना ,, हा मां सब ठीक है वो बस चूहा आ गया था ,, इतने में ही आशु आवाज कर देता है ,, ये आवाज़ कैसी है बेटा कोई है क्या ,, अरे नहीं मां वो चूहा ही होगा आप जाओ मैं ठीक है ,, ओक बेटा कोई जरुरत हो तो बताना ,, हा मां और उनके जाते ही आशु बाहर आ जाता है ,, तुम आवाज क्यों कर रहे थे ,, और आशु हंसने लग जाता है मां कोई नहीं था चूहा था अच्छा ड्रामा किया ,, अब ज्यादा दांत मत फाडो सही तो कहा इतना बड़ा चूहा आ गया था!
अच्छा अब जाओ यार ,, ओक जा रहा हूं सुबह मिलते है और वो पलक के फॉरहेड पर kiss करके वापस खिड़की से अपने रूम में चला जाता है और सो जाता है!
जैसे ही सुबह होती है सब हल्दी कि रस्म की तैयारी करते है और दोनों को नीचे लाया जाता है और उनके हल्दी लगाई जाती है और बन्ना - बन्नी गीत गाए जाते है इस तरह हल्दी कि रस्म पूरी होती है!
और अब बारी शादी की थी कल शादी होने वाली थी और सब बहुत खुश थे और आशु के चहरे पर भी वो खुशी साफ दिखाई दे रही थी बस कल का दिन और था फिर वो दोनो एक बार फ़िर इस बंधन में बंधने वाले थे और सब कल शादी की तैयारिया करने लग जाते है!
next morning-
सब अपने अपने काम में व्यस्त थे कोई क्या कर रहा था और कोई क्या और उधर आशू चाहता था कि एक बार और पलक से मिल ले पर कोई उसे मिलने नहीं दे रहा था और इन्हीं सब मै शाम हो जाती है और वो पल आ जाता है जिसका सबको इंजतार था ,,आशु तैयार होकर मंडप मै पलक का इंतजार कर रहा था,, और वो जैसे ही सीढ़ियों की तरफ देखता है पलक नीचे आ रही थी और वो बहुत ख़ूबसूरत लग रही थी और वो जैसे ही आती है आशु उसे उसका हाथ पकड़कर उपर लता है और शादी की बाकी रस्में भी शुरू होती है और उनको सात फेरो के साथ 7 वचन भी दिलवाएं जाते है और फिर आशू पलक को मंगलसुत्र पहनाकर उसकी मांग भर देता है और इस तरह शादी सम्पन्न होती है और वो इस पवित्र बन्धन मै एक बार फिर से बंध जाते है!
और उन दोनों को हॉल मै ले जाया जाता है जहां पर सब उनका इंताजर कर रहे थे ,, मां अब कोनसी रस्म बाकी है ,, तभी वहां खड़ी लड़कियां कहती है बड़ी जल्दी है तुम्हे रूम में जाने की ,, और सब हंसी मजाक करने लग जाते है दोनों से ,, अरे तुम सब परेशान मत करो इनको बेटा इस दूध में अंगुठी डाली जाएगी और तुम दोनों को इसको डूंडना होगा जो पहले खोज लेगा वो जीत जाएगा ,, अच्छा ऐसा है क्या फिर तो मै ही जीतूंगा तो पलक कहती है देखते है क्या होता है और खेल शुरू होता है सब दोनों को चीयर अप करें रहे थे! तो दादी कहती है बेटा अपनी इज्जत का सवाल है याद रखना ,, हा दादी अपन ही जीतंगे,, अच्छा भाई देखते है भाभी भाई को हराना ही है आज और ऐसे ही गेम शुरू हो जाता है!
और जैसे ही रिंग डाली जाती है दोनों डूंडने लगते है और आशू पलक का हाथ पकड़ लेता है पलक उसकी तरफ गुस्से से देखती है और आशु मुस्कुरा रहा था और वो रिंग पहले निकाल लेता है और दादी कहती है जीत गया मेरा बेटा ,, तो रोशनी कहती है नहीं भाई ने चीटिंग की है ,, अरे कोई भी जीते आपके भिया या मै बात तो एक ही है ना ,, और सब इस बात पर पलक की तारीफ करते है तो आशु की मां कहती है रोशनी तुम भाभी को उनके रूम में ले जाओ और वो उसे ऊपर ले जाती है अब बारी थी आशु के उपर जाने की ओर वो भी ऊपर जाता है!
और जाते ही दरवाजा खोलता है तो सामने बेड पर पलक घुंघट लिए हुए बैठी थी और पूरा रूम सजा हुआ था और आशु दरवाजे को बंद कर देता है और पलक के पास जाता है और उसका घुंघट उठाता है पलक नजर झुकाए बैठी हुई थी ,, और आशु उसके बालो को खोल देता है खिडकी मै से हवा आ रही थी जिससे पलक की जुल्फे उड़ रही थी और आशु उसके बहुत पास था और उसकी धडकने तेज हो जाती है और आशु उसके पास जाकर उसकी जुल्फों को अपने हाथो से हटाता है और धीरे से उसके पास जाकर कहता है बहुत ख़ूबसूरत लग रही हो और पलक उठकर खिडकी के पास चली जाती है तो आशु उसके पास जाता है और उसको अपनी और मोड़ता है और अपने दोनों हाथ दीवार की तरफ लगा देता है और उसके होठो पर अपने होठ रख देता है और दोनों एक दूसरे को चूमने लग जाते है और पलक अपनी आंखे बंद कर लेती है और आशु उसको उठाकर वापस बेड पर ले जाता है दोनों एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे और और आशु पास आकर उसका झुमका उसके कानों से निकाल देता है पलक की धड़कने साफ सुनाई दे रही थी और वो दोनों फिर एक दूसरे को चूमने लग जाते है और आशु लाइट ऑफ़ कर देता और वो दोनों एक दूसरे के ऊपर थे और खिड़की से हवा के साथ चांद की रोशनी बेड पर आ रही थी और और सिर्फ ये रात की चांदनी ही उनकी प्यार की गवाह थी और अब दोनों एक दूसरे मै खो जाते है और ऐसे ही सुबह हो जाती है आशु सुबह उसे kiss करके उठाता है और कहता है ये लो तुम्हारी चाय और पलक के चेहरे पर एक अलग ही खुशी थी!
दिन निकल रहे थे पर उन दोनों का प्यार बिलकुल ऐसा ही था और ऐसे ही एक महीना बीत जाता है और एक दिन ,, पलक मै ऑफिस जा रहा हूं ,, हा आयी मै अभी और वो आ जाती है और आशु उसको गले लगाकर कहता है तुम कहो तो नहीं जाऊ आज ,, अरे चुपचाप जाओ और वो हसने लग जाती है ,, हा ठीक है जा रहा हूं और वो जैसे ही जाने लगता है पलक को चककर आ जाते है तो आशु भगाकर उसको संभाल लेता है और बेड पर लिटा देता है और इतने मै ही सब घर वाले भी आ जाते है और डाॅक्टर को बुलाया जाता है ,, और वो कहती है आप बाहर जाओ तो आशु बाहर ही वेट करता है ,, डॉक्टर चेकअप करने के बाद मुस्कुरा देती है तो आशु की मां कहती है क्या हुआ हमारी बेटी ठीक है ना तो डाॅक्टर कहती है हा ये बिल्कुल ठीक है खुशखबरी है आप दादी बनने वाली हो और ये सब सुनकर सब बहुत खुश होते है और पलक में चेहरे पर भी एक अलग ही खुशी थी ,, डाॅक्टर कहती है अब मै चलती हूं कुछ प्रोबलम हो तो मुझे कॉल करना और वो चली जाती है ,, तो आशु की मां कहती है कि बेटा ये गुडन्यूज़ तुम ही आशु को देना और वो सब भी चले जाते है आशु पूछता है मम्मी , दादी क्या हुआ पलक को वो ठीक है ना और वो सब मुस्कुराते हुए बाहर चले जाते है तो आशु अंदर आता है !
क्या हुआ क्या कहा डॉक्टर ने तुम ठीक ही ना मां ने तो कुछ बताया ही नहीं है ,,, तो पलक कहती है मै ठीक हूं तुम पापा बनने वाले हो ,, और ये सुनते ही वो बहुत खुश होता है और पलक को गले लेता है ,, ये तो तुमने बहुत बड़ी खुशखबरी सुनाई है और वो कहता है अब से तुम कुछ काम नहीं करोगी और मै अब ऑफिस नहीं जा रहा हूं मै यही रंहुगा तुम्हारे पास ,, अरे पर अभी बहुत टाइम है और फिर सब घर वाले है ना डफर और दोनों हंसने लग जाते है!
नीचे सब बहुत खुश थे मिठाई बाटी जा रही थी आखिर एक नन्हा मेहमान घर जो आने वाला था और धीर धीरे वक्त बीतता है आशु और घर वाले सब पलक का बहुत ध्यान रखते है और फिर 9 महीने बाद पलक एक प्यारी सी नन्ही परी को जन्म देती है और उसके आने से घर में खुशियां भी आ जाती है सब बहुत खुश थे और उस नन्ही से बिटिया का नाम अवनी रखा जाता है ,, और पलक और आशु ऐसे ही हमेशा दोनों साथ रहते है ओर दोनों के बीच में प्यार ऐसे ही बना रहता है !💓
!समाप्त!
नोट - कहने को तो ये सफर यही ख़त्म हो गया पर प्यार कभी ख़तम नहीं होता
आप सब का बहुत बहुत शुक्रिया,, कहानी कैसी लगी समीक्षा करके जरुर बताएं 😊🙏
Writer: Divesh Biloniya
इन्हें भी पढ़े
Love story in Hindi
Horror story in Hindi
Cute Love Story in Hindi
Emotional love story in Hindi
Tage: Love Stories in Hindi, Love story in hindi Love story, love story hindi, love stories in hindi sad, love stories in hindi romantic, love stories in hindi short, love stories in hindi heart touching
Post a Comment
Post a Comment
Do not enter any spamming comment